विश्व बैंक&अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष
🔰 विश्व बैंक World Bank
विश्व बैंक संयुक्त राष्ट्र की विशिष्ट संस्था है। इसका मुख्य उद्देश्य सदस्य राष्ट्रों को पुनर्निमाण और विकास के कार्यों में आर्थिक सहायता देना है।
विश्व बैंक समूह पांच अन्तर राष्ट्रीय संगठनों का एक ऐसा समूह है जो देशों को वित्त और वित्तीय सलाह देता है।
➖ मुख्यालय: वॉशिंगटन डी॰ सी॰, संयुक्त राज्य अमेरिका
➖अध्यक्ष: जिम योंग किम
स्थापना वर्ष दिसम्बर 1945 को हुई किन्तु कार्य प्रारंभ जून 1946 को आरम्भ किया
➖उपनाम -अंतरास्ट्रीय पुननिर्माण व विकास बैंक
➖सदस्य संख्या 189 देश है
➖विश्व बैंक में पांच संस्था शामिल हैं
1.अंतरराष्ट्रीय पुनर्निर्माण और विकास बैंक
(International Bank for Reconstruction and Development – IBRD)1945
2.अंतरराष्ट्रीय विकास संघ (International Development Association – IDA)24 सितम्बर 1960
3.अंतर्राष्ट्रीय वित्त निगम (International Finance Corporation – IMF) जुलाई 1956
4.बहुपक्षीय निवेश प्रत्याभूति एजेंसी (Multilateral Investment Guarantee Agency – MIGA ) 1988
5.निवेश संबंधी विवादों के निपटान का अंतर्राष्ट्रीय केन्द्र (International Center for Settlement of Investment Disputes – ICSID) 1966
➖भारत को सबसे पहली बार विश्व बैंक द्वारा वर्ष 1948 में 64 विलियन अमेरिकी डॉलर का ऋण दिया गया था
🔖भारत ICSID को छोड़कर सभी संस्थाओं का सदस्य देश है
🔖विश्व बैंक और IMF एक दूसरे की पूरक संस्था है
🔖वर्ड बैंक सदस्य राष्ट्रों के लिए संतुलित आर्थिक विकास हेतु दीर्घकालिक ऋण उपलब्ध करवाता है जबकि IMF अल्पकालिक ऋण उपलब्ध करवाता है
🔰विश्व बैंक के उद्देश्य व कार्य
1.सदस्य देशों के आर्थिक पुनर्निर्माण एवं विकास हेतु दीर्घकालिक पूजी उपलब्ध करवाना
2.भुगतान संतुलन की साम्यता एवम अंतरराष्ट्रीय व्यापार के संतुलित विकास हेतु दीर्घकालिक पूजी विनियोग को प्रोत्साहित करना
3.सदस्य राष्ट्रों में पूजी निवेश को प्रोत्साहित करने हेतु पूजी की व्यवस्था करना
4.सदस्य देशों की लघु एवम बड़ी परियोजनाओं के कार्यान्वयन हेतु ऋण प्रदान करना तथा ऐसे ऋणों के लिए गारन्टी देना
5.युद्ध से पीड़ित देशों की अर्थव्यवस्था को सन्तिकालीन अर्थव्यवस्था में परिवर्तित करने हेतु कार्यक्रम को लागू करना
➖IMF की सदस्यता पर वह विश्व बैंक का सदस्य बन जाता है और त्यागने पर सदस्यता समाप्त हो जाती है
➖वर्तमान में 189 सदस्य है जिसमे अंतिम सदस्य नोरु है
➖IBRD में ऋणों की अवधि 20 वर्ष है
➖IDA शून्य ब्याज दर पर 35 वर्षो हेतु लोन देता है पर 0.75 सेवा सुल्क लेता है
विश्व बैंक का संक्षिप्त इतिहास
संयुक्त राष्ट्र संघ के वर्ष 1944 में हुए ब्रेटनवुड्स सम्मेलन के तहत वर्ष 1945 में ‘अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष’ (आईएमएफ) और ‘अंतरराष्ट्रीय पुनर्निर्माण एवं विकास बैंक’ (आईबीआरडी) की स्थापना की गई, इसीलिए इन्हें ब्रेटनवुड्स जुड़वां भी कहते हैं इस संस्था की स्थापना करने का मुख्य उद्देश्य विश्व युद्ध में बर्बाद हो चुकी अर्थव्यवस्था का पुनर्निमाण करना था।
आईबीआरडी चार अन्य संस्थाओं इंटरनेशनल फाइनेंसियल कॉर्पोरेशन (1956), इंटरनेशनल डेवलपमेंट एसोसिएशन (1960), इंटरनेशनल सेंटर फॉर सेटलमेंट ऑफ इन्वेस्टमेंट डिस्प्यूट (1966) और मल्टीलैटेरल इन्वेस्टमेंट गारंटी एजेंसी (1988) के साथ मिलकर विश्व बैंक समूह का निर्माण करती है।
🔰भारत व विश्व बैंक
