मैनेजमेंट 1
● स्कूल मैनेजमेंट सारांष
◆ 1.शैक्षणिक प्रबंधन की अवधारणा एवम प्रकार्य
# राष्ट्रीय शिक्षा नीति (1986) के अनुसार - राष्ट्रीय आवश्यकता को देखते हुए प्रभावी तकनीकी का विकास व शैक्षणिक प्रबंधन की आवश्यकता है ताकि विधार्थी भावी जीवन की चुनोतियो का सामना कर सके
# शैक्षणिक प्रबंधन दो सब्दो से मिलकर बना है शिक्षा व प्रबंधन
◆ शिक्षा का अर्थ :-
शिक्षा शिक्ष धातु से बनी है जिसका अर्थ - सीखना या सिखाना
वास्तविक अर्थ - अपेक्षित व्यवहार में परिवर्तन लाना से है
◆ प्रबंधन :-
# एक संस्था द्वारा लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए सामुहिक प्रयास करना प्रबंधन है
# किसी संस्था से मानवीय व भौतिक संसाधनों का प्रभावपूर्ण उपयोग प्रबंधन है
# प्रबंधन सब्द का अर्थ व्यवस्था करना है
# प्रबंधन को अंग्रेजी में Management कहते है जिसका अर्थ है सही तरीके से व्यवस्था करना है
# प्रबंधन किसी संगठन का मस्तिष्क है
# प्रबंधन का जनक एफ डब्लू टेलर है (19 वी सदी में)
# हेनरी फियोल को आधुनिक प्रबंधन का जनक कहा जाता है
# पीटर ड्रेकर को प्रबंधन का गुरु कहा जाता है
# भारत मे प्रबंधन का जनक अरिंगधम चौधरी है
◆ सर हेनरी फियोल ने 14 सिद्धात व पांच घटक बताए
सूत्र P O C C C
P - Planning (प्लांनिग) योजना
O - Organization (ऑर्गनाइजेशन) संगठन
C - Command (कमांड) निर्देशन
C - Control (कन्ट्रोल) नियंत्रण
C - Co-ordinate ( कॉर्डिनेट) समन्वय
◆ लूथर गुलिकप्रबंधन के 7 तत्व बताए
सूत्र POSDCoRB
P - Planning (प्लांनिग) योजना
O - Organization (ऑर्गनाइजेशन) संगठन
S - Staffing (स्टाफिंग) नियुक्ति
D - Direction (डायरेक्शन) निर्देशन
CO - Co-ordinate ( कॉर्डिनेट) समन्वय
R - Reporting (रिपोर्टिंग) आलेखन
B - Budgeting (बजटिंग) बजट निर्माण
# प्रबंधन संगठन का मस्तिष्क है
# हिलकर्ट " प्रबन्धन के क्षेत्र में कला व विज्ञान एक सिक्के के दो पहलू है "
◆ शैक्षणिक प्रबंधन का अर्थ है " शिक्षा की प्रक्रिया की व्यवस्था करना "
# शैक्षणिक प्रबंधन के कार्य (नियोजन, संगठन, निर्देशन, संन्यवयन, नियंत्रण, अभिप्रेरणा,एकीकरण, सम्प्रेषण, निर्णय लेना,नवाचार,मूल्यांकन)
# सर्वप्रथम 1813 में चार्टर एक्ट के बाद शिक्षा प्रबंधन प्रसासन का दायित्व ईस्ट इंडिया कम्पनी ने लिया
# प्रसासन अंग्रेजी भाषा के एडमिनिस्टर सब्द का हिंदी रूपांतरण है जिसका अर्थ " कार्य करना या सेवा करना है
# भारत मे शैक्षणिक प्रबंधन तीन स्तरो पर संचालित है १.केंद्र स्तर २.राज्य स्तर ३.स्थानीय स्तर
# 1947 में राज्य सूची में रखा गया था जो 42 वे संसोधन (1976) में हटाकर समवर्ती सूची में रख दिया गया
# 1985 में मानव संसाधन विकास मंत्रालय का गठन किया गया जिसका एक विभाग शिक्षा विभाग है
# राज्य स्तर पर शिक्षा शिक्षा मंत्री के अधीन है शिक्षा विभाग के दो प्रमुख अंग है शिक्षा सचिवालय व शिक्षा निदेशालय है
# स्थानीय स्तर पर प्रसाशन पंचायती राज व प्रारम्भिक शिक्षा विभाग दोनो मिलकर करते है
# पंचायत राज से स्तर -
जिला स्तर पर (CEO)
पंचायत स्तर पर( BDO)
ग्राम पंचायत स्तर पर (PDO)
# प्रारम्भिक शिक्षा विभाग के
जिला स्तर पर (DEEO)
पंचायत स्तर पर( BEEO)
ग्राम पंचायत स्तर पर (PEEO)
# शैक्षणिक प्रबंधन की आधारभूत इकाई विद्यालय है इसका मुखिया प्रधानाचार्य होता है
# विधालय का मस्तिष्क प्रधानाध्यापक होता है
# विद्यालय का नाड़ीतंत्र अध्यापक होता है
# प्रबंधन किसी संगठन का मस्तिष्क होता है
# शैक्षणिक प्रबंधन में इनपुट(अदा), प्रिंसेस (प्रबंधन), आउटपुट (प्रदा)
# कोठारी आयोग ने कहा है कि भारत का भविष्य उसकी कक्षाओं में निर्मित हो रहा है
# शिक्षा का कार्य स्वस्थ सरीर में स्वस्थ मस्तिष्क का निर्माण करना है .. अरस्तू
# पुस्तकालय को विधालय का ह्रदय कहा जाता है
# ब्लूम ने शैक्षणिक प्रक्रिया के तीन मुख्य बिंदु होते है बालक शिक्षक एवम विषय वस्तु
# वर्तमान में शिक्षा के 7 R उद्देश्य है यानी (Reading,Writing , Arithmetic, Responsibility, Rights, Recreational &Relationship
◆ 2.राजस्थान में शेक्षिक परिदृश्य (Educational management in Rajasthan)
▪राजस्थान में आधुनिक शिक्षा का प्रारम्भ 1818 में प्रारम्भ हुवा
▪1835 में अंग्रेजी को राजकीय भाषा बनाया गया वेलिजेली ने प्रचार किया
■ अजमेर क्षेत्र में अंग्रेजी शिक्षा
▪राजस्थान में अंग्रेजी शिक्षा की सुरुवात अजमेर के पुष्कर में 1819 में हुई अंग्रेज अधिकारियों को शिक्षा देना (अधीक्षक पादरी जावेज केरी)
▪1822 में भिनाय व केकड़ी में स्कूल खोले
▪1875 में अजमेर में मेयो कॉलेज की स्थापना (कर्नल वाल्टर द्वारा)
1929 में सनातन धर्म कॉलेज ब्यावर
1942 में दयानंद एंग्लो वैदिक कालेज
■ जयपुर क्षेत्र में अंग्रेजी शिक्षा :-महाराजा स्कूल 1844 राजा रामसिंह के समय
■ जोधपुर क्षेत्र में अंग्रेजी शिक्षा :- दरबार स्कूल 1869 (जसवंत कॉलेज बदल दिया)
■ उदयपुर क्षेत्र में अंग्रेजी शिक्षा :- शम्भू रत्न पाठशाला 1863 (एजेंट ईडन) (उपनाम महाराजा भूपाल कॉलेज)
● राजस्थान में बालिका शिक्षा
1866 में उदयपुर, जयपुर,भरतपुर में बालिका स्कूल की स्थापना की गई
ह्यूस्टन गर्ल्स स्कूल - जोधपुर (1866-67)
सावत्री गर्ल्स स्कूल - अजमेर (1914)
सोफिया गर्ल्स स्कूल - अजमेर (1919)
महारानी नोबल्स गर्ल्स स्कूल- बीकानेर
■ ईसाई मिशनरी स्कूल ब्यावर (1860)
▪1950 में प्राथमिक एवम माध्यमिक शिक्षा मुख्यालय बीकानेर में की गई थी
▪ 1959 में प्राथमिक विद्यालयों का दायित्व पंचायती राज को सौप दिया गया
▪ 1997 में प्रारम्भिक शिक्षा एवम माध्यमिक शिक्षा को अलग अलग कर दिया गया
● प्रसाशन - शिक्षा मंत्री - शिक्षा राज्यमंत्री
- सचिवालय (जयपुर) - अतिरिक्त मुख्य सचिव - प्रमुख साशन सचिव -साशन सचिव
- निदेशालय/आयुक्तालय (बीकानेर)
▪राजस्थान के प्रमुख निदेशालय
1.राजस्थान प्रारम्भिक शिक्षा निदेशालय - बीकानेर
2.राजस्थान माध्यमिक शिक्षा निदेशालय - बीकानेर
3.सतत एवम साक्षरता शिक्षा निदेशालय - जयपुर
4.राजस्थान संस्कृत शिक्षा निदेशालय - जयपुर
5.राजस्थान कॉलेज शिक्षा निदेशालय - जयपुर
6.प्रावधिक(तकनीकी) शिक्षा निदेशालय - जोधपुर
7.राजस्थान पंचायतराज निदेशालय - जयपुर
8.भाषा एवम पुस्तकालय निदेशालय - जयपुर
▪ राजस्थान में वर्तमान में 9 शिक्षा मण्डल है (बीकानेर व पाली नवीनतम मंडल है 2 जून 2013 में)
▪ 2 अक्टूबर 2010 से सम्पूर्ण प्रारम्भिक शिक्षा पंचायतीराज को दे दी लेकिन पैतृक विभाग प्रारम्भिक शिक्षा को ही रखा है
◆ 3. विकेंद्रीकरण आयोजन में विद्यालय की भूमिका
▪ विधालय समाज का एक लघु रूप है
▪ विद्यालय एक शेक्षिक संगठन है जिसमे सत्ता का विकेंद्रीकरण पाया जाता है
▪ विकेंद्रीकरण के कारण कार्य बिना विलम्ब किया जाता है औऱ निरीक्षण अधिक प्रभावी होता है
▪ विद्यालय विकेंद्रीकरण का रूप में है विद्यालय एक इकाई है जो अभिभावकों समुदाय व शिक्षकों को समान महत्व प्रदान करता है
◆ 4 Educational management information
System(EMIS)
▪ शेक्षणिक प्रबंधन सूचना प्रणाली -
▪ EMIS न्यूपा का विभाग है यह न्यूपा विश्वविद्यालय द्वारा प्रायोजित है
▪ यह भारत की शेक्षणिक सूचना प्रणाली को मजबूत करता है
▪राष्ट्रीय स्तर पर EMIS शिक्षा सम्बंधित सूचना एकत्रित करता है जो SSA व रमसा द्वारा संचालित है
▪U डाइस के माध्यम से सूचना एकत्रित करना उनका विश्लेषण करना आंकड़े एकत्रित करना इसका कार्य है
▪ EMIS द्वारा 9 प्रकार की सूचनाएं एकत्रित की जाती है
▪ यह विद्यालय सम्बंधित समस्त सूचनाओं का संग्रहण करता है
▪EMIS शिक्षा सम्बंधित साफ्टवेयर है जो कक्षा 1 से 12 तक कि सूचना को एकत्रित करता है
◆ पाठ - 5 संस्थागत नियोजन [ Institution Of Planning ]
▪ सभी कार्यो का उचीत निष्पादन करना नियोजन है (उचित प्रबंधन करना)
▪ ऐसे निर्णय लेते है जो अधिकतम संतुष्टि देते है
▪ नियोजन योजना बनाने व उसे क्रियान्वयन करने की प्रक्रिया है
▪इसका उद्देश्य संगठन की सफलता, समय की बचत,समस्या का समाधान ,गति के साथ कार्य करने के लिए आवश्यक है
▪ शेक्षणिक नियोजन एक सतत प्रक्रिया है
◆ संस्थागत नियोजन :-
▪ संस्थागत नियोजन किसी संस्था द्वारा निर्मित शेक्षणिक सत्र के कार्यक्रमों का वितरण है
•••® संस्थागत नियोजन की प्रथम सिफारिश
▪ मुदलियार शिक्षा आयोग (1952-53) ने " विद्यालय समुन्नयन योजना " नाम रखा
▪ सफल बनाने का प्रारम्भ - कोठारी आयोग (1964-68) ने किया
▪ शिक्षा विभाग राजस्थान ने अगस्त 1968 में विद्यालय योजना की रूपरेखा प्रकाशित की थी
▪शैक्षणिक संस्था अपने उद्देश्यों की पूर्ति ,उन्नति व सफल संचालन के लिए योजना बनाती है यह संस्थागत नियोजन कहलाती है
▪ शेक्षणिक नियोजन के घटक १. समाज २.व्यक्ति ३.संस्था
▪ संस्थागत नियोजन शैक्षणिक विकेंद्रीकरण पर बल देता है
▪ संस्थागत नियोजन के चार क्षेत्र है (१.शैक्षणिक क्षेत्र ,२.सह शैक्षणिक क्षेत्र ३.भौतिक क्षेत्र ४.विविध क्षेत्र
:--राजस्थान शिक्षा विभाग द्वारा संस्थागत नियोजन
▪ विद्यालय वार्षिक योजना का प्रावधान RTE act 2009 की धारा 22 में उल्लेखित है
▪ प्रारम्भिक शिक्षा के लिए वार्षिक योजना का प्रावधान है
▪ विद्यालय प्रबंधन समिति द्वारा3 वर्षीय योजना बनाई जाएगी
▪ राजस्थान में विद्यालय योजना 1968 में दो स्तर पर चल रही है
- विद्यालय स्तर पर विद्यालय योजना
- जिला स्तर पर - संमकेतीय जिला योजना
▪ योजना के चरण
१. प्रभारी / सहयोगी २.वर्तमान स्थति ३.आवश्यकता ४.उपलब्ध संसाधन ५.लक्ष्य ६.अवधि ७.क्रियान्वयन ८.चरण ९.मूल्यांकन
◆ पाठ 6.शाला मानचित्रण [ School Mapping ]
▪प्राथमिक शिक्षा में जन समुदाय की भागीदारी अति आवश्यक है बालको को प्रारम्भिक शिक्षा क्रियान्वयन के लिए शाला मानचित्रण व सूक्ष्म नियोजन आवश्यक है
▪स्कूल मानचित्रण की सुरुवात
💠 विश्व मे 1963 में फ्रांस में हुई
💠 भारत मे जून 1992 में(लोक जुम्बिश परियोजना के माध्यम से)
💠 राजस्थान में जून 1992 में प्रारम्भ
Note :- लोक जुम्बिश परियोजना का प्रारंभ 1992 में स्वीडन के सहयोग से हुवा तथा 2004 में इसे बंद कर सर्व शिक्षा अभियान(SSA)
▪ वर्तमान में हाऊस होल्ड सर्वे द्वारा शाला मानचित्रण किया जा रहा है
▪ स्कूल मानचित्रण एक तकनीकी व प्रकिया का समूह है इसका प्रयोग स्कूल लोकेशन प्लानिंग में किया जाता है
▪ स्कूल मानचित्रण स्कूल विकास,नई योजना,उनको सुधारना,नामांकन का ठहराव व जन सहभागिता बीके लिए आवश्यक है
▪ स्कूल मानचित्रण ऐसा मानचित्र जिसे नजर देखते ही वहां की स्थति का पता चलता है नजरी नक्शा HM की सहायता से बनाया जाता है
▪ स्कूल मानचित्रण के निर्माण के लिए ग्राम शिक्षा समिति का गठन किया जाता है सदस्यों का परिचय करवाकर नजरी नक्सा तैयार किया जाता है
▪कोर टीम में न्यूनतम 6 व अधिकतम सदस्य 22 होते है जिनमे एक तिहाई महिला होती है
◆ 7.ब्लाक संदर्भ केंद्र (BRC - Block Resource Centre )
▪ सर्व शिक्षा अभियान के तहत खण्ड स्तर शेक्षणिक व्यवस्था को ठीक करने के लिए BRC का गठन किया गया
▪ शिक्षा का प्रवाह ऊपर से नीचे की और होता है
⏩: - केंद्र में MHRH संभालती है (मंत्री .रमेश पोखियार)
⏩: - राज्य में SMSA
⏩: - जिला स्तर पर - DPCO (जिला परियोजना समन्वयक कार्यालय) DEEO संभालता है
⏩: - ब्लॉक स्तर पर BRC संभालता है CBEO प्रधानाचार्य के समकक्ष होता है जो राज्य सरकार द्वारा नियुक्त होता है
⏩:- पंचायत स्तर पर PRC है जिसको PEEO संभालता है
▪ इसका प्रमुख कार्य शैक्षणिक सुविधाओं को ब्लॉक स्तर पर संचालित करता है
▪ वेतन,स्कूल ग्राण्ट,शिविर, U डाइस भरवाना, ब्रिज कोर्स चलना आदि कार्य करता है
▪राज्य की योजना को ब्लॉक स्तर पर लागू करता है
▪ पंचायत स्तर की सूचना कलेक्ट करता है व जिला स्तर पर पहुचाता है
◆ 8.SMC (विद्यालय प्रबंधन समिति)
▪RTE 2009 की धारा 21 (1) के अनुसार राजकीय प्राथमिक, उच्य प्राथमिक ,माध्यमिक, उच्य माध्यमिक व अनुदानित व खास श्रेणी की " स्कूलों में प्रबन्धन हेतु SMC का गठन किया जाएगा "
▪राजस्थान RTE नियमावली 2011 के अध्याय -2 की धारा (3 ,4 ,5 ) की अनुपालना में SMC का गठन किया जाएगा
▪21 जून 2016 में मूल विधान के संसोधन किया गया है
▪SMC का उद्देश्य कार्यो की मॉनिटरिंग करना ,विकास कार्यक्रम बनाना , परिचालन कोष बनाना, आर्थिक सहायता प्राप्त करना तथा सर्व शिक्षा के तहत विद्यालय का विकास करना मुख्य उद्देश्य है
● साधारण सभा -:-
▪साधारण सभा मे सदस्य संख्या अनिश्चित होती है तथा इसमें अभिभावक (सरक्षक) , अध्यापक, जिलाप्रमुख, प्रधान,सरपंच, नगरपालिका अध्यक्ष, जिलापरिषद सदस्य, पार्षद,डेलीगेट, वार्ड पंच सामिल होते है
▪ समिति उपनियम 4 में सभी सदस्य मिलकर साधारण सभा का निर्माण करेगे इसमें सभी सदस्य साधारण होते है
▪ सदस्यता की समाप्ति मृत्यु, त्यागपत्र, निर्वाचित सदस्यता नही रहने पर ,विद्यालय छोड़ने पर पद नही रहने पर समाप्त हो जाती है
🎯 बैठक -:- वर्ष तीन बैठक जुलाई से मार्च के मध्य (3 माह में एक बार)
▪सामान्य बैठक की सूचना 4 दिन पूर्व तथा अतिआवश्यक बैठक की सूचना 2 दिन पहले दी जानी चाइए
▪ कोरम 1/4 या 25% होना आवश्यक है तथा बैठक अमावस्या को आयोजित की जाती है कोरम पूरा ना करने पर 7 दिन बाद उसी मुद्दे पर उसी स्थान पर आयोजित की जाती है इसमी कोरम की आवश्यकता नही होती बैठक स्कूल या खुली चौपाल में आयोजित की जाती है
● कार्यकारी सभा का निर्माण
▪ इसमें सदस्यता की संख्या 16 होती है जिसमे
11स्थानीय अभिभावक
1 H.M (पदेन सचिव)
1 महिला शिक्षक
1 विद्यार्थी
1 स्थानीय प्रमुख
1 MLA द्वारा नियुक्त सदस्य
▪ 5 पदेन सदस्य होते है MLA, BEEO ,DEEO, सचिव,स्वास्थ अभिकर्ता
▪SMC में कुल सदस्यों की 50 %महिला होगी कम से कम 7
▪ 75 % अभिभावक होंगे
-:- बैठक एक माह में एक बार जुलाई मार्च के मध्य कम से कम 11 बैठक आवश्यक है
