15.Measurement of development, HDI, PQLI
विकास के माप :
मानव विकाश सूचकांक HDI
भौतिक गुणवत्ता सिद्धात PQLI
मानव विकाश सूचकांक HDI
भौतिक गुणवत्ता सिद्धात PQLI
➖किसी देश की प्रगति अथवा विकास अनेक दिशाओं में होती है इसको दृष्टिगत रखते हुए विकासवादी अर्थशास्त्रियों द्वारा समय समय पर आर्थिक विकास के निम्नलिखित मापदण्ड प्रस्तुत किए गए है
🔰मानव विकास सूचकांक (HDI)
मानव विकास सूचकांक एक सूचकांक है, जिसका उपयोग देशों को "मानव विकास" के आधार पर आंकने के लिए किया जाता है। इस सूचकांक से इस बात का पता चलता है कि कोई देश विकसित है, विकासशील है, अथवा अविकसित है।
➖ मानव विकास सूचकांक (एचडीआई) जीवन प्रत्याशा, शिक्षा, और प्रति व्यक्ति आय संकेतकों का एक समग्र आंकड़ा है, जो मानव विकास के चार स्तरों पर देशों को श्रेणीगत करने में उपयोग किया जाता है। जिस देश की जीवन प्रत्याशा, शिक्षा स्तर एवं जीडीपी प्रति व्यक्ति अधिक होती है, उसे उच्च श्रेणी प्राप्त होती हैं।
➖ एचडीआई का विकास पाकिस्तानी अर्थशास्त्री महबूब उल हक द्वारा किया गया था।
➖इसे संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम द्वारा प्रकाशित किया जाता हैं
➖एचडीआई की के अंश संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यूएनडीपी) के मानव विकास रिपोर्ट कार्यालय द्वारा उत्पादित वार्षिक मानव विकास रिपोर्ट में सम्मलित हैं।
➖मानव विकास रिपोर्ट तैयार करने के लिए, महबूब उल हक ने पॉल स्ट्रीटन, फ्रैन्सस स्टीवर्ट, गुस्ताव रानीस, कीथ ग्रिफिन, सुधीर आनंद और मेघनाद देसाई सहित विकास अर्थशास्त्रियों के एक समूह का गठन किया
➖नोबेल पुरस्कार विजेता अमर्त्य सेन ने मानव क्षमताओं पर अपने काम में हक के काम का इस्तेमाल किया
🔖14 सितंबर, 2018 को संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (UNDP) द्वारा ‘मानव विकास रिपोर्ट (Human Development Report), 2018 जारी की गई।
♻वर्ष 2018 की HDR में 189 देशों को उनके मानव विकास सूचकांक (HDI) की स्थिति के आधार पर रैंकिंग प्रदान की गई है।
♻HDR, 2018 में शामिल 189 देशों को उनके मानव विकास सूचकांक (HDI) मूल्य के आधार पर निम्नलिखित चार भागों में बांटा गया है-
(i) 0.800 और उससे अधिक-अत्यधिक उच्च मानव विकास वाले देश।
(ii) 0.700 से 0.799 तक-उच्च मानव विकास वाले देश।
(iii) 0.550 से 0.699 मध्यम मानव विकास वाले देश।
(iv) 0.550 से नीचे-निम्न मानव विकास वाले देश।
(i) 0.800 और उससे अधिक-अत्यधिक उच्च मानव विकास वाले देश।
(ii) 0.700 से 0.799 तक-उच्च मानव विकास वाले देश।
(iii) 0.550 से 0.699 मध्यम मानव विकास वाले देश।
(iv) 0.550 से नीचे-निम्न मानव विकास वाले देश।
♻HDR, 2018 में 0.953 HDI मूल्य के साथ
नॉर्वे इस सूचकांक में प्रथम स्थान पर है।इस के पश्चात स्विट्जरलैंड (HDI मूल्य-0.944) दूसरे,
ऑस्ट्रेलिया (HDI मूल्य-0.939) तीसरे, आयरलैंड (HDI मूल्य-0.938) चौथे तथा जर्मनी (HDI मूल्य 0.936) पांचवें स्थान पर रहा।