वर्ष 1945 से 2015 (21 जुलाई, 2015 तक) के बीच भारत को विश्व बैंक से सबसे अधिक ऋण प्राप्त हुआ है। यदि बैंक की ऋण रिपोर्ट के आंकड़ों पर नज़र डालें तो पता चलता है पिछले 70 वर्षों में भारत को विश्व बैंक से 102.1 बिलियन डॉलर मिले है।
पुनर्निर्माण और विकास के लिए आईबीआरडी- जो विश्व बैंक समूह का एक हिस्सा है – ने 52.7 बिलियन डॉलर उधार दिए हैं जबकि इंटरनेशनल डेवलपमेंट एसोसिएशन (आईडीए), विश्व बैंक की एक बहुपक्षीय रियायती ऋणदाता, ने पिछले 70 वर्षों में भारत को 49.4 बिलिययन डॉलर का ऋण दिया है।
पिछले महीने लोकसभा में पूछे गए के सवाल के जवाब में वित्त मंत्रालय ने 103 बिलियन डॉलर का अद्यतन आंकड़ा (आईबीआरडी—53 बिलियन डॉलर एवं आईडीए 50 बिलियन डॉलर) पेश किया है।
31 दिसंबर 2015 तक विश्व बैंक ने भारत को 104 बिलियन डॉलर (आईबीआरडी—54 बिलियन डॉलर एवं आईडीए—50 बिलियन डॉलर) का ऋण दिया है। इनमें से भारत के 37 बिलियन डॉलर चुकाने के साथ, विश्व बैंक ने 73 बिलियन डॉलर वितरित किया है।
इस संबंध में भारत के बाद दूसरा स्थान ब्राज़िल (58.8 बिलियन डॉलर) तीसरा स्थान चीन (55.6 बिलियन डॉलर) चौथा स्थान मेक्सिको (54 बिलियन डॉलर) और पांचवा स्थान इंडोनेशिया (50.5 बिलियन डॉलर) का है।
विश्व बैंक भारत को परिवाहन, पानी और सिंचाई , स्वास्थ्य, बिजली और कृषि से संबंधित ग्रामीण और शहरी विकास परियोजनाओं के लिए ऋण देता है।
🔰अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष
International Monetary Fund (IMF)
➖ एक अंतर्राष्ट्रीय संस्था है, जो अपने सदस्य देशों की वैश्विक आर्थिक स्थिति पर नज़र रखने का काम करती है। यह अपने सदस्य देशों को आर्थिक और तकनीकी सहायता प्रदान करती है। यह संगठन अन्तर्राष्ट्रीय विनिमय दरों को स्थिर रखने के साथ-साथ विकास को सुगम करने में सहायता करता है
➖IMF की स्थापना 27 दिसम्बर 1945 को (कार्य प्रारम्भ 1 मार्च 1947 को)
➖मुख्यालय वॉशिंगटन डी॰ सी॰, संयुक्त राज्य अमेरिका
➖सदस्य 189 है नोरु
➖ प्रबंध निदेशक डॉमनिक स्ट्रॉस
➖बैठक वर्ष में एक बार सितम्बर अक्टूबर में
⭕IMF के कार्य
1.अंतरराष्ट्रीय मौद्रिक सहयोग की स्थापना करना
2.अंतरराष्ट्रीय व्यापार का संतुलित विकास करना
3.विनिमय दरों में स्थिरता बनाये रखना
4.बहुपक्षीय भुगतानों की व्यवस्था करके विनिमय प्रतिबन्धों को समाप्त करना
5.असंतुलन की मात्रा एवं अवधि में कमी करना
➖IMF की विशेष मुद्रा SDR (स्पेशल ड्राइंग राइट्स) है। अंतर्राष्ट्रीय व्यापार और वित्त के लिए कुछ देशों की मुद्रा का इस्तेमाल किया जाता है, इसे SDR कहते हैं।
🔝प्रथम प्रबंध निदेशक कैमिल गट (बेल्जियम) थे
➖IMF के प्रबंध निदेशक का चयन 24 सदस्यीय कार्यकारी बोर्ड(Executive Board) द्वारा किया जाता है. वर्ष 1947 में IMF की स्थापना के बाद से 11 प्रबंध निदेशक नियुक्त किये जा चुके हैं. IMF के सभी प्रबंध निदेशक यूरोपीय रहे हैं जिसमे सबसे अधिक केवल एक देश फ्रांस (5) से हैं.
➖IMF के पहले प्रबंध निदेशक श्री कैमिल गट (बेल्जियम) थे. 5 जुलाई, 2011 को क्रिस्टीन लेगार्ड ने IMF के 11वें प्रबंध निदेशक का पद संभाला था और 6 जुलाई, 2016 से वह अपना दूसरा पांच वर्षीय कार्यकाल पूरा कर रही हैं.
🔖प्रकाशन:
-वर्ल्ड इकनोमिक आउटलुक,
-वैश्विक वित्तीय स्थिरता रिपोर्ट (Global Financial Stability Report),
-वित्तीय निगरानी (Fiscal Monitor),
-क्षेत्रीय आर्थिक रिपोर्ट (Regional Economic Reports).
imf loan se free country
ReplyDeleteBahut achchha sir ji
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