-:- गणपूर्ति 1/4 या 25% आवश्यक है
-:- 15 अगस्त से पूर्व समिति का गठन आवश्यक है
7.शिक्षक की शिकायत
SMC में 15 दिन तक कर सकता है
30 दिन बाद शिकायत BEEO को कर सकता है इसके बाद
30 दिन बाद शिकायत DEEO को कर सकता है इसके बाद
90 दिन बाद शिकायत DEE को कर सकता है
DEE अंतिम न्ययालय है
प्रमुख योजनाएं 2018 व 2019
1.प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (2019)
▪इसकी घोषणा 1 फरवरी 2019 में अंतिम बजट में पीयूष गोयल ने की थी
▪ इसको लागू 24 फरवरी 2019 को गोरखपुर उत्तरप्रदेश से लागू किया गया
▪ इसका उद्देश्य 12 हजार करोड़ किसानों का विकास करना है
★ इसमें प्रतिवर्ष 6000 ₹ दिए जाएंगे जो तीन किश्तों में दी जाएगी 4 माह में एक बार
▪ 1 दिसम्बर 2018 को प्रथम किश्त दी गई है जिसके लिए 75000 करोड़ का बजट दिया गया है
▪ यह योजना कृषि मंत्रालय के अधीन है प्रारम्भ में 2 हेक्टेयर (5 एकड़) शर्त थी जो समाप्त कर दी गई है
◆ 9.DISE (जिला शिक्षा सूचना प्रणाली)
[District information System for Education]
▪विद्यालय के भौतिक व मानवीय संसाधनों की सूचना एकत्रित करने की प्रणाली DISE है
▪ DISE के माध्यम से विद्यालय की वास्तविक सूचना प्राप्त होती है इसके लिए 11 अंको का एक प्रपत्र भरा जाता है
● डाइस क्या है ? एक प्रपत्र (फार्म) जिसमे शिक्षा संबंधित सूचना भरते है
▪ DISE योजना 1995 में यूनिसेफ के सहयोग से तथा न्यूपा (NUEPA) के माध्यम से चलाई जा रही है
▪ इसका संचालन न्यूपा का EMIS विभाग करता है जो भारत सरकार के अधीन है
▪ DISE (डाइस) का प्रारम्भ जिला प्राथमिक शिक्षा कार्यक्रम (DPEP) में पहली बार 1995 मे प्रयोग किया गया
▪सभी जिलों द्वारा 2003-04 में भरवाया गया तथा कम्प्यूटर फॉर्मेट सॉफ्टवेयर का प्रयोग 2001 में हुवा
▪यह डाइस पत्र 7 भागो में विभक्त है :-
▪ प्रारंभिक शिक्षा (1-8) में DISE भरी जाती है
▪ माध्यिका शिक्षा (9-12)में (SEMIS)
▪ वर्ष 2012-13 में DISE +SEMIS का नाम बदलकर U-DISE कर दिया गया
▪इसका क्रियान्वयन सर्व शिक्षा अभियान (SSA) व माध्यमिक शिक्षा अभियान(रमसा) द्वारा किया जा रहा है
▪नोडल एजेंसी राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद जयपुर द्वारा किया जा रहा है
▪ 2018-19 में केंद्र में U-DISE + में भरवाता है ऑफलाइन डाटा भरवाना बन्द कर दिया गया यह 11 भागो में विभक्त है
Sec.1 स्कूल की प्रोफाइल
Sec.2 भौतिक संपदा
Sec.3 टीचिंग व नॉन टीचिंग स्टाफ
Sec.4 एनरोलमेंट(रजिस्ट्रेशन)
Sec.5 मूलभूत सुविधाएं
Sec.6 परीक्षा व परिणाम
Sec.7 बार्ड परिणाम
Sec.8 रिसिप्ट
Sec.9 वोकेशनल शिक्षा
Sec.10 PGI इंडिकेटर
Sec.11 स्कूल सेफ्टी
▪ डाइस कोड 11 अंको का होता है
प्रथम दो -राज्य कोड
दूसरे दो - जिला कोड़
तीसरे दो - ब्लाक कोड
चौथे तीन- गांव के कोड
पांचवे दो- स्कूल के कोड़
▪ U डाइस में दो प्रकार की सूचना भरी जाती है ग्रामीण स्तर की व स्कूल स्तर की जो प्रतिवर्ष 30 सितंबर को भरी जाती है
▪प्रथम चार जिला कोड है तथा अंतिम 7 विद्यालय कोड है
◆ 10. सर्वशिक्षा अभियान (SSA) Sarva Shiksha Abhiyan
▪सभी को शिक्षा मिले इसका एक बड़ा अभियान है सर्व शिक्षा अभियान
▪ केंद्र व राज्यों के प्रयास से 2001 में सर्व शिक्षा अभियान (1 से 8 तक के बालको) चलाया गया था इसका प्रयास था कि 6 से 14 साल के सभी बच्चों को शिक्षा के दायरे में लाया जाए
▪6 से 14 वर्ष के बालको को गुणवत्तापूर्ण प्रारम्भिक शिक्षा उपलब्ध करवाना था
▪ राष्ट्रीय शिक्षा नीति 1986 तथा प्रोग्राम ऑफ एक्शन 1992 में प्रारंभिक शिक्षा दिलाना मुख्य उद्देश्य था
▪ 16 नवंबर 2000 को केंद्र से मंजूरी मिली तथा 2000-01 से क्रियान्वित किया गया
▪ सर्वशिक्षा अभियान एक जन आंदोलन था
◆ सर्वशिक्षा अभियान के लक्ष्य
▪6 से 14 वर्ष के बालको को 2003 तक विद्यालय में नामांकित करना 2007 तक प्रारम्भिक शिक्षा पूर्ण करना
▪गुणवत्तापूर्ण शिक्षा तथा वैकल्पिक शिक्षा प्रदान करना
▪ विद्यालय परित्याग दर शून्य करना
◆ उद्देश्य
▪ सामुदाय की सहभागिता बढ़ाना व गुणवत्तापूर्ण बेसिक शिक्षा प्रदान करना
▪ बालिका शिक्षा को प्रोत्साहन व वंचित वर्ग को प्रोत्साहन करना
▪ प्रत्येक 40 बच्चों पर एक अधयापक होगा एक प्राथमिक स्कूल पर दो अध्यापक होंगे तथा उच्य प्राथमिक स्तर पर प्रत्येक कक्षा के लिए एक अघ्यापक होगा
▪ स्कूल 1 किलोमीटर के दायरे में खोलना
▪ नोडल एजेंसी राजस्थान प्रारम्भिक शिक्षा परिषद (RCEE)
▪SSA 2001-02 से कार्य प्रारम्भ किया सभी जिलों में चल रहा है
▪ वितीय भागीदारी
9वी पंचवर्षीय योजना में 85: 15
10वी पंचवर्षीय योजना में 75:25
8 दिसम्बर 2015 में 65:35
वर्तमान में 60:40
● प्रमुख कार्यक्रम
◆ NPEGEL :- प्रारम्भिक स्तर बालिका शिक्षा हेतु राष्ट्रीय कार्यक्रम - 31 जिलों में (सीकर झुंझुनूं को छोड़कर) 186 पिछड़े ब्लॉक में
◆ KGBV कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय
◆ वैकल्पिक शिक्षा - ड्रॉपआउट बच्चों के लिए (गैर आवासीय ब्रिज कोर्स,शिक्षा मित्र केंद्र,माइग्रेटरी छात्रावास,मदरसा स्वालम्बन)
◆ CWNS चाइल्ड विद स्पेशल नीड्स - विकलांग व मुख्य धारा से अलग के बालको के लिए
◆ LEHAR (लर्निंग इंसाइटमेंट एक्टिविटी इन राजस्थान) 1 से12 के बच्चों के लिए नामांकन ठहराव
◆ CALP (कम्प्यूटर एडेड लर्निंग प्रोग्राम) 2004-05 में प्रारम्भ कम्प्यूटर समझ का विकास करना (कक्षा 6 से 8)
◆आवासीय छात्रवास - विद्यालय प्रबंधन समिति द्वारा 100 संख्या का होता है 6 से 8 के लिए राजस्थान के 10 जिले आते है
◆राष्ट्रीय अविष्कार अभियान 9 जुलाई 2015 को
◆आपणी लाडो 10 विपरीत लिंग के जिलों में
महत्वपूर्ण तथ्य
▪ SSA + RMSA = SMSA (2018-19 में पूर्व प्रारम्भिक शिक्षा से 12वी तक अभियान को समग्र शिक्षा अभियान देखेगा)
▪ इसकी घोषणा 24 मई 2018 को हुई (1 जुलाई 2018 को लागू)
▪ नारा -"सबको शिक्षा अछि शिक्षा"
▪ बजट - 75000 [अंशदान J&K व हिमाचल व पूर्वोत्तर में 90:10 तथा अन्य में 60:40 होगा
▪ नोडल - राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद जयपुर RCSE
▪एक घंटा खेल का होगा व खेल सामग्री को प्रोत्साहन दिया जाएगा (1-5 =5000, 6-10=10000,11-12 =15000
▪ कस्तूरबा गांधी 6-12 तक
▪ अवधि 1 अप्रेल 2018 से 31 मार्च 2020 तक
◆ 11.Rashtriya Madhyanik Shiksha Abhiyan(RMSA). राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान
▪ MHRD मंत्रालय को शिक्षा सम्बंधित सुधार व गती देने हेतु गठित केंद्रीय परामर्श मंडल (CABE) द्वारा 2005 में माध्यमिक शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए गुणवत्ता विकास की अभिसंशा की गई
▪ 10 वी पंचवर्षीय योजना के 2005 में योजना आयोग व राष्ट्रीय विकास परिषद के सम्मुख एक मध्यवर्ती प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया जिसमें माध्यमिक शिक्षा को एक मिशन के रूप में अपनाया है
▪ राष्ट्र के समग्र उत्थान के लिए 14-18 वर्ष के समूह पर विशेष ध्यान दिया
● इस प्रारूप को दस अध्याय में रखा गया है -
▪माध्यमिक स्तर पर शिक्षा का सार्वजनिकरण करना ,उपागम व व्यूह रचना करना,नियोजन, मूल्यांकन, वितीय पक्ष शिक्षा गुणवत्ताके सुधार करना विद्यालय सुविधा देना
▪रमसा अभियान भारत सरकार का फेलगशिप प्रोग्राम है जो मार्च 2009 में प्रारम्भ हुई व इसका क्रियान्वय 2009-10 में हुवा
▪राजस्थान के इसका प्रारम्भ 3 सितंबर 2009 में प्रारम्भ (सत्र 2009-10)
▪ग्यारहवीं योजना में वितीय व्यवस्था 75:25 थी जो वर्तमान में 50:50 कर दी [पूर्वी राज्यों में वितीय व्यवस्था 90:10 है]
▪5 वर्ष में माध्यमिक स्तर पर नामांकन 70% करना तथा उच्य माध्यमिक स्तर पर 75 % तक बढ़ाने का लक्ष्य रखा गया
▪ रमसा के क्रियान्वयन के लिए दो समितियां बनाई गई है
1.शासी परिषद - अध्यक्ष मुख्यमंत्री , उपाध्यक्ष - शिक्षा मंत्री
2.निष्पादन मंडल - चेयरमैन शाशन सचिव
▪ राजस्थान माध्यमिक शिक्षा परिषद (RCSE) यह रमसा की नोडल एजेंसी है
◆ 12 .Functions of RIE (क्षेत्रीय शिक्षा संस्थान)
▪ जुलाई 1963 को स्थापना की गई
▪ उदेश्य - बहुउद्देश्यीय विद्यालयों के शिक्षकों के व्यवहारिक एवम वैज्ञानिक पद्धति से प्रक्षिक्षण प्रदान करना
▪भारत मे शिक्षक शिक्षा में गुणवत्ता लाने हेतु NCERT द्वारा जुलाई 1963 में 4 क्षेत्रीय शिक्षण संस्थान खोले गए
1. उतर भारत -अजमेर (महर्षि दयानंद सरस्वती वी वी) [RJ-H-UP-UK-HP-JK-DL-Ch] कुल-8
2. दक्षिण भारत - मैसूर कर्नाटक [मैसूर विश्विद्यालय] केरल,कर्ना.तमि. आंध्रा, पुदु. लक्षद्वीप.तेलंगा. कुल-7
3.पूर्वी भारत - भुनेश्वर उड़ीसा (उत्कल विश्विद्यालय भुनेश्वर) ओडिशा, प.बंगाल, बिहार,झारखंड, अंडमान कुल -5
4.पश्चिम भारत - भोपाल MP (बरकतुल्ला विश्विद्यालय भोपाल) MP. छतीस.गुज.महाराष्ट्र. गोवा.दादर हवेली. दमन दीव कुल-7
5.उतर पूर्व भारत - शिलांग मेघालय (नवीनतम 1995 में स्थापना) नार्थ ईस्ट हिल विश्वविद्यालय शिलांग [मेघालय,असम, Aru.P,मणी, सिक्कम, त्रिपुरा, नागालैंड, मिजोरम कुल- 8
● RIE के प्रमुख विभाग
शिक्षा विभाग -
गणित एवम विज्ञान विभाग
सामाजिक विज्ञान एवम मानविक शिक्षा विभाग
विस्तार शिक्षा विभाग (प्रक्षिक्षण सम्बंधित कार्य करवाता है)
● REI के कार्य - REI द्वारा NCERT की नीतियों का क्रियान्वयन किया जाता है (शोध सम्बंधित कार्य,अकादमी सहयोग देना,प्रकाशन,प्रक्षिक्षण देना
● राजस्थान में एकमात्र क्षेत्रीय शिक्षण संस्थान अजमेर में है जो उतरी भारत का कार्यालय है यह Bsc. Bed. Med. PG डिप्लोमा कार्यक्रमों का आयोजन करवाता है
▪ इसमे त्रिस्तरीय भाषी शिक्षा दी जाती है
◆ 13.SIERT (राजस्थान राज्य शैक्षिक अनुसन्धान एवम प्रक्षिक्षण संस्थान)
▪राष्ट्रीय स्तर पर जो कार्य NCERT करता है राज्य स्तर पर वह कार्य SIERT करता है
▪ तृतीय पंचवर्षीय योजना में प्रत्येक राज्य में एक राज्य शिक्षा संस्थान (SIE) खोलेगा
▪ इसके तहत राजस्थान ने 1963 में राज्य शिक्षा संस्थान (SIE) उदयपुर में खोला गया
▪ प्रो R.C मल्होत्रा समिति की अभिसंशा पर "राज्य शिक्षा संस्थान (SIE)" की जगह 11 नवम्बर 1978 को उदयपुर में SIERT की स्थापना की गई
▪ यह संस्थान निदेशालय प्रारंभिक शिक्षा बीकानेर के शेक्षणिक अभिकरण के रूप में कार्य करता है SIERT प्रारम्भिक शिक्षा विभाग के अधीन कार्यरत है
▪14 अगस्त 2018 को SIERT का पुनर्गठन किया गया और इसका नया नाम RSCERT कर दिया गया तथा इसे स्वायत्तशाषी संस्था का दर्जा दिया गया
● RSCERT के उदेश्य
▪विद्यालय शिक्षा को गुणवत्तापूर्ण उन्नयन करना तथा शेक्षिक चुनोतियाँ का समाधान करना है
▪संगठन
निदेशक (1) राज्य सरकार द्वारा नियुक्त
अतिरिक्त निदेशक (1) राजस्थान शिक्षा सेवा
प्रोफेसर (01) सयुक्त निदेशक समक्ष
प्रोफेसर -1 (4) उपनिदेशक समक्ष
प्रोफेसर -2 (1) जिला शिक्षा अधिकारी समक्ष
एसोसिएट प्रोफेसर (10)
असिस्टेंट प्रोफेसर (20)
▪ यह सर्वोच्च अकादमी संस्था है जो अकादमीक सलाहकार व मंत्रणात्मक कार्य करता है
▪ SIERT में 9 विभाग है जिसमे विभाग 6(शेक्षणिक प्रोधोगिकी) अजमेर में है बाकी 8 विभाग परिसर में संचालित है
▪SIERT कार्य प्रक्षिक्षण देना,सामग्री का निर्माण करना,कक्षा 1 से 12 तक कि पाठ्यपुस्तकों का पाठ्यक्रम निर्माण करना, शिक्षण अधिगम सामग्री का निर्माण करना ,प्रकासन करना
◆ 14. राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बार्ड BSER
▪ राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बार्ड की स्थापना 1957 की अनुपालना में " 4 दिसम्बर 1957 " को जयपुर में माध्यमिक शिक्षा बार्ड की स्थापना की गई
▪पी सत्यनारायण राव समिति की अनुसन्सा में 1 जनवरी 1961 में बार्ड को अजमेर में स्तान्तरण कर दिया गया
▪प्रारम्भ में कार्यालय नजरबाग कोठी में था जो 1973 को NH पर स्थित भवन में शिफ्ट कर दिया गया
▪ वेबसाइट :- rajeduboard.rajsthan.Gov.in है
▪BSER माध्यमिक शिक्षा पद्धति में गुणवत्ता लाने हेतु माध्यमिक शिक्षा को तकनीकी ढंग से विकसित करने के लिए स्थापना हुई
● संरचना व संगठन
▪Chairman (अध्यक्ष) -1
▪उपाध्याय सहित पदेन सदस्य - 7
▪Elected Members (निर्वाचित सदस्य) - 7
▪राज्य सरकार द्वारा मनोनीत (निर्दिष्ट सदस्य) -17
▪विधानसभा अध्यक्ष द्वारा मनोनीत (निर्दिष्ट सदस्य )-2
▪प्रतिष्टित सह आवरण शिक्षा शास्त्री सदस्य - 2
▪ 2018 में 5 राज्यपाल द्वारा सदस्य शामिल किए [कुल सदस्य = 36 + 5 + एक सचिव =42]
▪ बार्ड के राज्य सरकार द्वारा मनोनीत सदस्यों का कार्यकाल तीन वर्ष होता है
▪ उपाध्यक्ष पदेन सदस्य माध्यमिक शिक्षा निदेशक/आयुक्त होता है
▪ बार्ड का सचिव राज्य सरकार द्वारा नियुक्त होता है जो RAS के समकक्ष होता है
▪ गणपूर्ति हेतु कुल सदस्य संख्या का एक तिहाई उपस्थित अनिवार्य है
● BSER के कार्य
▪स्कूलों की मान्यता सम्बंधित कार्य
▪पाठ्यक्रम का निर्माण 9 से 12 तक # दिसम्बर वर्तमान 2018 में 9 से 12 का पाठ्यक्रम RSCERT के द्वारा मनाया जाएगा
▪परीक्षा संबंधित कार्य (बार्ड 12वी व 10 वी ,प्रवेशिका,वरिष्ठ उपाध्याय, REET वैकल्पिक बार्ड,व्यवससिक शिक्षा )
▪ श्रेष्ठ विद्यालय को पुरुस्कार
▪ छात्रवृत्ति सर्जनात्मक प्रतियोगिता, त्रेमासिक राजस्थान बार्ड आफ जनरल पत्रिका का प्रकाशन
▪ एकल /दीपुत्री पुरुस्कार योजना 2012 (प्रथम 15 लड़कियों को 21000 व जिला स्तर पर 5 बालिका को 5000 रूपय दिए जाते है)
▪बार्ड मेरिट पर
उच्य माध्यमिक वरीयता छात्रों को प्रतिमाह 3 वर्ष हेतु 500/-
माध्यमिक वरीयता छात्रों को प्रतिमाह 2 वर्ष हेतु 400/-
● पुरुस्कार योजना (2017-18)
▪शिक्षा रत्न पुरस्कार (शिक्षकों के लिए) - एक लाख रुपये
▪ कला रत्न पुरस्कार (विद्यार्थियों के लिए) - 51000/-
▪ खेल रत्न पुरस्कार (विद्यार्थियों के लिए ) - 51000/-
▪चेयरमैन Shri Nathmal Didel (I.A.S.)
