लुणी नदी


★लुणी नदी

महेश रहीसा गुरुकुल कोटपूतली

➖लूनी नदी भारत की एकमात्र अन्तर्वाही नदी हैं। यह नदी अरावली पर्वत के निकट आनासागर से उत्पन्न होकर दक्षिण पश्चिम क्षेत्र में प्रवाहित होते हुए कच्छ के रन में जाकर मिलती है।

➖"लूनी" का नाम संस्कृत शब्द लवणगिरि (नमकीन नदी) से लिया गया है और अत्यधिक लवणता के कारण इसका यह नाम पड़ा है।

➖लूनी नदी का उद्गम पश्चिमोत्तर भारत के राजस्थान राज्य अजमेर के निकट अरावली श्रेणी की नाग पहाड़ी के पश्चिमी ढलानों में उदगम, जहां इसे सागरमती के नाम से जाना जाता है गोविन्द गढ़ के निकट सरस्वती व सागरमती धाराओ से हुवा है

➖पश्चिमी ढलानों से यह नदी आमतौर पर दक्षिण-पश्चिम की ओर पहाड़ियों से होती हुयी इस प्रदेश के मैदानों के पार बहती है। फिर यह रेगिस्तान के एक भाग से होकर अंतत: गुजरात राज्य के कच्छ के रण के पश्चिमोत्तर भाग की बंजर भूमि में विलुप्त हो जाती है।

➖लूनी एक मौसमी नदी है और इसका अपवाह मुख्यत: अरावली श्रेणी की दक्षिणी-पश्चिमी ढलानों से होता है। जवाई, सुकड़ी, मिठड़ी बाड़ी लिलड़ीं सागी सगाई गुहिया खारी और जोजारी इसकी प्रमुख सहायक नदियां है

➖लूनी नदी के उपनाम में मरुस्थल की गंगा, लवणवती, सागरमती/मरूआशा/साक्री कहते है

➖इसकी कुल लम्बाई 495 कि.मी.है तथा राजस्थान में इसकी लम्बाई 330 कि.मी.है(W APCOS सर्वे के अनुसार 350 किलोमीटर है)

➖इसका बहाव:- उदगम नाग पहाड़ ➖सर्गावती अजमेर प्रारम्भिक धारा ➖ नागौर ➖ , पाली➖जोधपुर➖, बाड़मेर,➖ जालौर➖कछ की रण में समाप्त हो जाता है

➖रेगिस्तान प्रदेश की सबसे लम्बी नदी है

➖ राजस्थान में लूनी का प्रवाह गौड़वाड़ क्षेत्र को गौड़वाड प्रदेश कहा जाता है। लूनी की सहायक नदियों में बंकडा, सूकली, मीठडी, जवाई, सागी, लीलडी पूर्व की ओर से ओर एकमात्र नदी जोजड़ी पश्चिम से जोधपुर से आकर मिलती है।

➖यह नदी बालोतरा (बाड़मेर) के पश्चात् खारी हो जाती है इससे पूर्व यह मीठी है इसका जल खारा हो जाता है क्योंकि रेगिस्तान क्षेत्र से गुजरने पर रेत में सम्मिलित नमक के कण पानी में विलीन हो जाती है। इससे इसका पानी खारा हो जाता है।

➖ यह नदी जोधपुर व बाड़मेर जिले में अपने पेटे को गहरा करने के बजाय चौड़ाई में बढ़ा लेती हैं।जिससे वर्षा ऋतु में बाढ़ आ जाती है।

➖लूनी बेसिन का जलग्रहण क्षेत्र 69302.10 km यह मुख्यतः 11 जिलो में फैला हुआ ह अजमेर, बाड़मेर, भीलवाड़ा, जैसलमेर, जालोर, जोधपुर, नागौर, पाली,राजसंमद, सिरोही, उदयपुर। लुणी बेसिन के अंतर्गत अधिकतम क्षेत्र बाड़मेर जिला का है।

गुरुकुल एक कदम सफलता की और

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