HDR, 2018 में सबसे निचले स्थान पर (189वें) पर नाइजर है जिसका HDI मूल्य मात्र 0.354 है।इसके पश्चात सेंट्रल अफ्रीकन रिपब्लिक (HDI मूल्य-0.367) को 188वां, दक्षिण सूडान (HDI मूल्य-0.388) को 187वां, चाड (HDI मूल्य-186) को 186वां तथा बुरूंडी (HDI मूल्य-0.417) को 185वां स्थान प्राप्त हुआ है।
नॉर्वे इस सूचकांक में प्रथम स्थान पर है।इस के पश्चात स्विट्जरलैंड (HDI मूल्य-0.944) दूसरे,
ऑस्ट्रेलिया (HDI मूल्य-0.939) तीसरे, आयरलैंड (HDI मूल्य-0.938) चौथे तथा जर्मनी (HDI मूल्य 0.936) पांचवें स्थान पर रहा।
HDR, 2018 में सबसे निचले स्थान पर (189वें) पर नाइजर है जिसका HDI मूल्य मात्र 0.354 है।इसके पश्चात सेंट्रल अफ्रीकन रिपब्लिक (HDI मूल्य-0.367) को 188वां, दक्षिण सूडान (HDI मूल्य-0.388) को 187वां, चाड (HDI मूल्य-186) को 186वां तथा बुरूंडी (HDI मूल्य-0.417) को 185वां स्थान प्राप्त हुआ है।
♻इस सूचकांक में भारत 0.640 HDI मूल्य के साथ 130वें स्थान पर है अर्थात यह ‘मध्यम मानव विकास वाले देशों’ की श्रेणी में वर्गीकृत है।
♻उल्लेखनीय है कि इससे पूर्व की रिपोर्ट में भारत 0.624 HDI मूल्य के साथ 131वें स्थान पर था।भारत के पड़ोसी देशों में श्रीलंका (0.770 HDI मूल्य के साथ 76वें स्थान पर), चीन (0.752 HDI मूल्य के साथ 86वें स्थान पर), मालदीव (0.717 HDI मूल्य के साथ 101वें स्थान पर) की स्थिति भारत से बेहतर है।जबकि भूटान (0.612 HDI मूल्य के साथ 134वें स्थान पर), बांग्लादेश (0.608 HDI मूल्य के साथ 136वें स्थान पर), नेपाल (0.574 HDI मूल्य के साथ 149वें स्थान पर) तथा पाकिस्तान (0.562 HDI मूल्य के साथ 150 वें स्थान पर) की स्थिति भारत से पीछे है।
♻ज्ञातव्य है कि संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम द्वारा वर्ष 2010 से मानव विकास रिपोर्ट हेतु UNDP द्वारा HDI की गणना में नई प्रविधि का प्रयोग किया जा रहा है। जिसके अंतर्गत 3 संकेतक शामिल हैं-
(i) जीवन प्रत्याशा सूचकांक (LEI)।
(ii) शिक्षा सूचकांक (EI) ।
(iii) आय सूचकांक (II)।
(i) जीवन प्रत्याशा सूचकांक (LEI)।
(ii) शिक्षा सूचकांक (EI) ।
(iii) आय सूचकांक (II)।
♻HDI की अवधारणा का विकास पाकिस्तानी अर्थशास्त्री महबूब उल-हक तथा नोबेल पुरस्कार विजेता भारतीय मूल के अमेरिकी अर्थशास्त्री अमर्त्य सेन ने किया था।
किसी भी देश की जनता (मानवीय संसाधन) ही उस राष्ट्र के वास्तविक धन तथा सम्पति होते हैं| प्रत्येक देश अपने मानव संसाधनों का विकास तथा मानव कल्याण करना चाहता हैं| 1990 में पहली बार संयुक्त राष्ट्र संघ के एक निकाय संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (UNDP) द्वारा मानव विकास रिपोर्ट का प्रकाशन किया
♻उन्होंने HDI की गणना हेतु तीन महत्वपूर्ण सामाजिक सूचकों को आधार बनाया| ये तीनों सूचक HDI के घटक है-
1.एक लंबे और स्वस्थ जीवन के माप के लिए जन्म पर “जीवन प्रत्याशा” (Life-Expectancy)
2.ज्ञान (शैक्षणिक उपलब्धियां) जिसके माप के लिए प्रौढ़ साक्षरता दर (दो-तिहाई भार) और समग्र प्राथमिक, माध्यमिक और तृतीयक कुल नामांकन अनुपात (एक-तिहाई भार)