Chairman and Director Sec.Education
◆ 15.उच्च अध्ययन शिक्षा संस्थान
IASE - (इंस्टीट्यूट आफ एडवांस स्टडी इन एज्युकेशन)
▪राष्ट्रीय शिक्षा नीति 1986 के शिक्षक शिक्षा एवम प्रक्षिक्षण में गुणात्मक सुधार लाने का विशेष प्रावधान में IASE प्रमुख है
▪ IASE का कार्य
माध्यमिक स्तर की शिक्षक शिक्षा के B.ed व M.ed की सेवापूर्व प्रक्षिक्षण व सेवाकालीन प्रक्षिक्षण तथा शोध कार्य के लिए संकल्पना दी गई है
▪IASE का प्रसाशनिक नियंत्रण - माध्यमिक शिक्षा निदेशालय
▪IASE का अकादमिक नियंत्रण - कालेज शिक्षा निदेशालय करता है MHRD मंत्रालय गाईडलाइन जारी करता है
▪ IASE शिक्षण प्रक्षिक्षण संस्थाओं में सर्वोच्च माना जाता है
● उदेश्य -
▪B.ed व M.ed पाठकर्मो का आयोजन कर माध्यमिक स्तर शिक्षक तैयार करना
▪सेवारत शिक्षकों के लिए शिविरों का आयोजन करवाना नवाचार से अवगत करवाना
▪M.ed M.fil PHD के लिए संसाधन उपलब्ध करवाना
● संगठन (प्राचार्य -उपप्राचार्य - प्रोफेसर- रीडर- व्याख्याता - अनुदेशक )
● विभाग (कुल 8)
१.शेक्षणिक आधार प्रभाग २.प्राथमिक शिक्षा विभाग ३.सेवारत शिक्षा विभाग ४.शेक्षणिक प्रोधोगिकी विभाग,५.योजना प्रभाग ,६.शोध प्रभाग ,७.विशिष्ट शिक्षा प्रभाग व ८.प्रबंधन व प्रसाशन विभाग
● राजस्थान में उच्य अध्ययन शिक्षण संस्थान (IASE)
वर्तमान में दो संस्थान है
1.राजकीय उच्य अध्ययन शिक्षण संस्थान - बीकानेर (1940)
▪ 1956 में B.ed स्तर की मान्यता दी गई व 1970 में Med स्तर की
▪ 1 सितंबर 1988 को IASE बना दिया गया जो राजस्थान में प्रथम थी
2.राजकीय उच्य अध्ययन शिक्षण संस्थान- अजमेर (1941)
▪1988-89 में IASE बना दिया गया
▪स्टाफ की नियुक्ति राज्य सरकार द्वारा की जाती है
▪ राजस्थान में दो निजी संस्थान भी है - सरदार सहर चुरू व उदयपुर में
◆ 16.College of Teacher Education (C.T.E) शिक्षक शिक्षा महाविद्यालय
▪ सर्वप्रथम शिक्षकों को शिक्षा हेतु ब्रिटिश एजुकेशन बार्ड ने आरम्भ किया (बम्बई, मद्रास,कोलकाता में)
▪ मुनरों ने 1825 में मद्रास ट्रेनिंग स्कूल की स्थापना की
▪ लार्ड कर्जन की 1904 की शिक्षा नीति में गवर्नमेंट ट्रेनिंग कॉलेज खोले गए जो सामान्य कॉलेजों के समकक्ष थे
▪ माध्यमिक स्तर पर शिक्षण प्रक्षिक्षण संस्थानों को ऊपर उठवाने के लिए CTE की संकल्पना दी गई
▪ राष्ट्रीय शिक्षा नीति 1986 के तहत 1988 में शिक्षक प्रक्षिक्षण के लिए C.T.Es की स्थापना की गई (आचार्य राममूर्ति की सिफारिश पर)
▪ अधिक गुणवत्ता वाले प्रक्षिक्षण संस्थानों को CTEs का दर्जा दिया गया
● राजस्थान में CTS (जून 2018)
1. शाहगोवर्धन लाल काबरा - जोधपुर (1989-90) जोध, बाड, जैस. जालो.पाली
2.लोकमान्य तिलक CTE- डबोक उदयपुर (1993-94) डुग.बॉस. चितो, राजस.
3.हरिभाऊ उपाध्याय CTE - हटूंडी अजमेर (1993-94) नागौर,भीलवाड़ा टोक
4.ग्रामोथान विद्यापीठ CTE - संगरिया हनुमानगढ़ (1994-95)
5.आर्य विद्यापीठ CTE - भुवासर भरतपुर (1995-96)
6.श्री अग्रसेन केशव विद्यापीठ -जामडोली (जयपुर) 2001-02
7.विद्या भवन कला संस्थान CTE - उदयपुर (2004-05)
8.गांधी विद्या मंदिर CTE सरदार शहर चुरू (2004-05)
▪ गोपी कृष्ण पीरामल CTE - बगड़ झुंझुनूं को पुनः Bed कॉलेज बना दिया गया है जो पहले CTE था
● CTEs के कार्य
▪माध्यमिक स्तर पर प्रक्षिक्षण देना
- माध्यमिक शिक्षकों को सेवापूर्व प्रक्षिक्षण देना
- माध्यमिक स्तर के शिक्षकों को सेवाकालीन प्रक्षिक्षण देना (नवाचार सम्बंधित)
- प्रायोगिकी व अन्य प्रासंगिक कार्यो का संचालन करना
- सेवाकालीन शिक्षकों के लिए अभीनवीनीकरण कार्यक्रम का संचालन करना
▪ इनका संचालन निदेशालय माध्यमिक बीकानेर करता है मान्यता NCET द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा परिषद द्वारा मान्यता प्राप्त है
◆ 17. District Institute of Education & Training (DIET) जिला शिक्षा एवम प्रक्षिक्षण संस्थान
▪राधाकृष्णन आयोग 1949 ,मुदलियार आयोग 1952,कोठारी आयोग 1964-66 व राष्ट्रीय शिक्षा नीति 1986 में जिला स्तर पर शिक्षा के सार्वजनीकरण के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए जिला स्तरीय शिक्षण प्रशिक्षण संस्थान की संकल्पना की गई
▪ प्रोग्राम ऑफ एक्शन 1992 की क्रियांवती के रूप में डाइट्स की स्थापना चरणबद्ध रूप से देश मे की गई
▪शिक्षा नीति 1986 में प्राथमिक स्तर पर शिक्षा के विकास व अनिवार्य संचालन के लिए 1988 ( सत्र 1987-88) में जिला स्तर पर डाइट की स्थापना की गई
▪ डाइट का सम्बंध राज्य स्तर पर SIERT और प्रौढ़ शिक्षा निदेशालय से होता है
▪राष्ट्रीय स्तर पर डाइट का सम्बंध NCERT व न्यूपा से होता है
▪ वर्तमान में राज्य में 33 डाइट्स है
▪ एक संस्कृत शिक्षक प्रक्षिक्षण विद्यालय जयपुर
▪ एक राजकीय अल्पभाषी शिक्षक प्रक्षिक्षण संस्थान अजमेर
▪ 15 निजी संस्कृत शिक्षक प्रक्षिक्षण संस्थान विद्यालय
▪ 219 निजी STC विद्यालय संचालित है
● उदेश्य
▪ प्राथमिक शिक्षक व प्रौढ़ शिक्षा कर्मचारियों को प्रक्षिक्षण देना ,जिले में सन्दर्भ संस्था का कार्य करना, जिला स्तर अभिकरणों का संन्यवयन करना,मूल्यांकन कार्यक्रमों का आयोजन करना है
▪ डाइट का सर्वोच्च पदाधिकारी " प्राचार्य " होता है जो जिला अधिकारी के समकक्ष होता है
▪ डाइट प्रारम्भिक शिक्षा के अधीन आता है
#▪ प्राचार्य (1) DEEO के समकक्ष
#▪ उपप्राचार्य (1) प्राचार्य के समकक्ष
#▪ वरिष्ठ व्याख्याता (6) प्रधाचार्य के समकक्ष
#▪ व्याख्याता (18)
▪पिंक बुक से अनुसार डाइट को 7 अकादमिक संस्थाओं में बांटा गया है (PSTE,WE, DRU, IFIC, CMDE, ET एवम P&M) एक प्रसानिक साखा होती है (कुल 8 साखा)
▪ प्रक्षिक्षण देना सेवा पूर्व प्रक्षिक्षण देना (PSTE) व सेवा कालीन प्रशिक्षण देना
▪राजस्थान में प्रथम डाइट 14 जून 1995 में अलवर तथा नवीनतम डाइट प्रतापगढ़ 2009 में बनी वर्तमान में 33 डाइट है
▪ डाइट 8 विभाग से बना है
◆ 18 .राजस्थान शेक्षणिक पहल (Rajasthan Educational Intiative)
▪ राजस्थान में शिक्षा विभाग में सूचना संप्रेषण व तकनीकी प्रगति को समाहित करने की दृष्टि से राजस्थान एज्युकेशन इनिसिएटिव (REI) का गठन हुवा
▪इसका क्रियान्वयन राज्य सरकार द्वारा होता है इसकी नोडल एजेंसी राजस्थान प्रारम्भिक शिक्षा परिषद है
▪ मुख्यमंत्री ने जनवरी 2005 में आयोजित "विश्व आर्थिक मंच" की बैठक दबोस (स्विट्जरलैंड) में इस पर हस्ताक्षर किए
▪REI सितंबर 2005 में प्रारम्भ हुवा तथा 2008 में प्रथम चरण पूरा हुवा
▪RIE के कोर पार्टनर
- CII कन्फेडरेशन ऑफ इंडियन इंस्टीट्यूट
- GeSCI ग्लोबल ई स्कूल एंड कमन्यूकेशन इनिशिएटिव
- WEF वर्ड एकॉनॉमिस फोरम्स
▪ वर्ष 2009-10 में इसे सर्व शिक्षा अभियान के PPP कम्पोनेंट के रूप में समाहित कर दिया गया
▪ RIE की वेबसाइट rei. org. in को फरवरी 2009 में लांच किया गया
▪ इसके माध्यम से PPP माडल के सयुक्त प्रयास से शेक्षणिक परिदृश्य में बदलाव लाना है
▪ RIE की स्थापना के समय 26 MOUs पर हस्ताक्षर किए गए जिसमे प्राइवेट सेक्टर, NGO तथा फाउंडेशन थे
◆ प्रमुख सहयोगी
▪भारतीय उधोग परिसंघ CII
▪ विश्व आर्थिक मंच (WEF)
▪ वैश्विक ई विद्यालय एवम समुदाय पहल (GeSCI)
◆ गौण सहयोगी
माइक्रोसॉफ्ट, बौद्ध शिक्षा समिति,भारतीय फाउंडेशन, नंदी फाउंडेशन आदि 24 NGO जुड़े है
● उदेश्य
विशेष आवश्यकता वाले बालको को गुणवत्तापूर्ण समावेशी शिक्षा
विश्व स्तरीय प्रोधोगिकी के माध्यम से शेक्षणिक सबलीकरण
कम्प्यूटर साक्षरता ,ICT व गैर ICT के माध्यम स कौशल विकास
▪राजस्थान शिक्षा पहल - सितंबर 2005 को PPP मॉडल पर
▪ RIE कार्यक्रम राजस्थान में " राजस्थान प्रारम्भिक शिक्षा परिषद (RCEE) द्वारा चलाई जा रही है जो SSA द्वारा किया जा रहा है
▪ वर्तमान नोडल एजेंसी RCSeE को बनाया गया है
▪वर्तमान में 35 MOU किये गए है जिनका वितरण 11 ICT और 22 Non ICT व 2 डोकोमेंट्स डिस्क्रिप्शन के है
▪ वर्तमान में 13 संस्थाओं के साथ 4क MOU क्रियाशिल है
◆ 19 बालिका शिक्षा फाउंडेशन
( Balika Shiksha Foundation)
▪ बालिका शिक्षा विकास हेतु कल्याणकारी योजनाओं को प्रोत्साहित करना ताकि बालिका शिक्षा में अपना वरिष्ठ स्थान बना सके
▪ बालिका शिक्षा फाउंडेशन की स्थापना 30 मार्च 1995 को हुई
▪ कार्यालय - जयपुर (शिक्षा संकुल)
▪ इसकी स्थापना के समय सरकार ने एक करोड़ का फंड दिया
▪ इस सभा का अध्यक्ष - मुख्यमंत्री व सभापति मुख्य सचिव होगा
● उद्देश्य -
▪बालिका शिक्षा को बढ़ावा देना है बालिका का सत प्रतिसत नामांकन व ठहराव सुनिश्चित करना है
▪आर्थिक दृष्टि से निर्धन परिवारों की प्रतिभावान बालिकाओं को उच्य व तकनीकी शिक्षा हेतु आर्थिक सहायता देना
▪ सरकार द्वारा अनुमोदित बजट से तथा मान्यता प्राप्त करने के लिए दी गई राशि BSF में जमा होती है
- कक्षा 1-8 तक मान्यता राशि 10000 रूपय
- कक्षा 9-10 तक मान्यता राशि 50000 रुपये
- कक्षा 11-12 तक मान्यता राशि 70000 रूपय
(प्रति संकाय 30000 रुपये जमा होते है)
▪ दो प्रकार की समितियां होती है
# शाषी परिषद - (अध्यक्ष -मुख्यमंत्री तथा उपाध्यक्ष -शिक्षा मंत्री )
# कार्यकरणी परिषद - (सभापति -मुख्य सचिव व उपाध्यक्ष -शिक्षा सचिव होता है)
● बालिका शिक्षा फाउंडेशन की प्रोत्साहित योजना
◆ आपकी बेटी योजना ( 2004-05)
▪ कक्षा 1 से 12 तक मे अध्ययनरत बालिका जो गरीबी रेखा से नीचे है तथा माता पिता का निधन (या एक का) पात्र है
▪कक्षा 1-8 हेतु - 2100 राशी
▪कक्षा 9-12 हेतु - 2500 राशी
▪ 2018-19 दिव्यांग बालिका को वितीय सहायता मिलेगी
◆ गार्गी पुरुस्कार योजना (सीनियर) (1998)
▪ कक्षा 10 में 75% अंक प्राप्त पर 6000 की सहायता
▪ समस्त बालिका वर्ग को लाभ
▪ बसन्त पंचमी को 3000 की दर से दो वर्ष तक (कक्षा 11 हेतु 3000 व कक्षा 12 हेतु 3000 की सहायता)
◆ इंद्रा प्रियदर्शनी पुरुस्कार योजना ( 2010-11)
▪कक्षा 10 व कक्षा 12 में जिले में SC, St, OBC में प्रथम स्थान प्राप्त बालिका को
▪2017-18 में नाम परिवर्तन कर पद्माक्षी पुरुस्कार योजना कर दिया गया लेकिन 2019-20 में पुनः इंद्रा प्रियदर्शनी कर दिया गया
▪ प्रत्येक 19 नवम्बर को दिया जाता है
▪पात्रता कक्षा 8,10,12 बार्ड कक्षाओं में जिले में प्रथम आने वाली बालिकाओं को
कक्षा 8 - की बालिका को 40000 रूपय
कक्षा 10 - की बालिका को 75000 रूपय
कक्षा 12 - की बालिका को 100000 रूपय "+स्कूटी (प्रत्येक संकाय में)
◆ कक्षा 12 में 75% अंक प्राप्त छात्राओं को (2008-09)
▪ एकमुश्त 5000 रुपए की सहायता
◆ विदेश में स्नातक स्तर की शिक्षा सुविधा योजना (2010-11)
▪कक्षा 10 की मेरिट वाली प्रथम तीन बालिकाओं को (प्रतिवर्ष 25 लाख अधिकतम की सुविधा)
◆ मुख्यमंत्री हमारी बेटी योजना (2015-16)
▪ राजकीय विद्यालयों में प्रत्येक जिले से 2 बालिका को वितीय सहायता दी जाएगी
▪ BPL परिवार की एक प्रति जिला बालिका को
▪ अनाथ बालिका प्रति जिला एक को (2018-19 से लागू)
▪इस तरह कुल पुरुस्कार 132 है (66+33+33=132)
◆ सारेरिक अक्षमता युक्त बालिकाओं हेतु (2005-06)
▪ 11वी व 12वी नियमित अध्ययन के लिए 2000 की सहायता
● अन्य बालिका प्रोत्साहन योजना
◆पूर्व सैनिक प्रतिभावान पुत्री छात्रवृत्ति (2001-02)
▪ कक्षा 11वी,12वी 1000 की सहायता
◆ निःषुल्क स्कूटी वितरण योजना 2012/13
▪ SC ST की बालिका जिनके 10वी ,12वी में 70%अंक
◆ राजीव गांधी किशोरी सशक्तिकरण योजना (सबला) 2010
▪ 10 जिलों में
◆ टांसपोर्ट बाउचर स्किम (2017-18)
RTE एक्ट 2011 (धारा 7(4)
कक्षा 1 से 5 के लिए 10 रूपय प्रतिदिन
कक्षा 6 से 8 के लिए 15 रूपय प्रतिदिन
◆ 20. कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय (Kasturba Gandhi Balika Vidalaya)
▪कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय की स्थापना जुलाई-अगस्त 2004 में की तथा सर्व शिक्षा अभियान के तहत 1 अप्रेल 2007 से संचालित है
