अर्थव्यवस्था की केंद्रीय समस्या

🔰2. Central Problems of an economy and Problem of choice
(अर्थव्यवस्था की केंद्रीय समस्या और चुनाव की समस्या)

▪प्रत्येक अर्थव्यवस्था को ,चाहे वह सम्पन हो या दरिद्र ,विकसित हो या अविकसित ,तीन प्रकार की केंद्रीय समस्याओं का सामना करना पड़ता है ये समस्याएं निम्नलिखित है :

1.क्या उत्पादन किया जाए ? (What to produce ?)
2.कैसे उत्पादन किया जाए ? (How to produce ?)
3.किसके लिए उत्पादन किया जाए ? (For whom to produce ?)

♨ क्या उत्पादन किया जाए ?

इस समस्या के दो पहलू है
(क) किन वस्तुओं का उत्पादन किया जाए
(ख) किंस मात्रा में वस्तुओं का उत्पादन किया जाए

▪पूंजीगत वस्तुएं (प्लांट व मशीनरी)
▪उपभोक्ता वस्तुएं

🔝 उपभोक्ता वस्तुओं का उत्पादन वर्तमान पीढ़ी के जीवन यापन के स्तर में वृद्धि के लिए अनिवार्य है पूंजीगत वस्तुओं का उत्पादन भावी विकास के लिए अनिवार्य है

 ♨ कैसे उत्पादन किया जाए ?

इसका अभिप्राय उत्पादन की तकनीकी से है व्यापक रूप से दो तकनीकी होती है :
1.श्रम प्रधान तकनीकी (श्रम अधिक हो)
2.पूजी प्रधान तकनीकी (मशीनों का अधिक प्रयोग होता हो)

🔝 श्रम प्रधान तकनीकी रोजगार को प्रोत्साहित करती है , पूंजी प्रधान तकनीकी कुशलता को प्रोत्साहित करती है

-यदि श्रम प्रधान तकनीकी को अपनाया जाता है तो बेरोजगारी की समस्या का हल होगी परंतु उसके उत्पादन क्षमता में कमी होगी उत्पादन कुशलता में कमी के कारण सकल घरेलू उत्पाद (GDP) में सवर्धि कम होगी

♨ किसके लिए उत्पादन किया जाए ?

सीमित साधनों के कारण कोई भी अर्थव्यवस्था अपने सभी वर्गों ( धनी वर्ग व निर्धन वर्ग) के लिए उत्पादन नही कर सकता

▪यदि निर्धन वर्ग के लिए करता है तो सामाजिक न्याय को प्रोत्साहन मिलेगा इससे असमानता में कमी आएगी  परन्तु इससे उत्पादक के लाभों में कमी आएगी

♦अन्य समस्याएं
🔘संसाधनों के अल्प प्रयोग की समस्या
🔘संसाधनों की सवर्धि की समस्या

 🔰विभिन्न अर्थव्यवस्था में केंद्रीय समस्याओं का समाधान

▪बाजार अर्थव्यवस्था
बाजार अर्थव्यवस्था एक स्वतंत्र अर्थव्यवस्था होती है इसका अर्थ है उत्पादन क्या करे ,कसे करे व किसके लिए करे संबंधित निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र रहता है इसका निर्धारण मांग व पूर्ति की शक्तियों द्वारा किया जाता है

1.क्या उत्पादन किया जाए ? - उत्पादक उस वस्तु का उत्पादन करेगा जिसमें उन्हें अधिक लाभ प्राप्त हो

2. कैसे उत्पादन किया जाए ?  उत्पादन सदैव उस तकनीकी का उपयोग करेगा जिसमें कुशलता अधिकतम होती है तथा लागत न्यूनतम होती है

3.किसके लिए उत्पादन किया जाए ?
उसके लिए उत्पादन करेगा जो अधिक कीमत देने में संकक्षम हो

🔝सेम्युलसन व नोढरहाउस ने 3 प्रश्न बताए है (What ,How ,For Whom)

▪केंद्रीय नियोजन अर्थव्यवस्था

केंद्रीय नियोजन अर्थव्यवस्था में 'क्या 'कैसे तथा किसके लिए उत्पादन किया जाए से संबंधित निर्णय केंद्र सरकार के केंद्रीय अधिकारी द्वारा लिया जाता है सभी निर्णय अधिक लाभ  करने के लिए नहीं अपितु सामाजिक कल्याण को अधिकतम करने के लिए ले जाते हैं

▪मिश्रित अर्थव्यवस्था

इसमे दोनो का मिश्रण होता है इसका उद्देश्य लाभ व कल्याण दोनों को अधिकतम करना है

 🔺एक अर्थव्यवस्था में सात प्रश्न होते है
▪1.किन वस्तुओं और सेवाओं का उत्पादन किया जाए और कितनी मात्रा में किया जाए (आवंटन की समस्या)
👉हल - कीमत सिद्धात द्वारा जिसकी कीमत बढ़े उसका उत्पादन किया जाए

▪2.वस्तुओं का उत्पादन किंस विधि द्वारा से किया जाए  इसमे उत्पादन गहन तकनीकी से करे या पूजी गहन तकनीकी से ?
👉इसका हल श्रम व पूजी में जो सस्ता हो उसका प्रयोग किया जाना चाइए

▪3.वस्तुओं का वितरण समाज मे कैसा हो ?
▪4.साधनों का उपयोग ,उत्पादन ,वितरण किंस प्रकार से हो ?
▪5.क्या साधनों का पूर्ण प्रयोग हो सकता है ?
▪6.क्या मुद्रा की क्रय शक्ति स्थीर है ?
▪7.क्या अर्थव्यवस्था में साधनों की उत्पादन क्षमता बढ़ रही है ?

🔺आर्थिक समस्या क्या है ?

आर्थिक समस्या मूलतः चयन की समस्या है इसकी उत्पन्न होने के निम्नलिखित कारण है

1. साधन सीमित है- सब के लिए उपलब्ध साधन भूमि, पूंजी, उधम सीमित मात्रा में है जिसकी वजह से आर्थिक समस्याएं उत्पन्न होते हैं

2.असीमित इच्छाऐ -  ऐसे में मानव की इच्छाएं सीमित होती है इसकी एक इच्छा पूरी होते ही दूषित होता है उत्पन्न हो जाती है जिससे आर्थिक समस्या उत्पन्न होती है

3. संसाधनों की वैकल्पिक प्रयोग संसाधनों के वैकल्पिक उपयोग के कारण आर्थिक समस्या उत्पन्न होते हैं

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