3.क्रय शक्ति समायोजित प्रति व्यक्ति आय (PCI) जो जीवन-निर्वाह का स्तर प्रदर्शित करता है|
2.ज्ञान (शैक्षणिक उपलब्धियां) जिसके माप के लिए प्रौढ़ साक्षरता दर (दो-तिहाई भार) और समग्र प्राथमिक, माध्यमिक और तृतीयक कुल नामांकन अनुपात (एक-तिहाई भार)
3.क्रय शक्ति समायोजित प्रति व्यक्ति आय (PCI) जो जीवन-निर्वाह का स्तर प्रदर्शित करता है|
➖HDI का अधिकतम मूल्य 1 के बराबर होता है तथा इसका मूल्य 0-1 के मध्य होता है|
♻इसमें निम्नलिखित तीन सूचकांकों का प्रयोग किया जा रहा है:-
1.जीवन प्रत्याशा सूचकांक
2.शिक्षा सूचकांक: इसमें शामिल हैं विद्यालय में बिताये औसत वर्ष, विद्यालय में बिताये अनुमानित औसत वर्ष
3.आय सूचकांक (जीवन स्तर)
2.शिक्षा सूचकांक: इसमें शामिल हैं विद्यालय में बिताये औसत वर्ष, विद्यालय में बिताये अनुमानित औसत वर्ष
3.आय सूचकांक (जीवन स्तर)
♻इस सूचकांक की गणना 10 संकेतकों द्वारा की जाती है।
1.आयाम (Dimensions)
2.संकेतक (indicator)
3.स्वास्थ्य ,
4.बाल मृत्यु दर,
5.पोषण
6.शिक्षास्कूल के वर्ष बच्चे नामांकित
7.जीवन स्तर
8.रसोई गैस
9.शौचालय
10.पानी,
11.बिजलीफ्लोर,
12.संपत्ति
2.संकेतक (indicator)
3.स्वास्थ्य ,
4.बाल मृत्यु दर,
5.पोषण
6.शिक्षास्कूल के वर्ष बच्चे नामांकित
7.जीवन स्तर
8.रसोई गैस
9.शौचालय
10.पानी,
11.बिजलीफ्लोर,
12.संपत्ति
➖HDI का नया आधार वर्ष 2010 में HDI का नया आधार है
➖मानव विकास सूचकांक का प्रतिपादन 1990 में किया गया था
🔰जीवन की भौतिक गुणवत्ता सूचकांक PQLI
जीवन की भौतिक गुणवत्ता सूचकांक का प्रतिपादन जॉन टिनवर्जन ने 1976 में किया
जीवन के भौतिक गुणवत्ता सूचकांक को वैज्ञानिक रूप से प्रस्तुत व विकसित करने का श्रेय मारिश डी माटिस को जाता है
1979 में मारिश ने 23 विकसित व विकाशसिल देशों के जीवन की शमिश्रण भौतिक गुणवत्ता का तुलनात्मक अध्ययन किया
➖उन्होंने शिशु मृत्यु दर एक वर्ष की आयु में जीवन सम्भवयता एकता तथा 15 वर्ष की आयु में मूल शिक्षा जैसी 3 सूचक घटकों को लोगों की मूल आवश्यकता को पूरा करने के कार्य के मूल्यांकन हेतु सम्मिलित किया
➖सूचक से बहुत से सूचक स्वास्थ्य शिक्षा पेयजल पोषण तथा स्वच्छता आदि का पता चलता है प्रत्येक सूचक के तीनों घटकों को शून्य से सूचकों तक का पैमाना रखा गया है
♻जीवन सूचकांक की सामग्री गुणवत्ता का गठन
शिशु मृत्यु दर, जीवन प्रत्याशा और तीन संकेतकों की रचना की साक्षरता दर के PQLI. तीन कारण हैं:
① इन तीन संकेतक आम चिंता का सामाजिक मुद्दे हैं, "जरूरत" बुनियादी तत्व है;
② प्रत्येक सूचक कई सुविधाओं की बुनियादी जरूरतों को पूरा करने के मामले में समाज को दर्शाती है, एक अच्छा सूचकांक है, सामाजिक विकास की उपलब्धियों के लिए एक व्यापक प्रतिबिंब है;
③ व्यापक अंतरराष्ट्रीय तुलनात्मकता है और छह मापदंड कम्पोजिट सूचकांक को पूरा करने के लिए निर्माण.
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