▪यह कार्यक्रम 27 राज्यो के 3479 शेक्षणिक रूप से पिछड़े ब्लाकों में संचालित है
▪ KGVB विद्यालयों का उद्देश्य वंचित वर्ग की उन बालिकाओं को मुख्य धारा से जोड़ना जो किसी कारण वश विद्यालय नही जा पाती और आगे पढ़ना चाहती है
▪ शेक्षणिक दृष्टि से पिछड़े ब्लाक (EBB) तथा अल्पसंख्यक बाहुल्य शहरी क्षेत्रों में KGVB संचालित है
▪SC, ST, OBC ,अल्पसंख्यक, तथा गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाली बालिकाए अध्ययन करती है
▪ SSA के तहत राजस्थान में शेक्षणिक दृष्टि से पिछड़े 186 विकास खंडों जिनका
- ग्रामीण महिला साक्षरता दर राष्ट्रीय महिला साक्षरता दर से 46.13 % से कम है
- जेण्डर गैप राष्ट्रीय औसत से 21.59% से अधिक है
- 14 सहरी क्षेत्र जिनमे 20 % से अधिक निवास करते है
▪ राजस्थान में कुल 200 KGVB है (186+14)
▪ 1 अप्रेल 2008 में संसोधन किया गया जिसमें
- ग्रामीण महिला साक्षरता 30% से कम
- सहरी महिला साक्षरता 53.67 से कम वाले क्षेत्रों में खोलने का प्रावधान किया गया है
● KGVB की सरचना
▪प्रथम मॉडल [बालिका संख्या -100/150] - आवास में - 176+2 = 178 स्कूल
▪द्वितीय मॉडल [बालिका संख्या -50] - आवास में - राजस्थान में लागू नही
▪तृतीय मॉडल [बालिका संख्या -50/100] -निकट उच्च प्रा. वी में - 11+11 = 22 स्कूल
● प्रवेश हेतु पात्रता
ब्रिज कोर्स के माध्यम से,10-14 ड्रॉपआउट बालिकाएं, घुमन्तु,एड्स पीड़ित की बालिका,
▪आरक्षण व्यवस्था
- 75% SC, ST ,OBC बालिका को प्राथमिकता से प्रवेश
- 25% BPL परिवार के पिछड़े बालक
▪ मॉडल 1sत में कुल सदस्य प्रबंधन में 16 है
▪मॉडल 3rd में सदस्य संख्या 10 है जिसमे 50% महिला आवश्यक है
▪ अध्यक्ष (ब्लाक प्रारम्भिक शिक्षा अधिकारी BEEO)
▪ सचिव सदस्य - सम्बंधित ब्लाक संदर्भ व्यक्ति
◆ 21.राजस्थान पाठ्यपुस्तक मंडल (Rajasthan text book board)
▪राजस्थान सरकार ने सन 1973 में एक प्रसाशनिक आदेश से राज्य पाठ्यपुस्तक मंडल के गठन हुवा
▪ राजस्थान संस्था पंजीकरण अधिनियम 1958 की धारा 21 के अंतर्गत इसे स्वायत्त प्रदान की गई है (श्यामलाल की अनुसन्सा पर)
▪RSTB का पंजीकरण 29 दिसम्बर 1973 को हुवा तथा विधिवत कार्य 1 जनवरी 1974 को प्रारम्भ किया
▪ RSTB का मुख्यालय झालाना डूंगरी जयपुर में की गई इसका अध्यक्ष शिक्षा मंत्री राजस्थान होता है ( गवर्नर सरदार -जोगेंद्र सिंह मुख्यमंत्री -हरदेव जोशी)
▪ इसका उद्देश्य कक्षा 1-8 के विद्यार्थियों के लिए निःषुल्क पाठ्यक्रम पुस्तको का मुद्रण व वितरण करना था
▪राजस्थान सरकार के आदेश Ele. Edu/2010 (29सितंबर 2010) 9 से 12 का मुद्रण व वितरण किया जाएगा
वर्तमान में कक्षा 1-8 (SIERT) +(कक्षा 9-12 BSER) = 1 से 12 तक RSCERT करेगा (14 अगस्त 2018 से करेगा)
▪ पाठ्यक्रम का निर्धारण माध्यमिक शिक्षा बार्ड द्वारा किया जाएगा
● RSTB का संगठन
▪शासी परिषद -
- अध्यक्ष शिक्षा मंत्री
- उपाध्यक्ष -शासन सचिव प्राथमिक शिक्षा
- सचिव - RAS
-सदस्य संख्या -12 (9 पदेन +3 मनोनीत)
▪ निष्पादन परिषद
- सभापती - शासन सचिव स्कूल शिक्षा
- सचिव - RAS
- सदस्य संख्या - 9
▪ पाठ्यपुस्तक मंडल की नियमावली 1 अगस्त 1997 से प्रभावी है
▪ राज्य के 34 केंद्रों पर वितरण होता है
◆ 22.भारत स्काउट एंड गाइड (Bharat Scouts and Guides)
▪स्काउट का उद्देश्य एक बालक को खेल खेल में माध्यम से चरित्रवान व्यक्तित्व बनानां जिससे समाज मे दुसरो की सेवा कर सके
▪ब्रेडन पावेल ने "बोर युद्ध" द.अफ्रीका से प्रेणना ली और स्काउट का प्रारम्भ किया
▪ "द बायस स्काउट" आंदोलन की सुरुवात 22 फरवरी 1907 ' ब्राउन सी दीप ' में 20 बालको के साथ कि इस पर " Scouting Baden Boys " बुक लिखी
▪22 फरवरी 1909 को पत्नी सौम्य फ्लेयर की सहायता से 13 लड़कियों के साथ गाइड संघ की स्थापना की
▪1910 बेडन पावेल की सहायता से लड़कियों के लिए
▪ स्काउट एण्ड गाइड का मुख्यालय - जिनेवा स्विट्जरलैंड में है
▪वर्तमान में 216 सदस्य देश है यह विश्व का सबसे बड़ा गणवेशधारी आंदोलन है
● कर्तव्य (भगवान के प्रति, दूसरो के प्रति, स्वम के प्रति स्वम के विकास के लिए जिम्मेदार होना)
● नियम - विश्वनीयता,वफादार,सबका मित्र,विनम्र,प्रकति प्रेमी, साहसी,मितव्ययी,कर्म से सुद्ध
● सपथ - में अपने सम्मान के साथ वादा करता हूं कि ईश्वर और अपने देश के प्रति अपने कर्त्तव्य, लोगो की मदद करने तथा स्काउट नियमों का पालन करने के लिए सर्वश्रेष्ठ प्रयास करुगा
● प्रार्थना - दया कर दान भक्ति का हमे परमात्मा देना
● स्काउट गाइड दिवस - 22 फरवरी को मनाया जाता है
- स्काउट दिवस (Service day सेवा दिवस)
- गाइड दिवस (Think day विचार दिवस)
● भारत मे स्काउट /गाइड की स्थिति
▪ 1909 में भारत मे सुरुवात T.H बेकर ने की थी
▪प्रथम स्काउट ट्रूप विशप कॉटन स्कूल बेंगलुरु में स्थापित हुई
[किरकि (पुणे) ,शिमला (H.P), जबलपुर (M.P), मद्रास(तमिलनाडु), लोनावाला (महाराष्ट्र)]
▪ 1911 में भारत मे प्रथम गाइड ट्रूप जबलपुर (MP)
▪ 7 नवम्बर 1950 को डॉ. ताराचंद शिक्षा सचिव द्वारा कनॉट प्लेस नई दिल्ली में इसका नाम " भारत स्काउट एंड गाइड रख दिया
▪ लड़कियों का आल इंडिया गर्ल्स गाइड संघ का 15 अगस्त 1951 में विलय कर दिया गया
● पुरुस्कार
# UNO का "Peace Messenger alward 1986-87 (शांतिदूत)
# इंद्रा गांधी अवार्ड 1987
# Bronze Wolf award (कांस्य भेड़िया पुरुस्कार) 1969,1994,2008
# एशिया प्रसांत क्षेत्रीय अवार्ड -2006,2009
# पदम् भूषण 1988
# पदम् श्री 1965
▪ भारत का सर्वोच्च स्काउट एवं गाइड पुरुस्कार " सिल्वर एलिफेंट पुरुस्कार" राजस्थान स्काउट एवम गाइड को 16 फरवरी 2015 को दिया गया
▪विजन 2024
- जो विश्व स्तर पर युवा शक्ति को प्रोत्साहन के लिए किया गया था
- कथन - WOSM (वर्ड ऑर्गनाइजेशन ऑफ दा स्काउट मैनेजमेंट)
- विजन - वर्ड असोसिएशन ऑफ गर्ल्स गाइड एंड गर्ल्स स्काउट
● भारत मे उम्र के आधार पर रेंक व्यवस्था
▪ [आयु 3-5 वर्ष] - [बुनीज]
▪ [आयु 5-10 वर्ष] - [बुलबुल] - आदर्श वाक्य -कोशिश करो (सर्वोच्च पुरुस्कार -हिरपँख)
▪ [आयु 10-17 वर्ष] - [गाइड] - आदर्श वाक्य -तैयार रहो (सर्वोच्च पुरुस्कार -राष्ट्रपति)
▪ [आयु 15-25 वर्ष] - [रेंजर्स] - आदर्श वाक्य -सेवा करो (सर्वोच्च पुरुस्कार -राष्ट्रपति)
▪ मासिक पत्रिका - स्काउट गाइड ज्योति ( गतिविधियों को प्रकाशित)
▪ नेशनल ग्रीन कौर - पर्यावरण के प्रति जाग्रति कार्यक्रम है राज्य में 2003 में प्रारम्भ हुवा
▪ राजस्थान बालचर आवासीय विद्यालय जयपुर - 1 जुलाई 2003 से जयपुर में स्काउट प्रक्षिक्षण के लिए जगतपुरा में खोला गया
▪ विश्व स्काउट जम्बूरी - प्रति चार वर्ष बाद आयोजन
- प्रथम आयोजन - 1920 में लंदन में
- 23वी जम्बूरी - 2015 में जापान
- 24वी जम्बूरी 2019 - वेस्ट वर्जिनिया (USA) 22 जुलाई से 2 अगस्त तक
थीम - Unlock a New World
- 25वी जम्बूरी 2023 दक्षिण कोरिया
▪ भारत की प्रथम जम्बूरी हैदराबाद -1953 में
▪ दूसरी जम्बूरी जयपुर राजस्थान -1956 में
▪ 17 वी जम्बूरी मैसूर कर्नाटक -2016 में थीम-टुगेदर फ़ॉर बेटर टुमारो
▪ 18 वी जम्बूरी - बांग्लादेश (2019-20)
● राजस्थान में स्काउट एवम गाइड
▪ सोसायटी पंजीकरण अधिनियम 1960 के तहत
▪ एक राज्य मुख्यालय सात मंडलीय मुख्यालय व 273 स्थानीय संघ स्थापित है
शिर्ष निकाय राज्य परिषद कार्यकाल 3 वर्ष
▪ राज्य प्रक्षिक्षण केंद्र "लकड़ी भूमि" जगतपुरा जयपुर
राजस्थान प्रक्षिक्षण व साहस केंद्र - माउंट आबू
संभाग स्तर पर ट्रेनिग केंद्र -
पुष्कर (अजमेर) - देवकुंड (बीकानेर) - चोपसनकी (जोधपुर) - अलनिया (कोटा) - बनीपार्क (जयपुर) -उदयनिवास (उदयपुर)
▪ भारत का प्रथम आयुक्त ह्र्दयनाथ कुरंजु वर्तमान में कृष्ण कुमार खण्डेला
◆ 23.राष्ट्रीय मिल्ट्री स्कूल (Rasthriya Military school)
▪भारत मे रक्षा सेवाओं के कार्मिक के बच्चों की शिक्षा के लिए " किंग जार्ज रॉयल इंडियन मिल्ट्री स्कूल" KGRIMS की स्थापना हुई
▪ प्रथम विचार प्रथम विश्वयुद्ध के बाद फरवरी 1922 में आया जार्ज पंचम ने इनकी स्थापना के लिए 2.5 लाख रुपये "देशभक्ति कोष" द्वारा आर्थिक सहायता प्रदान की थी
▪ जार्ज पंचम ने सैन्य,सैनिक अधिकारियों के बच्चों के लिए इंग्लैंड PP की तर्ज पर उच्य गुणवत्ता युक्त शिक्षा उपलब्ध करवाने हेतु मिल्ट्री स्कूल खोलने की घोषणा की
▪ फरवरी 1922 को जार्ज पंचम ने मिल्ट्री स्कूल की नींव " जालन्धर केंट चेल में रखी थी लेकिन कक्षा का प्रारम्भ 15 सितंबर 1925 को हुवा था
●
1.भारत का प्रथम मिल्ट्री स्कूल - चैल जालन्धर केंट पंजाब (वर्तमान में सोलन HP में है) 22 फरवरी 1922
2. झेलम मिल्ट्री स्कूल - 3 मार्च 1922 (वर्तमान में पाकिस्तान में)
▪पुनर्गठन 1952 में इसमे किंग जार्ज स्कूल कहा जाने लगा धेय्य वाक्य - Play tha game
▪1954 में IPSC (इंडियन पब्लिक स्कूल कांफ्रेंस) की सदयता ली इसके बाद पब्लिक स्कूल कहलाने लगे
▪जनवरी 1966 को इसमे दो परिवर्तन हुए
- नाम का रूपांतरण "मिल्ट्री स्कूल"
- धय्ये वाक्य - शीलम परम् भूषण अर्थ चरित्र सर्वोच्चय गुण हैं
▪ पुनः नाम परिवर्तन 25 जून 2007 को " राष्ट्रीय मिल्ट्री स्कूल (RMS) रखा गया
● भारत के प्रमुख RMS (वर्तमान में 5 स्कूल है)
1.RMS - चेल (सोलन HP) फरवरी 1922 (कार्य प्रारंभ 15 सितंबर 1925)
2.RMS - अजमेर राजस्थान (15 नवम्बर 1930) प्रथम W L क्लार्क थे वर्तमान में (अनंत तपन)
3.RMS - बेलगांव कर्नाटक (30 दिसम्बर 1945)
4.RMS - बेंगलुरू कर्नाटक (1 अगस्त 1946)
5 RMS - धौलपुर राजस्थान (16 जुलाई 1962)
(स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद भारत का एकमात्र RMS धौलपुर है)
● प्रवेश प्रक्रिया
▪प्रवेश प्रक्रिया द इन्टरग्रेट हेडक्वार्टर रक्षा मंत्रालय द्वारा तीन स्तरों पर किया जाता है
1.कक्षा 6 में प्रवेश CET (कामन एंट्रेंस टेस्ट द्वारा) 10-11 आयु
2.कक्षा 9 में प्रवेश CET सामान्य परीक्षा द्वारा 13-14 आयु
3.कक्षा 11(विज्ञान वर्ग) 10 वी प्राप्तांक द्वारा 15-16 आयु
● RMS की विशेषताए
-कक्षा 6 से 12 तक प्रतिस्पर्धा तथा गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना
-यह CBSC के अधीन प्रणाली है तथा 6 से 8 तक आवासीय विद्यालय है
- केवल लड़को को प्रवेश तथा माध्यम अंग्रेजी है
● प्रवेश में आरक्षण
▪ 70 % जूनियर अधिकारी(JCO)अन्य रेंक (RO) के बच्चे
▪ 30 % अधिकारियों के बच्चे तथा सामान्य नागरिकों के बच्चे
▪ 50 सीट शहिद के बच्चों के लिए (एक संस्था में 15 से अधिक नही)
- 15% SC व 7.5 ST के बच्चों के लिए
● RMS का प्रसाशक (मुखिया) - इसका प्रसाशक " महानिदेशक मिल्ट्री ट्रेनिंग करता है
● RMS का ध्यये वाक्य
1930 -1952 (सर्विसेस बिफोर सेल्फ) पहले स्वम की सेवा
1952 -1965 (Play tha Game) खेल खेला
1966 - सिलम परम् भूषणम (चरित्र परम् आभूषण है)
▪ झेलम व चेल जुड़वा बहिन है
▪ सिविलियन को प्रवेश 1952 में किया गया
◆ 24. सैनिक स्कूल (Sainik school)
▪ सैनिक स्कूल छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के साथ साथ उन्हें जीवन की सभी प्रणालियों से जोड़ने का प्रयास है यह आवासीय विद्यालय है
▪तत्कालीन रक्षामंत्री वी. के कृष्णामेनन ने सैनिक स्कूल का विचार 23 जून 1961 में दिया
▪सैनिक स्कूलों की स्थापना में राष्ट्रीय इंडियन मिल्ट्री स्कूल (RIMC) का विशेष योगदान है
● उद्देश्य
(गरीब व निम्न वर्ग के विद्यार्थियों को उच्य गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना है)
- अधिकारी वर्ग के बीच क्षेत्रीय व वर्ग असंतुलन को सुधारना
- NDA हेतु होनहार कैडेट तैयार करना जो अधिकारी बन सके
- सुयोग्य युवा चरित्रवान नागरिक बनानां
-विद्यार्थियों को ज्ञान,चरित्र तथा अनुसासन का वह गुण विकसित करना जो आदर्श नागरिक बना सके
