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अर्थशास्त्र सारांष

अर्थशास्त्र सारांष ■ 1.उपभोक्ता का व्यवहार ▪ उपभोक्ता का व्यवाहर सूक्ष्म आर्थिक विश्लेषण की प्रारंभिक कड़ी है और उपभोक्ता का उपभोग समस्त आय पर निर्भर करता है ▪आय व उपभोग के सम्बंध को उपभोग फलन कहा जाता है ▪ उपभोग उसकी आय पर निर्भर है आय बढ़ने पर उपभोग बढ़ता है घटने पर उपभोग घटता है ▪उपभोक्ता व्यवहार उपभोक्ताओं का व्यवहार है जो वे किसी उत्पादन या सेवा को उपयोग करने से पूर्व या पश्चात खरीदने के दौरान करते है ▪उपभोक्ता का व्यवहार क्रेता व उपभोक्ता की संतुष्टि की व्याख्या करता है ■ उपभोक्ता व्यवहार को प्रभावित करने वाले तत्व 1.व्यक्तिगत घटक (उपभोक्ता की आयु, उसकी आवश्यकता, जीवन शैली,व्यवसाय ,लिंग-भेद,व्यक्तित्व, स्वधारण) उपभोक्ता व्यवहार को प्रभावित करते है 2.आर्थिक घटक (उपभोक्ता की आय,भावी आय की संभावना, साख सुविधा,तरल परिसम्पत्ति, मूल्यस्तर ) आदि उपभोक्ता व्यवहार को प्रभावित करते है 3.सामाजिक घटक ( उपभोक्ता के व्यवहार को परिवार, संपर्क समूह,प्रभावित करने वाला व्यक्ति,सामाजिक वर्ग )आदि उपभोक्ता व्यवहार को प्रभावित करते है 4.मनोवैज्ञानिक घटक (उपभोक्ता क्रय व्यवहार को अव...
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🔰 उत्पादन संभावना वक्र (Production possibility Curve )PPP कर्व ▪केंद्रित समस्याओं की व्याख्या व विश्लेषण करने के लिए अर्थशास्त्री उत्पादन संभावना वक्र की तकनीकी का प्रयोग करते है जिसे रूपांतरण वक्र व रूपांतरण रेखा कहते है ▪लिप्सी के अनुसार " उत्पादन संभावना वक्र वह वक्र है जो दो वस्तुओं के संभावित संयोगों को प्रकट करता है जिनका दिए हुए उपलब्ध संसाधनों तथा तकनीकी के अंतर्गत एक अर्थव्यवस्था द्वारा उत्पादन किया जा सकता है" ▪मान्यता इसमे संसाधन दिए होते है ▪संसाधनों का पूर्ण व कुशल प्रयोग किया जा सकता है ▪उत्पादन तकनीकी स्थीर है ▪ढाल बाए से दाएं / नतोदर या उन्नमुख होता है 🔸उदहारण के लिए उत्पादन संभावना अनुसूची तालिका में सेव व गेंहू दिए हुए है सभी संसाधनों का प्रयोग सेवो पर किया जाए तो 100 लाख टन सेव उत्पादन किया जा सकता है दोनों का उत्पादन किया जाए तो विभिन्न सयोग है जो तालिका में प्रकट है ▪गेंहू का उत्पादन X अक्ष (क्षेतिज) पर प्रकट की गई है तथा सेवो की मात्रा Y अक्ष पर (ऊर्ध्वाधर) प्रकट की गई है ▪A, B, C, D, E विभिन्न सम्भवना को दर्शाता है जो दिए हु...

मंत्री परिषद

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🔰मंत्रिपरिषद 1.मंत्रिपरिषद का गठन प्रधानमंत्री की सलाह से राष्ट्रपति कार्यो के संचालन हेतु करता है ( अनुच्छेद 74 ) 2.अनुच्छेद 74(1) यह उपबंधित करता है कि राष्ट्रपति को उसके कृत्यों के संचालन एवं शक्तियों के प्रयोग में सहायता और मंत्रणा देने के लिए एक मंत्रिपरिषद होगी। मंत्रिपरिषद प्रधानमंत्री के नेतृत्व में कार्य करती है। 3.संघ मंत्रिमण्डल में ही कार्यपालिका की वास्तविक शक्ति निहित है तथा राष्ट्रपति संघ मंत्रिमण्डल की सलाह के अनुसार अपनी शक्तियों का प्रयोग करता है। 4.अनुच्छेद 75 (1) प्रधानमंत्री की नियुक्ति राष्ट्रपति स्वीवेक से करता है जो बहुमत दल का नेता हो तथा अन्य मंत्रियों की नियुक्ति प्रधानमंत्री की सलाह पर करता है 5.अनुछेद 75 (क) मंत्रिपरिषद कुल लोकसभा सदस्यों का 15 % होता है (91 वा संसोधन 2003 की धारा 2 अनुसार ) 6.अनुछेद 75(2) मंत्रिपरिषद का कार्यकाल राष्ट्रपति के प्रसाद पर्यन्त होता है (मंत्रिपरिषद व्यक्तिगत रूप से उत्तरदायी राष्ट्रपति के प्रति होगा) 7.अनुछेद 75(3) मंत्रिपरिषद सामुहिक रूप से लोकसभा के प्रति जिमेदार होगा 🔝केवल मंत्रिपरिषद संसद के प्रति उत...

अधिगम

शिक्षण अधिगम 1.सीखना व्यवहार में परिवर्तन करना है 2.अधिगम एक ऐसे मानसिक प्रक्रिया है जिसके द्वारा व्यक्ति परिपक्वता की और बढ़ते हुए तथा अपने अनुभवों का लाभ उठाते हुए अपने व्यवहार में परिवर्तन करता है अधिगम कहलाता है ➖क्रो एंड क्रो :-सीखना आदत ज्ञान व अभिवर्तियो का अर्जन है ➖वुडवर्थ :-नवीन ज्ञान नवीन प्रक्रियाओं को प्राप्त करने की प्रक्रिया है ➖क्रोनबेक :-अनुभव के परिणाम स्वरूप व्यवहार में परिवर्तन ➖गेट्स व अन्य :-अनुभव व परीक्षण द्वारा ➖गिलफर्ड :-व्यवहार के परिणाम स्वरूप ➖स्किनर :-प्रगतिशील व्यवहार व्यस्थापन की प्रक्रिया को 4.अधिगम के सोपान ➖अभिप्रेरणा - A ➖विभिन अनुक्रियाये V ➖बाधाए - B ➖पुनर्बलन - P ➖अनुभवों का संगठन - ➖लक्ष्य सूत्र AVBP संगठन का लक्ष्य है 🔰अधिगम के सिद्धात 1.उदीपक अनुक्रिया सिद्धात :-थार्नडाइक ➖प्रयोग भूखी बिल्ली पर ➖उपनाम(प्रयास व त्रुटि नियम/प्रयत्न व भूल सिद्धात/बंध सिद्धात /SR थ्योरी ➖(ततपरता का नियम,अभ्यास का नियम,परिमाण का नियम) ➖शिक्षा पहले की गई गलतियों से लाभ उठाना 2.सक्रिय अनुबन्धन सिद्धात (स्किनर) ➖प्रयोग चूहे व कबूतर पर क्रिया...