● संगठनात्मक स्वरूप
▪ सैनिक स्कूलों का संचालन " सैनिक स्कूल सोसायटी"द्वारा किया जाता है जिसमे एक नियामक बार्ड (Board of Governors BOG) का गठन किया जाता है
▪BOG का अध्यक्ष रक्षामंत्री होता है जो प्रसासन,निरीक्षण, नियंत्रण का कार्य करता है
▪ रक्षा सचिव के अधीन एक कार्यकारी कमेटी बनाई जाती है जो नियंत्रण व निरीक्षण के कार्य करती है
▪" स्थानीय प्रसासन बार्ड"(LBA) प्रत्येक स्कूल में बनाया जाता है जिसका सचिव प्राचार्य होता है LBA तीन स्तरीय अधिकारियों को नियुक्त करता है
1.प्राचार्य -(कर्नल/ले.कर्नल समकक्ष)
2.हेडमास्टर (मेजर के समकक्ष)
3.पंजीयक (कैप्टन/मेजर के समकक्ष) [इनकी नियुक्ति रक्षा मंत्रालय द्वारा होती हैं]
● प्रवेश प्रक्रिया (कक्षा 6 में प्रारम्भ होती हैं)
▪ जनवरी माह में प्रवेश परीक्षा होती है जिसमे छात्र की आयु 10 वर्ष से कम नही और 11 वर्ष से अधिक नही हो (वस्तुनिष्ठ, मौखिक, फिजिकल परीक्षा)
▪ कक्षा 9 में प्रवेश से समय आयु 13-14 वर्ष हो
● आरक्षण व्यवस्था
▪67 % राज्य के मूल निवासियों के बच्चे
▪33 % सभी राज्यो के बच्चे
नोट :- 25 % रक्षाकर्मियों के बच्चों के लिए आरक्षित (भू.पु)
15 % SC व 7.5% ST हेतु आरक्षण है
● भारत मे सैनिक स्कूल
▪वर्तमान में 28 सैनिक स्कूल है (संचालन रक्षा मंत्रालय व राज्य सरकार करती है)
# पहला सैनिक स्कूल - 23 जून 1961 सतारा (महाराष्ट्र)
# दूसरा सैनिक स्कूल - 7 अगस्त 1961 चितौड़गढ़ (राजस्थान)
# 26वा सैनिक स्कूल - 21 अप्रेल 2017 छिंग छिप (मिजोरम)
# 27वा सैनिक स्कूल - 1 अप्रेल 2018 झुंझुनूं (राजस्थान का दूसरा)
# 28वा सैनिक स्कूल - अगस्त 2018 सियांग अरुणाचल प्रदेश
▪ वर्तमान में गोवा,तेलंगाना, सिककम, मेघालय, त्रिपुरा आदि में सैनिक स्कूल स्थापित नही है
▪लखनऊ सैनिक स्कूल 1960 में खोला जिसे 2018 में प्रथम बार लड़कियों को प्रवेश दिया गया यह सैनिक स्कूल सोसायटी के भाग नही है
● राजस्थान में सैनिक स्कूल (वर्तमान में दो है)
- चितौड़गढ़ 7 अगस्त 1961 (प्राचार्य संकटा मेनन) संख्या 535 है
- दोरासर झुंझुनूं - 1 अप्रेल 2018 को प्रारम्भ
▪ धेय्य वाक्य - बुद्धिमत्ता, पराक्रम,देशभक्ति अर्थात गरिमा व पराक्रम के साथ संतुलित व्यक्तित्व का विकास है
▪ कक्षा 6 से 12 तक आवासीय विद्यालय है तथा CBSE परीक्षा पर आधारित है माध्यम अंग्रेजी है तथा हिंदी अनिवार्य विषय है
▪सैनिक स्कूल चितौड़गढ़ के प्राचार्य कर्नल राजेश राघव
◆ 25. पब्लिक स्कूल (Public school)
▪ पब्लिक स्कूल से तातपर्य है एक ऐसा स्कूल जो जनता के सामान्य पैसों से संचालित हो
▪16 वी सताब्दी के 1580 ई में पब्लिक स्कूल उभर कर आया यह पद्धति इंग्लैड (Grammer school) की देन है
▪ऐसे स्कूल जो जनता के पैसों से चलता हो तथा जनसाधारण द्वारा संचालित हो,लाभ कमाने हेतु सुल्क आधारित स्कूल है
▪पब्लिक स्कूलों सम्बंधित अधिनियम 1868 में इंग्लैंड में बना था
▪ भारत मे सर्वप्रथम पब्लिक स्कूल " 15 अप्रेल 1847 में शिमला (H.P) के निकट सनावर (जिला सोलन) में हुवा
▪सनावर का नामकरण सर हेनरी लोरेनस व बड़े भाई सर जान लॉरेनस के नाम पर " लॉरेन्स पब्लिक स्कूल-सनावर "कर दिया
▪ यह एशिया का पहला सह शिक्षा पब्लिक स्कूल है
▪ 28 जुलाई 1859 में " विशप कॉटन स्कूल-शिमला व कोलकाता" में लार्ड कॉटन द्वारा खोला गया जो 15 मार्च 1863 को चालू हुवा (एशिया का प्रथम प्राचीन बोर्डिंग स्कूल)
▪भारत मे (राष्ट्रीय मिल्ट्री स्कूल, सैनिक स्कूल,दून पब्लिक स्कूल, लॉरेन्स पब्लिक स्कूल, इंडियन आर्मी पब्लिक स्कूल, विशप कॉटन स्कूल, मेयो स्कूल) पब्लिक स्कूल है
▪ 1928 में IPSS (Indian Public School Society) की स्थापना हुई
▪1939 में बदलकर IPSC (Indian Public School Conference) कर दिया जिसकी स्थापना शिमला में 16-17 जून 1939 को प्रथम मीटिंग हुई आज जिसमे 79 सदस्य है
▪ राजस्थान में पब्लिक स्कूल
# बिरला पब्लिक स्कूल - पिलानी
# L.K सिंहानिया पब्लिक स्कूल - नागौर
# महारानी पब्लिक स्कूल -जयपुर
# मोदी पब्लिक स्कूल - सीकर
# राजमाता पब्लिक स्कूल - जोधपुर
# मेयो कॉलेज - अजमेर
◆ 26.मॉडल स्कूल (Model school)
▪स्वामी विवेकानंद राजकीय मॉडल स्कूल मॉडल केंद्र सरकार द्वारा संचालित योजना है
▪2007 के स्वतंत्रता दिवस पर मनमोहन सिंह ने घोषणा की जिसकी अनुपालना में नवंबर 2008 में 6000 मॉडल स्कूल खुले
▪इसका उद्देश्य शेक्षणिक दृष्टि से पिछड़े ब्लाक में केंद्रीय विधालय (KVS) के पैटर्न में माध्यमिक स्तर पर सार्वजनीकरण एवम गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध करवाना था
▪ इसके लिए 186 ब्लाक में प्रारम्भ किया गया
▪उद्देश्य :- (माध्यमिक शिक्षा का सार्वजनिककरण,गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, वंचित वर्ग को उच्च स्तर, सुविधा युक्त विद्यालय बनानां,बालक का सर्वांगीण विकास हेतु वातावरण उपलब्ध करवाना)
▪राज्य व संघ सरकारो के माध्यम से EBBs क्षेत्रो में 3500 मॉडल स्कूल स्थापित करना (सत्र 2009-10)
▪ मॉडल स्कूल 6 से 8 तक संचालित होंगे इनमें विज्ञान, गणित,अंग्रेजी पर अधिक जोर दिया जाएगा कक्षा 9 से अंग्रेजी माध्यम होगा
▪ RMSA संचालन करेगा तथा छात्र शिक्षक अनुपात 1:40 होगा
▪ वितीय अनुपात 75:25 होगा प्रतिकक्षा 80 सीट होगी
▪ प्रबंधन
- राज्य स्तर पर -राजस्थान माध्यमिक शिक्षा परिषद (RCSE) जयपुर (नीति निर्धारण साषी परिषद,व निष्पादन समिति)
- जिला स्तर पर कलेक्टर की अध्यक्षता में निष्पादन समिति
- विद्यालय स्तर पर - विद्यालय विकास समिति (23 सदस्य)
▪ प्रवेश कक्षा 6 ,कक्षा 9 व कक्षा 11 में तीनो स्तरों पर होती है
▪ Note RTE 2009 के तहत प्राथमिक स्तर पर प्रवेश परीक्षा नही ली जाएगी इसलिए ब्लॉक स्तर पर एक प्रवेश समिति होगी
▪ आरक्षण SC -16%,ST 12%,OBC 21%,MBC-5%,50%अनारक्षित
▪3%राज्यसरकार की अनुसन्सा पर 50% बालिकाओं के प्रावधान है
▪ चेयरमैन -मुख्यमंत्री,
डिप्टी चेयरमैन -शिक्षा सचिव,
कमिश्नर -मुख्य सचिव,
पदेन सचिव- शिक्षा सचिव,
सदस्य -BSER सदस्य
▪ राजस्थान में PPP मॉडल पर 2010 में ज्ञानोदय मॉडल स्कूल 186 ब्लाकों में खोले गए
▪ सर्वप्रथम उदयपुर व अजमेर के 10 ब्लाकों में 50 ज्ञानोदय स्कूल स्थापित हुए
◆ 27. E-Mitra (ई-मित्र)
▪E-मित्र परियोजना का उद्देश्य समस्त सरकारी,गैर सरकारी,निजी,सामाजिक सेवाओं को प्रभावशाली एवं पारदर्शी प्रणाली के न्यूनतम दरों एवम कम खर्चो पर सुविधाएं उपलब्ध करवाना है
▪सूचना प्रौद्योगिकी व संचार विभाग द्वारा वर्ष 2002 में दो नागरिकोमुखी परियोजना सुरु की :-
- जनमित्र (JANMITRA) ग्रामीण क्षेत्र में
- लोकमित्र (LOKMITRA) शहर क्षेत्र में (E मित्र भी कहते है)
▪ लोकमित्र प्रोजेक्ट + जनमित्र प्रोजेक्ट =ई-मित्र
▪यह तकनीकी PPP मॉडल पर आधारित है
▪ किस्योको का संचालन (LSP) सूचना प्रौद्योगिकी एवम जनसंचार विभाग द्वारा 2002 दो नागरिकोमुखी परियोजना "लोकमित्र व जनमित्र" के रूप में हुई
▪लोकमित्र (सहर) की सुरुवात 30 मार्च 2002 में जयपुर शहर में हुई
▪ जनमित्र (ग्रामीण) की सुरुवात झालावाड़ में हुई
◆ E मित्र का अर्थ नागरिक मित्र सेवा है अर्थात एकल खिड़की बहुआयामी सेवा
▪ E मित्र का प्रारम्भ 2005 में हुवा (जनमित्र व लोकमित्र को एक कर के)
▪17 जून 2006 को सम्पूर्ण राजस्थान में लागू कर दिया गया इसका सॉफ्टवेयर IT&C विभाग द्वारा तैयार किया गया
▪ पुरुस्कार (Award)
1. Elets Digital India Knowledge Exchange Summit Award 2016
2.Skoch order of merit Award 2015 (Smart Governance)
3.Award of excellence-e-mitra 2013
▪2016 में SSO id की सुरुवात हुई
◆ 1.शैक्षणिक प्रबंधन की अवधारणा एवम प्रकार्य
# राष्ट्रीय शिक्षा नीति (1986) के अनुसार - राष्ट्रीय आवश्यकता को देखते हुए प्रभावी तकनीकी का विकास व शैक्षणिक प्रबंधन की आवश्यकता है ताकि विधार्थी भावी जीवन की चुनोतियो का सामना कर सके
# शैक्षणिक प्रबंधन दो सब्दो से मिलकर बना है शिक्षा व प्रबंधन
◆ शिक्षा का अर्थ :-
शिक्षा शिक्ष धातु से बनी है जिसका अर्थ - सीखना या सिखाना
वास्तविक अर्थ - अपेक्षित व्यवहार में परिवर्तन लाना से है
◆ प्रबंधन :-
# एक संस्था द्वारा लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए सामुहिक प्रयास करना प्रबंधन है
# किसी संस्था से मानवीय व भौतिक संसाधनों का प्रभावपूर्ण उपयोग प्रबंधन है
# प्रबंधन सब्द का अर्थ व्यवस्था करना है
# प्रबंधन को अंग्रेजी में Management कहते है जिसका अर्थ है सही तरीके से व्यवस्था करना है
# प्रबंधन किसी संगठन का मस्तिष्क है
# प्रबंधन का जनक एफ डब्लू टेलर है (19 वी सदी में)
# हेनरी फियोल को आधुनिक प्रबंधन का जनक कहा जाता है
# पीटर ड्रेकर को प्रबंधन का गुरु कहा जाता है
# भारत मे प्रबंधन का जनक अरिंगधम चौधरी है
◆ सर हेनरी फियोल ने 14 सिद्धात व पांच घटक बताए
सूत्र P O C C C
P - Planning (प्लांनिग) योजना
O - Organization (ऑर्गनाइजेशन) संगठन
C - Command (कमांड) निर्देशन
C - Control (कन्ट्रोल) नियंत्रण
C - Co-ordinate ( कॉर्डिनेट) समन्वय
◆ लूथर गुलिकप्रबंधन के 7 तत्व बताए
सूत्र POSDCoRB
P - Planning (प्लांनिग) योजना
O - Organization (ऑर्गनाइजेशन) संगठन
S - Staffing (स्टाफिंग) नियुक्ति
D - Direction (डायरेक्शन) निर्देशन
CO - Co-ordinate ( कॉर्डिनेट) समन्वय
R - Reporting (रिपोर्टिंग) आलेखन
B - Budgeting (बजटिंग) बजट निर्माण
# प्रबंधन संगठन का मस्तिष्क है
# हिलकर्ट " प्रबन्धन के क्षेत्र में कला व विज्ञान एक सिक्के के दो पहलू है "
◆ शैक्षणिक प्रबंधन का अर्थ है " शिक्षा की प्रक्रिया की व्यवस्था करना "
# शैक्षणिक प्रबंधन के कार्य (नियोजन, संगठन, निर्देशन, संन्यवयन, नियंत्रण, अभिप्रेरणा,एकीकरण, सम्प्रेषण, निर्णय लेना,नवाचार,मूल्यांकन)
# सर्वप्रथम 1813 में चार्टर एक्ट के बाद शिक्षा प्रबंधन प्रसासन का दायित्व ईस्ट इंडिया कम्पनी ने लिया
# प्रसासन अंग्रेजी भाषा के एडमिनिस्टर सब्द का हिंदी रूपांतरण है जिसका अर्थ " कार्य करना या सेवा करना है
# भारत मे शैक्षणिक प्रबंधन तीन स्तरो पर संचालित है १.केंद्र स्तर २.राज्य स्तर ३.स्थानीय स्तर
# 1947 में राज्य सूची में रखा गया था जो 42 वे संसोधन (1976) में हटाकर समवर्ती सूची में रख दिया गया
# 1985 में मानव संसाधन विकास मंत्रालय का गठन किया गया जिसका एक विभाग शिक्षा विभाग है
# राज्य स्तर पर शिक्षा शिक्षा मंत्री के अधीन है शिक्षा विभाग के दो प्रमुख अंग है शिक्षा सचिवालय व शिक्षा निदेशालय है
# स्थानीय स्तर पर प्रसाशन पंचायती राज व प्रारम्भिक शिक्षा विभाग दोनो मिलकर करते है
# पंचायत राज से स्तर -
जिला स्तर पर (CEO)
पंचायत स्तर पर( BDO)
ग्राम पंचायत स्तर पर (PDO)
# प्रारम्भिक शिक्षा विभाग के
जिला स्तर पर (DEEO)
पंचायत स्तर पर( BEEO)
ग्राम पंचायत स्तर पर (PEEO)
# शैक्षणिक प्रबंधन की आधारभूत इकाई विद्यालय है इसका मुखिया प्रधानाचार्य होता है
# विधालय का मस्तिष्क प्रधानाध्यापक होता है
# विद्यालय का नाड़ीतंत्र अध्यापक होता है
# प्रबंधन किसी संगठन का मस्तिष्क होता है
# शैक्षणिक प्रबंधन में इनपुट(अदा), प्रिंसेस (प्रबंधन), आउटपुट (प्रदा)
# कोठारी आयोग ने कहा है कि भारत का भविष्य उसकी कक्षाओं में निर्मित हो रहा है
# शिक्षा का कार्य स्वस्थ सरीर में स्वस्थ मस्तिष्क का निर्माण करना है .. अरस्तू
# पुस्तकालय को विधालय का ह्रदय कहा जाता है
# ब्लूम ने शैक्षणिक प्रक्रिया के तीन मुख्य बिंदु होते है बालक शिक्षक एवम विषय वस्तु
# वर्तमान में शिक्षा के 7 R उद्देश्य है यानी (Reading,Writing , Arithmetic, Responsibility, Rights, Recreational &Relationship
◆ 2.राजस्थान में शेक्षिक परिदृश्य (Educational management in Rajasthan)
▪राजस्थान में आधुनिक शिक्षा का प्रारम्भ 1818 में प्रारम्भ हुवा
▪1835 में अंग्रेजी को राजकीय भाषा बनाया गया वेलिजेली ने प्रचार किया
■ अजमेर क्षेत्र में अंग्रेजी शिक्षा
▪राजस्थान में अंग्रेजी शिक्षा की सुरुवात अजमेर के पुष्कर में 1819 में हुई अंग्रेज अधिकारियों को शिक्षा देना (अधीक्षक पादरी जावेज केरी)
▪1822 में भिनाय व केकड़ी में स्कूल खोले
▪1875 में अजमेर में मेयो कॉलेज की स्थापना (कर्नल वाल्टर द्वारा)
1929 में सनातन धर्म कॉलेज ब्यावर
1942 में दयानंद एंग्लो वैदिक कालेज
■ जयपुर क्षेत्र में अंग्रेजी शिक्षा :-महाराजा स्कूल 1844 राजा रामसिंह के समय
■ जोधपुर क्षेत्र में अंग्रेजी शिक्षा :- दरबार स्कूल 1869 (जसवंत कॉलेज बदल दिया)
■ उदयपुर क्षेत्र में अंग्रेजी शिक्षा :- शम्भू रत्न पाठशाला 1863 (एजेंट ईडन) (उपनाम महाराजा भूपाल कॉलेज)
● राजस्थान में बालिका शिक्षा
1866 में उदयपुर, जयपुर,भरतपुर में बालिका स्कूल की स्थापना की गई
ह्यूस्टन गर्ल्स स्कूल - जोधपुर (1866-67)
सावत्री गर्ल्स स्कूल - अजमेर (1914)
सोफिया गर्ल्स स्कूल - अजमेर (1919)
महारानी नोबल्स गर्ल्स स्कूल- बीकानेर
■ ईसाई मिशनरी स्कूल ब्यावर (1860)
▪1950 में प्राथमिक एवम माध्यमिक शिक्षा मुख्यालय बीकानेर में की गई थी
▪ 1959 में प्राथमिक विद्यालयों का दायित्व पंचायती राज को सौप दिया गया
▪ 1997 में प्रारम्भिक शिक्षा एवम माध्यमिक शिक्षा को अलग अलग कर दिया गया
● प्रसाशन - शिक्षा मंत्री - शिक्षा राज्यमंत्री
- सचिवालय (जयपुर) - अतिरिक्त मुख्य सचिव - प्रमुख साशन सचिव -साशन सचिव
- निदेशालय/आयुक्तालय (बीकानेर)
▪राजस्थान के प्रमुख निदेशालय
1.राजस्थान प्रारम्भिक शिक्षा निदेशालय - बीकानेर
2.राजस्थान माध्यमिक शिक्षा निदेशालय - बीकानेर
3.सतत एवम साक्षरता शिक्षा निदेशालय - जयपुर
4.राजस्थान संस्कृत शिक्षा निदेशालय - जयपुर
5.राजस्थान कॉलेज शिक्षा निदेशालय - जयपुर
6.प्रावधिक(तकनीकी) शिक्षा निदेशालय - जोधपुर
7.राजस्थान पंचायतराज निदेशालय - जयपुर
8.भाषा एवम पुस्तकालय निदेशालय - जयपुर
▪ राजस्थान में वर्तमान में 9 शिक्षा मण्डल है (बीकानेर व पाली नवीनतम मंडल है 2 जून 2013 में)
▪ 2 अक्टूबर 2010 से सम्पूर्ण प्रारम्भिक शिक्षा पंचायतीराज को दे दी लेकिन पैतृक विभाग प्रारम्भिक शिक्षा को ही रखा है
◆ 3. विकेंद्रीकरण आयोजन में विद्यालय की भूमिका
▪ विधालय समाज का एक लघु रूप है
▪ विद्यालय एक शेक्षिक संगठन है जिसमे सत्ता का विकेंद्रीकरण पाया जाता है
▪ विकेंद्रीकरण के कारण कार्य बिना विलम्ब किया जाता है औऱ निरीक्षण अधिक प्रभावी होता है
▪ विद्यालय विकेंद्रीकरण का रूप में है विद्यालय एक इकाई है जो अभिभावकों समुदाय व शिक्षकों को समान महत्व प्रदान करता है
◆ 4 Educational management information
System(EMIS)
▪ शेक्षणिक प्रबंधन सूचना प्रणाली -
▪ EMIS न्यूपा का विभाग है यह न्यूपा विश्वविद्यालय द्वारा प्रायोजित है
▪ यह भारत की शेक्षणिक सूचना प्रणाली को मजबूत करता है
▪राष्ट्रीय स्तर पर EMIS शिक्षा सम्बंधित सूचना एकत्रित करता है जो SSA व रमसा द्वारा संचालित है
▪U डाइस के माध्यम से सूचना एकत्रित करना उनका विश्लेषण करना आंकड़े एकत्रित करना इसका कार्य है
▪ EMIS द्वारा 9 प्रकार की सूचनाएं एकत्रित की जाती है
▪ यह विद्यालय सम्बंधित समस्त सूचनाओं का संग्रहण करता है
▪EMIS शिक्षा सम्बंधित साफ्टवेयर है जो कक्षा 1 से 12 तक कि सूचना को एकत्रित करता है
◆ पाठ - 5 संस्थागत नियोजन [ Institution Of Planning ]
▪ सभी कार्यो का उचीत निष्पादन करना नियोजन है (उचित प्रबंधन करना)
▪ ऐसे निर्णय लेते है जो अधिकतम संतुष्टि देते है
▪ नियोजन योजना बनाने व उसे क्रियान्वयन करने की प्रक्रिया है
▪इसका उद्देश्य संगठन की सफलता, समय की बचत,समस्या का समाधान ,गति के साथ कार्य करने के लिए आवश्यक है
▪ शेक्षणिक नियोजन एक सतत प्रक्रिया है
◆ संस्थागत नियोजन :-
▪ संस्थागत नियोजन किसी संस्था द्वारा निर्मित शेक्षणिक सत्र के कार्यक्रमों का वितरण है
•••® संस्थागत नियोजन की प्रथम सिफारिश
▪ मुदलियार शिक्षा आयोग (1952-53) ने " विद्यालय समुन्नयन योजना " नाम रखा
▪ सफल बनाने का प्रारम्भ - कोठारी आयोग (1964-68) ने किया
▪ शिक्षा विभाग राजस्थान ने अगस्त 1968 में विद्यालय योजना की रूपरेखा प्रकाशित की थी
▪शैक्षणिक संस्था अपने उद्देश्यों की पूर्ति ,उन्नति व सफल संचालन के लिए योजना बनाती है यह संस्थागत नियोजन कहलाती है
▪ शेक्षणिक नियोजन के घटक १. समाज २.व्यक्ति ३.संस्था
▪ संस्थागत नियोजन शैक्षणिक विकेंद्रीकरण पर बल देता है
▪ संस्थागत नियोजन के चार क्षेत्र है (१.शैक्षणिक क्षेत्र ,२.सह शैक्षणिक क्षेत्र ३.भौतिक क्षेत्र ४.विविध क्षेत्र
:--राजस्थान शिक्षा विभाग द्वारा संस्थागत नियोजन
▪ विद्यालय वार्षिक योजना का प्रावधान RTE act 2009 की धारा 22 में उल्लेखित है
▪ प्रारम्भिक शिक्षा के लिए वार्षिक योजना का प्रावधान है
▪ विद्यालय प्रबंधन समिति द्वारा3 वर्षीय योजना बनाई जाएगी
▪ राजस्थान में विद्यालय योजना 1968 में दो स्तर पर चल रही है
- विद्यालय स्तर पर विद्यालय योजना
- जिला स्तर पर - संमकेतीय जिला योजना
▪ योजना के चरण
१. प्रभारी / सहयोगी २.वर्तमान स्थति ३.आवश्यकता ४.उपलब्ध संसाधन ५.लक्ष्य ६.अवधि ७.क्रियान्वयन ८.चरण ९.मूल्यांकन
◆ पाठ 6.शाला मानचित्रण [ School Mapping ]
▪प्राथमिक शिक्षा में जन समुदाय की भागीदारी अति आवश्यक है बालको को प्रारम्भिक शिक्षा क्रियान्वयन के लिए शाला मानचित्रण व सूक्ष्म नियोजन आवश्यक है
▪स्कूल मानचित्रण की सुरुवात
💠 विश्व मे 1963 में फ्रांस में हुई
💠 भारत मे जून 1992 में(लोक जुम्बिश परियोजना के माध्यम से)
💠 राजस्थान में जून 1992 में प्रारम्भ
Note :- लोक जुम्बिश परियोजना का प्रारंभ 1992 में स्वीडन के सहयोग से हुवा तथा 2004 में इसे बंद कर सर्व शिक्षा अभियान(SSA)
▪ वर्तमान में हाऊस होल्ड सर्वे द्वारा शाला मानचित्रण किया जा रहा है
▪ स्कूल मानचित्रण एक तकनीकी व प्रकिया का समूह है इसका प्रयोग स्कूल लोकेशन प्लानिंग में किया जाता है
▪ स्कूल मानचित्रण स्कूल विकास,नई योजना,उनको सुधारना,नामांकन का ठहराव व जन सहभागिता बीके लिए आवश्यक है
▪ स्कूल मानचित्रण ऐसा मानचित्र जिसे नजर देखते ही वहां की स्थति का पता चलता है नजरी नक्शा HM की सहायता से बनाया जाता है
▪ स्कूल मानचित्रण के निर्माण के लिए ग्राम शिक्षा समिति का गठन किया जाता है सदस्यों का परिचय करवाकर नजरी नक्सा तैयार किया जाता है
▪कोर टीम में न्यूनतम 6 व अधिकतम सदस्य 22 होते है जिनमे एक तिहाई महिला होती है
◆ 7.ब्लाक संदर्भ केंद्र (BRC - Block Resource Centre )
▪ सर्व शिक्षा अभियान के तहत खण्ड स्तर शेक्षणिक व्यवस्था को ठीक करने के लिए BRC का गठन किया गया
▪ शिक्षा का प्रवाह ऊपर से नीचे की और होता है
⏩: - केंद्र में MHRH संभालती है (मंत्री .रमेश पोखियार)
⏩: - राज्य में SMSA
⏩: - जिला स्तर पर - DPCO (जिला परियोजना समन्वयक कार्यालय) DEEO संभालता है
⏩: - ब्लॉक स्तर पर BRC संभालता है CBEO प्रधानाचार्य के समकक्ष होता है जो राज्य सरकार द्वारा नियुक्त होता है
⏩:- पंचायत स्तर पर PRC है जिसको PEEO संभालता है
▪ इसका प्रमुख कार्य शैक्षणिक सुविधाओं को ब्लॉक स्तर पर संचालित करता है
▪ वेतन,स्कूल ग्राण्ट,शिविर, U डाइस भरवाना, ब्रिज कोर्स चलना आदि कार्य करता है
▪राज्य की योजना को ब्लॉक स्तर पर लागू करता है
▪ पंचायत स्तर की सूचना कलेक्ट करता है व जिला स्तर पर पहुचाता है
◆ 8.SMC (विद्यालय प्रबंधन समिति)
▪RTE 2009 की धारा 21 (1) के अनुसार राजकीय प्राथमिक, उच्य प्राथमिक ,माध्यमिक, उच्य माध्यमिक व अनुदानित व खास श्रेणी की " स्कूलों में प्रबन्धन हेतु SMC का गठन किया जाएगा "
▪राजस्थान RTE नियमावली 2011 के अध्याय -2 की धारा (3 ,4 ,5 ) की अनुपालना में SMC का गठन किया जाएगा
▪21 जून 2016 में मूल विधान के संसोधन किया गया है
▪SMC का उद्देश्य कार्यो की मॉनिटरिंग करना ,विकास कार्यक्रम बनाना , परिचालन कोष बनाना, आर्थिक सहायता प्राप्त करना तथा सर्व शिक्षा के तहत विद्यालय का विकास करना मुख्य उद्देश्य है
● साधारण सभा -:-
▪साधारण सभा मे सदस्य संख्या अनिश्चित होती है तथा इसमें अभिभावक (सरक्षक) , अध्यापक, जिलाप्रमुख, प्रधान,सरपंच, नगरपालिका अध्यक्ष, जिलापरिषद सदस्य, पार्षद,डेलीगेट, वार्ड पंच सामिल होते है
▪ समिति उपनियम 4 में सभी सदस्य मिलकर साधारण सभा का निर्माण करेगे इसमें सभी सदस्य साधारण होते है
▪ सदस्यता की समाप्ति मृत्यु, त्यागपत्र, निर्वाचित सदस्यता नही रहने पर ,विद्यालय छोड़ने पर पद नही रहने पर समाप्त हो जाती है
🎯 बैठक -:- वर्ष तीन बैठक जुलाई से मार्च के मध्य (3 माह में एक बार)
▪सामान्य बैठक की सूचना 4 दिन पूर्व तथा अतिआवश्यक बैठक की सूचना 2 दिन पहले दी जानी चाइए
▪ कोरम 1/4 या 25% होना आवश्यक है तथा बैठक अमावस्या को आयोजित की जाती है कोरम पूरा ना करने पर 7 दिन बाद उसी मुद्दे पर उसी स्थान पर आयोजित की जाती है इसमी कोरम की आवश्यकता नही होती बैठक स्कूल या खुली चौपाल में आयोजित की जाती है
● कार्यकारी सभा का निर्माण
▪ इसमें सदस्यता की संख्या 16 होती है जिसमे
11स्थानीय अभिभावक
1 H.M (पदेन सचिव)
1 महिला शिक्षक
1 विद्यार्थी
1 स्थानीय प्रमुख
1 MLA द्वारा नियुक्त सदस्य
▪ 5 पदेन सदस्य होते है MLA, BEEO ,DEEO, सचिव,स्वास्थ अभिकर्ता
▪SMC में कुल सदस्यों की 50 %महिला होगी कम से कम 7
▪ 75 % अभिभावक होंगे
-:- बैठक एक माह में एक बार जुलाई मार्च के मध्य कम से कम 11 बैठक आवश्यक है
-:- गणपूर्ति 1/4 या 25% आवश्यक है
-:- 15 अगस्त से पूर्व समिति का गठन आवश्यक है
7.शिक्षक की शिकायत
SMC में 15 दिन तक कर सकता है
30 दिन बाद शिकायत BEEO को कर सकता है इसके बाद
30 दिन बाद शिकायत DEEO को कर सकता है इसके बाद
90 दिन बाद शिकायत DEE को कर सकता है
DEE अंतिम न्ययालय है
प्रमुख योजनाएं 2018 व 2019
1.प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (2019)
▪इसकी घोषणा 1 फरवरी 2019 में अंतिम बजट में पीयूष गोयल ने की थी
▪ इसको लागू 24 फरवरी 2019 को गोरखपुर उत्तरप्रदेश से लागू किया गया
▪ इसका उद्देश्य 12 हजार करोड़ किसानों का विकास करना है
★ इसमें प्रतिवर्ष 6000 ₹ दिए जाएंगे जो तीन किश्तों में दी जाएगी 4 माह में एक बार
▪ 1 दिसम्बर 2018 को प्रथम किश्त दी गई है जिसके लिए 75000 करोड़ का बजट दिया गया है
▪ यह योजना कृषि मंत्रालय के अधीन है प्रारम्भ में 2 हेक्टेयर (5 एकड़) शर्त थी जो समाप्त कर दी गई है
◆ 9.DISE (जिला शिक्षा सूचना प्रणाली)
[District information System for Education]
▪विद्यालय के भौतिक व मानवीय संसाधनों की सूचना एकत्रित करने की प्रणाली DISE है
▪ DISE के माध्यम से विद्यालय की वास्तविक सूचना प्राप्त होती है इसके लिए 11 अंको का एक प्रपत्र भरा जाता है
● डाइस क्या है ? एक प्रपत्र (फार्म) जिसमे शिक्षा संबंधित सूचना भरते है
▪ DISE योजना 1995 में यूनिसेफ के सहयोग से तथा न्यूपा (NUEPA) के माध्यम से चलाई जा रही है
▪ इसका संचालन न्यूपा का EMIS विभाग करता है जो भारत सरकार के अधीन है
▪ DISE (डाइस) का प्रारम्भ जिला प्राथमिक शिक्षा कार्यक्रम (DPEP) में पहली बार 1995 मे प्रयोग किया गया
▪सभी जिलों द्वारा 2003-04 में भरवाया गया तथा कम्प्यूटर फॉर्मेट सॉफ्टवेयर का प्रयोग 2001 में हुवा
▪यह डाइस पत्र 7 भागो में विभक्त है :-
▪ प्रारंभिक शिक्षा (1-8) में DISE भरी जाती है
▪ माध्यिका शिक्षा (9-12)में (SEMIS)
▪ वर्ष 2012-13 में DISE +SEMIS का नाम बदलकर U-DISE कर दिया गया
▪इसका क्रियान्वयन सर्व शिक्षा अभियान (SSA) व माध्यमिक शिक्षा अभियान(रमसा) द्वारा किया जा रहा है
▪नोडल एजेंसी राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद जयपुर द्वारा किया जा रहा है
▪ 2018-19 में केंद्र में U-DISE + में भरवाता है ऑफलाइन डाटा भरवाना बन्द कर दिया गया यह 11 भागो में विभक्त है
Sec.1 स्कूल की प्रोफाइल
Sec.2 भौतिक संपदा
Sec.3 टीचिंग व नॉन टीचिंग स्टाफ
Sec.4 एनरोलमेंट(रजिस्ट्रेशन)
Sec.5 मूलभूत सुविधाएं
Sec.6 परीक्षा व परिणाम
Sec.7 बार्ड परिणाम
Sec.8 रिसिप्ट
Sec.9 वोकेशनल शिक्षा
Sec.10 PGI इंडिकेटर
Sec.11 स्कूल सेफ्टी
▪ डाइस कोड 11 अंको का होता है
प्रथम दो -राज्य कोड
दूसरे दो - जिला कोड़
तीसरे दो - ब्लाक कोड
चौथे तीन- गांव के कोड
पांचवे दो- स्कूल के कोड़
▪ U डाइस में दो प्रकार की सूचना भरी जाती है ग्रामीण स्तर की व स्कूल स्तर की जो प्रतिवर्ष 30 सितंबर को भरी जाती है
▪प्रथम चार जिला कोड है तथा अंतिम 7 विद्यालय कोड है
◆ 10. सर्वशिक्षा अभियान (SSA) Sarva Shiksha Abhiyan
▪सभी को शिक्षा मिले इसका एक बड़ा अभियान है सर्व शिक्षा अभियान
▪ केंद्र व राज्यों के प्रयास से 2001 में सर्व शिक्षा अभियान (1 से 8 तक के बालको) चलाया गया था इसका प्रयास था कि 6 से 14 साल के सभी बच्चों को शिक्षा के दायरे में लाया जाए
▪6 से 14 वर्ष के बालको को गुणवत्तापूर्ण प्रारम्भिक शिक्षा उपलब्ध करवाना था
▪ राष्ट्रीय शिक्षा नीति 1986 तथा प्रोग्राम ऑफ एक्शन 1992 में प्रारंभिक शिक्षा दिलाना मुख्य उद्देश्य था
▪ 16 नवंबर 2000 को केंद्र से मंजूरी मिली तथा 2000-01 से क्रियान्वित किया गया
▪ सर्वशिक्षा अभियान एक जन आंदोलन था
◆ सर्वशिक्षा अभियान के लक्ष्य
▪6 से 14 वर्ष के बालको को 2003 तक विद्यालय में नामांकित करना 2007 तक प्रारम्भिक शिक्षा पूर्ण करना
▪गुणवत्तापूर्ण शिक्षा तथा वैकल्पिक शिक्षा प्रदान करना
▪ विद्यालय परित्याग दर शून्य करना
◆ उद्देश्य
▪ सामुदाय की सहभागिता बढ़ाना व गुणवत्तापूर्ण बेसिक शिक्षा प्रदान करना
▪ बालिका शिक्षा को प्रोत्साहन व वंचित वर्ग को प्रोत्साहन करना
▪ प्रत्येक 40 बच्चों पर एक अधयापक होगा एक प्राथमिक स्कूल पर दो अध्यापक होंगे तथा उच्य प्राथमिक स्तर पर प्रत्येक कक्षा के लिए एक अघ्यापक होगा
▪ स्कूल 1 किलोमीटर के दायरे में खोलना
▪ नोडल एजेंसी राजस्थान प्रारम्भिक शिक्षा परिषद (RCEE)
▪SSA 2001-02 से कार्य प्रारम्भ किया सभी जिलों में चल रहा है
▪ वितीय भागीदारी
9वी पंचवर्षीय योजना में 85: 15
10वी पंचवर्षीय योजना में 75:25
8 दिसम्बर 2015 में 65:35
वर्तमान में 60:40
● प्रमुख कार्यक्रम
◆ NPEGEL :- प्रारम्भिक स्तर बालिका शिक्षा हेतु राष्ट्रीय कार्यक्रम - 31 जिलों में (सीकर झुंझुनूं को छोड़कर) 186 पिछड़े ब्लॉक में
◆ KGBV कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय
◆ वैकल्पिक शिक्षा - ड्रॉपआउट बच्चों के लिए (गैर आवासीय ब्रिज कोर्स,शिक्षा मित्र केंद्र,माइग्रेटरी छात्रावास,मदरसा स्वालम्बन)
◆ CWNS चाइल्ड विद स्पेशल नीड्स - विकलांग व मुख्य धारा से अलग के बालको के लिए
◆ LEHAR (लर्निंग इंसाइटमेंट एक्टिविटी इन राजस्थान) 1 से12 के बच्चों के लिए नामांकन ठहराव
◆ CALP (कम्प्यूटर एडेड लर्निंग प्रोग्राम) 2004-05 में प्रारम्भ कम्प्यूटर समझ का विकास करना (कक्षा 6 से 8)
◆आवासीय छात्रवास - विद्यालय प्रबंधन समिति द्वारा 100 संख्या का होता है 6 से 8 के लिए राजस्थान के 10 जिले आते है
◆राष्ट्रीय अविष्कार अभियान 9 जुलाई 2015 को
◆आपणी लाडो 10 विपरीत लिंग के जिलों में
महत्वपूर्ण तथ्य
▪ SSA + RMSA = SMSA (2018-19 में पूर्व प्रारम्भिक शिक्षा से 12वी तक अभियान को समग्र शिक्षा अभियान देखेगा)
▪ इसकी घोषणा 24 मई 2018 को हुई (1 जुलाई 2018 को लागू)
▪ नारा -"सबको शिक्षा अछि शिक्षा"
▪ बजट - 75000 [अंशदान J&K व हिमाचल व पूर्वोत्तर में 90:10 तथा अन्य में 60:40 होगा
▪ नोडल - राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद जयपुर RCSE
▪एक घंटा खेल का होगा व खेल सामग्री को प्रोत्साहन दिया जाएगा (1-5 =5000, 6-10=10000,11-12 =15000
▪ कस्तूरबा गांधी 6-12 तक
▪ अवधि 1 अप्रेल 2018 से 31 मार्च 2020 तक
◆ 11.Rashtriya Madhyanik Shiksha Abhiyan(RMSA). राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान
▪ MHRD मंत्रालय को शिक्षा सम्बंधित सुधार व गती देने हेतु गठित केंद्रीय परामर्श मंडल (CABE) द्वारा 2005 में माध्यमिक शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए गुणवत्ता विकास की अभिसंशा की गई
▪ 10 वी पंचवर्षीय योजना के 2005 में योजना आयोग व राष्ट्रीय विकास परिषद के सम्मुख एक मध्यवर्ती प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया जिसमें माध्यमिक शिक्षा को एक मिशन के रूप में अपनाया है
▪ राष्ट्र के समग्र उत्थान के लिए 14-18 वर्ष के समूह पर विशेष ध्यान दिया
● इस प्रारूप को दस अध्याय में रखा गया है -
▪माध्यमिक स्तर पर शिक्षा का सार्वजनिकरण करना ,उपागम व व्यूह रचना करना,नियोजन, मूल्यांकन, वितीय पक्ष शिक्षा गुणवत्ताके सुधार करना विद्यालय सुविधा देना
▪रमसा अभियान भारत सरकार का फेलगशिप प्रोग्राम है जो मार्च 2009 में प्रारम्भ हुई व इसका क्रियान्वय 2009-10 में हुवा
▪राजस्थान के इसका प्रारम्भ 3 सितंबर 2009 में प्रारम्भ (सत्र 2009-10)
▪ग्यारहवीं योजना में वितीय व्यवस्था 75:25 थी जो वर्तमान में 50:50 कर दी [पूर्वी राज्यों में वितीय व्यवस्था 90:10 है]
▪5 वर्ष में माध्यमिक स्तर पर नामांकन 70% करना तथा उच्य माध्यमिक स्तर पर 75 % तक बढ़ाने का लक्ष्य रखा गया
▪ रमसा के क्रियान्वयन के लिए दो समितियां बनाई गई है
1.शासी परिषद - अध्यक्ष मुख्यमंत्री , उपाध्यक्ष - शिक्षा मंत्री
2.निष्पादन मंडल - चेयरमैन शाशन सचिव
▪ राजस्थान माध्यमिक शिक्षा परिषद (RCSE) यह रमसा की नोडल एजेंसी है
◆ 12 .Functions of RIE (क्षेत्रीय शिक्षा संस्थान)
▪ जुलाई 1963 को स्थापना की गई
▪ उदेश्य - बहुउद्देश्यीय विद्यालयों के शिक्षकों के व्यवहारिक एवम वैज्ञानिक पद्धति से प्रक्षिक्षण प्रदान करना
▪भारत मे शिक्षक शिक्षा में गुणवत्ता लाने हेतु NCERT द्वारा जुलाई 1963 में 4 क्षेत्रीय शिक्षण संस्थान खोले गए
1. उतर भारत -अजमेर (महर्षि दयानंद सरस्वती वी वी) [RJ-H-UP-UK-HP-JK-DL-Ch] कुल-8
2. दक्षिण भारत - मैसूर कर्नाटक [मैसूर विश्विद्यालय] केरल,कर्ना.तमि. आंध्रा, पुदु. लक्षद्वीप.तेलंगा. कुल-7
3.पूर्वी भारत - भुनेश्वर उड़ीसा (उत्कल विश्विद्यालय भुनेश्वर) ओडिशा, प.बंगाल, बिहार,झारखंड, अंडमान कुल -5
4.पश्चिम भारत - भोपाल MP (बरकतुल्ला विश्विद्यालय भोपाल) MP. छतीस.गुज.महाराष्ट्र. गोवा.दादर हवेली. दमन दीव कुल-7
5.उतर पूर्व भारत - शिलांग मेघालय (नवीनतम 1995 में स्थापना) नार्थ ईस्ट हिल विश्वविद्यालय शिलांग [मेघालय,असम, Aru.P,मणी, सिक्कम, त्रिपुरा, नागालैंड, मिजोरम कुल- 8
● RIE के प्रमुख विभाग
शिक्षा विभाग -
गणित एवम विज्ञान विभाग
सामाजिक विज्ञान एवम मानविक शिक्षा विभाग
विस्तार शिक्षा विभाग (प्रक्षिक्षण सम्बंधित कार्य करवाता है)
● REI के कार्य - REI द्वारा NCERT की नीतियों का क्रियान्वयन किया जाता है (शोध सम्बंधित कार्य,अकादमी सहयोग देना,प्रकाशन,प्रक्षिक्षण देना
● राजस्थान में एकमात्र क्षेत्रीय शिक्षण संस्थान अजमेर में है जो उतरी भारत का कार्यालय है यह Bsc. Bed. Med. PG डिप्लोमा कार्यक्रमों का आयोजन करवाता है
▪ इसमे त्रिस्तरीय भाषी शिक्षा दी जाती है
◆ 13.SIERT (राजस्थान राज्य शैक्षिक अनुसन्धान एवम प्रक्षिक्षण संस्थान)
▪राष्ट्रीय स्तर पर जो कार्य NCERT करता है राज्य स्तर पर वह कार्य SIERT करता है
▪ तृतीय पंचवर्षीय योजना में प्रत्येक राज्य में एक राज्य शिक्षा संस्थान (SIE) खोलेगा
▪ इसके तहत राजस्थान ने 1963 में राज्य शिक्षा संस्थान (SIE) उदयपुर में खोला गया
▪ प्रो R.C मल्होत्रा समिति की अभिसंशा पर "राज्य शिक्षा संस्थान (SIE)" की जगह 11 नवम्बर 1978 को उदयपुर में SIERT की स्थापना की गई
▪ यह संस्थान निदेशालय प्रारंभिक शिक्षा बीकानेर के शेक्षणिक अभिकरण के रूप में कार्य करता है SIERT प्रारम्भिक शिक्षा विभाग के अधीन कार्यरत है
▪14 अगस्त 2018 को SIERT का पुनर्गठन किया गया और इसका नया नाम RSCERT कर दिया गया तथा इसे स्वायत्तशाषी संस्था का दर्जा दिया गया
● RSCERT के उदेश्य
▪विद्यालय शिक्षा को गुणवत्तापूर्ण उन्नयन करना तथा शेक्षिक चुनोतियाँ का समाधान करना है
▪संगठन
निदेशक (1) राज्य सरकार द्वारा नियुक्त
अतिरिक्त निदेशक (1) राजस्थान शिक्षा सेवा
प्रोफेसर (01) सयुक्त निदेशक समक्ष
प्रोफेसर -1 (4) उपनिदेशक समक्ष
प्रोफेसर -2 (1) जिला शिक्षा अधिकारी समक्ष
एसोसिएट प्रोफेसर (10)
असिस्टेंट प्रोफेसर (20)
▪ यह सर्वोच्च अकादमी संस्था है जो अकादमीक सलाहकार व मंत्रणात्मक कार्य करता है
▪ SIERT में 9 विभाग है जिसमे विभाग 6(शेक्षणिक प्रोधोगिकी) अजमेर में है बाकी 8 विभाग परिसर में संचालित है
▪SIERT कार्य प्रक्षिक्षण देना,सामग्री का निर्माण करना,कक्षा 1 से 12 तक कि पाठ्यपुस्तकों का पाठ्यक्रम निर्माण करना, शिक्षण अधिगम सामग्री का निर्माण करना ,प्रकासन करना
◆ 14. राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बार्ड BSER
▪ राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बार्ड की स्थापना 1957 की अनुपालना में " 4 दिसम्बर 1957 " को जयपुर में माध्यमिक शिक्षा बार्ड की स्थापना की गई
▪पी सत्यनारायण राव समिति की अनुसन्सा में 1 जनवरी 1961 में बार्ड को अजमेर में स्तान्तरण कर दिया गया
▪प्रारम्भ में कार्यालय नजरबाग कोठी में था जो 1973 को NH पर स्थित भवन में शिफ्ट कर दिया गया
▪ वेबसाइट :- rajeduboard.rajsthan.Gov.in है
▪BSER माध्यमिक शिक्षा पद्धति में गुणवत्ता लाने हेतु माध्यमिक शिक्षा को तकनीकी ढंग से विकसित करने के लिए स्थापना हुई
● संरचना व संगठन
▪Chairman (अध्यक्ष) -1
▪उपाध्याय सहित पदेन सदस्य - 7
▪Elected Members (निर्वाचित सदस्य) - 7
▪राज्य सरकार द्वारा मनोनीत (निर्दिष्ट सदस्य) -17
▪विधानसभा अध्यक्ष द्वारा मनोनीत (निर्दिष्ट सदस्य )-2
▪प्रतिष्टित सह आवरण शिक्षा शास्त्री सदस्य - 2
▪ 2018 में 5 राज्यपाल द्वारा सदस्य शामिल किए [कुल सदस्य = 36 + 5 + एक सचिव =42]
▪ बार्ड के राज्य सरकार द्वारा मनोनीत सदस्यों का कार्यकाल तीन वर्ष होता है
▪ उपाध्यक्ष पदेन सदस्य माध्यमिक शिक्षा निदेशक/आयुक्त होता है
▪ बार्ड का सचिव राज्य सरकार द्वारा नियुक्त होता है जो RAS के समकक्ष होता है
▪ गणपूर्ति हेतु कुल सदस्य संख्या का एक तिहाई उपस्थित अनिवार्य है
● BSER के कार्य
▪स्कूलों की मान्यता सम्बंधित कार्य
▪पाठ्यक्रम का निर्माण 9 से 12 तक # दिसम्बर वर्तमान 2018 में 9 से 12 का पाठ्यक्रम RSCERT के द्वारा मनाया जाएगा
▪परीक्षा संबंधित कार्य (बार्ड 12वी व 10 वी ,प्रवेशिका,वरिष्ठ उपाध्याय, REET वैकल्पिक बार्ड,व्यवससिक शिक्षा )
▪ श्रेष्ठ विद्यालय को पुरुस्कार
▪ छात्रवृत्ति सर्जनात्मक प्रतियोगिता, त्रेमासिक राजस्थान बार्ड आफ जनरल पत्रिका का प्रकाशन
▪ एकल /दीपुत्री पुरुस्कार योजना 2012 (प्रथम 15 लड़कियों को 21000 व जिला स्तर पर 5 बालिका को 5000 रूपय दिए जाते है)
▪बार्ड मेरिट पर
उच्य माध्यमिक वरीयता छात्रों को प्रतिमाह 3 वर्ष हेतु 500/-
माध्यमिक वरीयता छात्रों को प्रतिमाह 2 वर्ष हेतु 400/-
● पुरुस्कार योजना (2017-18)
▪शिक्षा रत्न पुरस्कार (शिक्षकों के लिए) - एक लाख रुपये
▪ कला रत्न पुरस्कार (विद्यार्थियों के लिए) - 51000/-
▪ खेल रत्न पुरस्कार (विद्यार्थियों के लिए ) - 51000/-
▪चेयरमैन Shri Nathmal Didel (I.A.S.)
Chairman and Director Sec.Education
◆ 15.उच्च अध्ययन शिक्षा संस्थान
IASE - (इंस्टीट्यूट आफ एडवांस स्टडी इन एज्युकेशन)
▪राष्ट्रीय शिक्षा नीति 1986 के शिक्षक शिक्षा एवम प्रक्षिक्षण में गुणात्मक सुधार लाने का विशेष प्रावधान में IASE प्रमुख है
▪ IASE का कार्य
माध्यमिक स्तर की शिक्षक शिक्षा के B.ed व M.ed की सेवापूर्व प्रक्षिक्षण व सेवाकालीन प्रक्षिक्षण तथा शोध कार्य के लिए संकल्पना दी गई है
▪IASE का प्रसाशनिक नियंत्रण - माध्यमिक शिक्षा निदेशालय
▪IASE का अकादमिक नियंत्रण - कालेज शिक्षा निदेशालय करता है MHRD मंत्रालय गाईडलाइन जारी करता है
▪ IASE शिक्षण प्रक्षिक्षण संस्थाओं में सर्वोच्च माना जाता है
● उदेश्य -
▪B.ed व M.ed पाठकर्मो का आयोजन कर माध्यमिक स्तर शिक्षक तैयार करना
▪सेवारत शिक्षकों के लिए शिविरों का आयोजन करवाना नवाचार से अवगत करवाना
▪M.ed M.fil PHD के लिए संसाधन उपलब्ध करवाना
● संगठन (प्राचार्य -उपप्राचार्य - प्रोफेसर- रीडर- व्याख्याता - अनुदेशक )
● विभाग (कुल 8)
१.शेक्षणिक आधार प्रभाग २.प्राथमिक शिक्षा विभाग ३.सेवारत शिक्षा विभाग ४.शेक्षणिक प्रोधोगिकी विभाग,५.योजना प्रभाग ,६.शोध प्रभाग ,७.विशिष्ट शिक्षा प्रभाग व ८.प्रबंधन व प्रसाशन विभाग
● राजस्थान में उच्य अध्ययन शिक्षण संस्थान (IASE)
वर्तमान में दो संस्थान है
1.राजकीय उच्य अध्ययन शिक्षण संस्थान - बीकानेर (1940)
▪ 1956 में B.ed स्तर की मान्यता दी गई व 1970 में Med स्तर की
▪ 1 सितंबर 1988 को IASE बना दिया गया जो राजस्थान में प्रथम थी
2.राजकीय उच्य अध्ययन शिक्षण संस्थान- अजमेर (1941)
▪1988-89 में IASE बना दिया गया
▪स्टाफ की नियुक्ति राज्य सरकार द्वारा की जाती है
▪ राजस्थान में दो निजी संस्थान भी है - सरदार सहर चुरू व उदयपुर में
◆ 16.College of Teacher Education (C.T.E) शिक्षक शिक्षा महाविद्यालय
▪ सर्वप्रथम शिक्षकों को शिक्षा हेतु ब्रिटिश एजुकेशन बार्ड ने आरम्भ किया (बम्बई, मद्रास,कोलकाता में)
▪ मुनरों ने 1825 में मद्रास ट्रेनिंग स्कूल की स्थापना की
▪ लार्ड कर्जन की 1904 की शिक्षा नीति में गवर्नमेंट ट्रेनिंग कॉलेज खोले गए जो सामान्य कॉलेजों के समकक्ष थे
▪ माध्यमिक स्तर पर शिक्षण प्रक्षिक्षण संस्थानों को ऊपर उठवाने के लिए CTE की संकल्पना दी गई
▪ राष्ट्रीय शिक्षा नीति 1986 के तहत 1988 में शिक्षक प्रक्षिक्षण के लिए C.T.Es की स्थापना की गई (आचार्य राममूर्ति की सिफारिश पर)
▪ अधिक गुणवत्ता वाले प्रक्षिक्षण संस्थानों को CTEs का दर्जा दिया गया
● राजस्थान में CTS (जून 2018)
1. शाहगोवर्धन लाल काबरा - जोधपुर (1989-90) जोध, बाड, जैस. जालो.पाली
2.लोकमान्य तिलक CTE- डबोक उदयपुर (1993-94) डुग.बॉस. चितो, राजस.
3.हरिभाऊ उपाध्याय CTE - हटूंडी अजमेर (1993-94) नागौर,भीलवाड़ा टोक
4.ग्रामोथान विद्यापीठ CTE - संगरिया हनुमानगढ़ (1994-95)
5.आर्य विद्यापीठ CTE - भुवासर भरतपुर (1995-96)
6.श्री अग्रसेन केशव विद्यापीठ -जामडोली (जयपुर) 2001-02
7.विद्या भवन कला संस्थान CTE - उदयपुर (2004-05)
8.गांधी विद्या मंदिर CTE सरदार शहर चुरू (2004-05)
▪ गोपी कृष्ण पीरामल CTE - बगड़ झुंझुनूं को पुनः Bed कॉलेज बना दिया गया है जो पहले CTE था
● CTEs के कार्य
▪माध्यमिक स्तर पर प्रक्षिक्षण देना
- माध्यमिक शिक्षकों को सेवापूर्व प्रक्षिक्षण देना
- माध्यमिक स्तर के शिक्षकों को सेवाकालीन प्रक्षिक्षण देना (नवाचार सम्बंधित)
- प्रायोगिकी व अन्य प्रासंगिक कार्यो का संचालन करना
- सेवाकालीन शिक्षकों के लिए अभीनवीनीकरण कार्यक्रम का संचालन करना
▪ इनका संचालन निदेशालय माध्यमिक बीकानेर करता है मान्यता NCET द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा परिषद द्वारा मान्यता प्राप्त है
◆ 17. District Institute of Education & Training (DIET) जिला शिक्षा एवम प्रक्षिक्षण संस्थान
▪राधाकृष्णन आयोग 1949 ,मुदलियार आयोग 1952,कोठारी आयोग 1964-66 व राष्ट्रीय शिक्षा नीति 1986 में जिला स्तर पर शिक्षा के सार्वजनीकरण के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए जिला स्तरीय शिक्षण प्रशिक्षण संस्थान की संकल्पना की गई
▪ प्रोग्राम ऑफ एक्शन 1992 की क्रियांवती के रूप में डाइट्स की स्थापना चरणबद्ध रूप से देश मे की गई
▪शिक्षा नीति 1986 में प्राथमिक स्तर पर शिक्षा के विकास व अनिवार्य संचालन के लिए 1988 ( सत्र 1987-88) में जिला स्तर पर डाइट की स्थापना की गई
▪ डाइट का सम्बंध राज्य स्तर पर SIERT और प्रौढ़ शिक्षा निदेशालय से होता है
▪राष्ट्रीय स्तर पर डाइट का सम्बंध NCERT व न्यूपा से होता है
▪ वर्तमान में राज्य में 33 डाइट्स है
▪ एक संस्कृत शिक्षक प्रक्षिक्षण विद्यालय जयपुर
▪ एक राजकीय अल्पभाषी शिक्षक प्रक्षिक्षण संस्थान अजमेर
▪ 15 निजी संस्कृत शिक्षक प्रक्षिक्षण संस्थान विद्यालय
▪ 219 निजी STC विद्यालय संचालित है
● उदेश्य
▪ प्राथमिक शिक्षक व प्रौढ़ शिक्षा कर्मचारियों को प्रक्षिक्षण देना ,जिले में सन्दर्भ संस्था का कार्य करना, जिला स्तर अभिकरणों का संन्यवयन करना,मूल्यांकन कार्यक्रमों का आयोजन करना है
▪ डाइट का सर्वोच्च पदाधिकारी " प्राचार्य " होता है जो जिला अधिकारी के समकक्ष होता है
▪ डाइट प्रारम्भिक शिक्षा के अधीन आता है
#▪ प्राचार्य (1) DEEO के समकक्ष
#▪ उपप्राचार्य (1) प्राचार्य के समकक्ष
#▪ वरिष्ठ व्याख्याता (6) प्रधाचार्य के समकक्ष
#▪ व्याख्याता (18)
▪पिंक बुक से अनुसार डाइट को 7 अकादमिक संस्थाओं में बांटा गया है (PSTE,WE, DRU, IFIC, CMDE, ET एवम P&M) एक प्रसानिक साखा होती है (कुल 8 साखा)
▪ प्रक्षिक्षण देना सेवा पूर्व प्रक्षिक्षण देना (PSTE) व सेवा कालीन प्रशिक्षण देना
▪राजस्थान में प्रथम डाइट 14 जून 1995 में अलवर तथा नवीनतम डाइट प्रतापगढ़ 2009 में बनी वर्तमान में 33 डाइट है
▪ डाइट 8 विभाग से बना है
◆ 18 .राजस्थान शेक्षणिक पहल (Rajasthan Educational Intiative)
▪ राजस्थान में शिक्षा विभाग में सूचना संप्रेषण व तकनीकी प्रगति को समाहित करने की दृष्टि से राजस्थान एज्युकेशन इनिसिएटिव (REI) का गठन हुवा
▪इसका क्रियान्वयन राज्य सरकार द्वारा होता है इसकी नोडल एजेंसी राजस्थान प्रारम्भिक शिक्षा परिषद है
▪ मुख्यमंत्री ने जनवरी 2005 में आयोजित "विश्व आर्थिक मंच" की बैठक दबोस (स्विट्जरलैंड) में इस पर हस्ताक्षर किए
▪REI सितंबर 2005 में प्रारम्भ हुवा तथा 2008 में प्रथम चरण पूरा हुवा
▪RIE के कोर पार्टनर
- CII कन्फेडरेशन ऑफ इंडियन इंस्टीट्यूट
- GeSCI ग्लोबल ई स्कूल एंड कमन्यूकेशन इनिशिएटिव
- WEF वर्ड एकॉनॉमिस फोरम्स
▪ वर्ष 2009-10 में इसे सर्व शिक्षा अभियान के PPP कम्पोनेंट के रूप में समाहित कर दिया गया
▪ RIE की वेबसाइट rei. org. in को फरवरी 2009 में लांच किया गया
▪ इसके माध्यम से PPP माडल के सयुक्त प्रयास से शेक्षणिक परिदृश्य में बदलाव लाना है
▪ RIE की स्थापना के समय 26 MOUs पर हस्ताक्षर किए गए जिसमे प्राइवेट सेक्टर, NGO तथा फाउंडेशन थे
◆ प्रमुख सहयोगी
▪भारतीय उधोग परिसंघ CII
▪ विश्व आर्थिक मंच (WEF)
▪ वैश्विक ई विद्यालय एवम समुदाय पहल (GeSCI)
◆ गौण सहयोगी
माइक्रोसॉफ्ट, बौद्ध शिक्षा समिति,भारतीय फाउंडेशन, नंदी फाउंडेशन आदि 24 NGO जुड़े है
● उदेश्य
विशेष आवश्यकता वाले बालको को गुणवत्तापूर्ण समावेशी शिक्षा
विश्व स्तरीय प्रोधोगिकी के माध्यम से शेक्षणिक सबलीकरण
कम्प्यूटर साक्षरता ,ICT व गैर ICT के माध्यम स कौशल विकास
▪राजस्थान शिक्षा पहल - सितंबर 2005 को PPP मॉडल पर
▪ RIE कार्यक्रम राजस्थान में " राजस्थान प्रारम्भिक शिक्षा परिषद (RCEE) द्वारा चलाई जा रही है जो SSA द्वारा किया जा रहा है
▪ वर्तमान नोडल एजेंसी RCSeE को बनाया गया है
▪वर्तमान में 35 MOU किये गए है जिनका वितरण 11 ICT और 22 Non ICT व 2 डोकोमेंट्स डिस्क्रिप्शन के है
▪ वर्तमान में 13 संस्थाओं के साथ 4क MOU क्रियाशिल है
◆ 19 बालिका शिक्षा फाउंडेशन
( Balika Shiksha Foundation)
▪ बालिका शिक्षा विकास हेतु कल्याणकारी योजनाओं को प्रोत्साहित करना ताकि बालिका शिक्षा में अपना वरिष्ठ स्थान बना सके
▪ बालिका शिक्षा फाउंडेशन की स्थापना 30 मार्च 1995 को हुई
▪ कार्यालय - जयपुर (शिक्षा संकुल)
▪ इसकी स्थापना के समय सरकार ने एक करोड़ का फंड दिया
▪ इस सभा का अध्यक्ष - मुख्यमंत्री व सभापति मुख्य सचिव होगा
● उद्देश्य -
▪बालिका शिक्षा को बढ़ावा देना है बालिका का सत प्रतिसत नामांकन व ठहराव सुनिश्चित करना है
▪आर्थिक दृष्टि से निर्धन परिवारों की प्रतिभावान बालिकाओं को उच्य व तकनीकी शिक्षा हेतु आर्थिक सहायता देना
▪ सरकार द्वारा अनुमोदित बजट से तथा मान्यता प्राप्त करने के लिए दी गई राशि BSF में जमा होती है
- कक्षा 1-8 तक मान्यता राशि 10000 रूपय
- कक्षा 9-10 तक मान्यता राशि 50000 रुपये
- कक्षा 11-12 तक मान्यता राशि 70000 रूपय
(प्रति संकाय 30000 रुपये जमा होते है)
▪ दो प्रकार की समितियां होती है
# शाषी परिषद - (अध्यक्ष -मुख्यमंत्री तथा उपाध्यक्ष -शिक्षा मंत्री )
# कार्यकरणी परिषद - (सभापति -मुख्य सचिव व उपाध्यक्ष -शिक्षा सचिव होता है)
● बालिका शिक्षा फाउंडेशन की प्रोत्साहित योजना
◆ आपकी बेटी योजना ( 2004-05)
▪ कक्षा 1 से 12 तक मे अध्ययनरत बालिका जो गरीबी रेखा से नीचे है तथा माता पिता का निधन (या एक का) पात्र है
▪कक्षा 1-8 हेतु - 2100 राशी
▪कक्षा 9-12 हेतु - 2500 राशी
▪ 2018-19 दिव्यांग बालिका को वितीय सहायता मिलेगी
◆ गार्गी पुरुस्कार योजना (सीनियर) (1998)
▪ कक्षा 10 में 75% अंक प्राप्त पर 6000 की सहायता
▪ समस्त बालिका वर्ग को लाभ
▪ बसन्त पंचमी को 3000 की दर से दो वर्ष तक (कक्षा 11 हेतु 3000 व कक्षा 12 हेतु 3000 की सहायता)
◆ इंद्रा प्रियदर्शनी पुरुस्कार योजना ( 2010-11)
▪कक्षा 10 व कक्षा 12 में जिले में SC, St, OBC में प्रथम स्थान प्राप्त बालिका को
▪2017-18 में नाम परिवर्तन कर पद्माक्षी पुरुस्कार योजना कर दिया गया लेकिन 2019-20 में पुनः इंद्रा प्रियदर्शनी कर दिया गया
▪ प्रत्येक 19 नवम्बर को दिया जाता है
▪पात्रता कक्षा 8,10,12 बार्ड कक्षाओं में जिले में प्रथम आने वाली बालिकाओं को
कक्षा 8 - की बालिका को 40000 रूपय
कक्षा 10 - की बालिका को 75000 रूपय
कक्षा 12 - की बालिका को 100000 रूपय "+स्कूटी (प्रत्येक संकाय में)
◆ कक्षा 12 में 75% अंक प्राप्त छात्राओं को (2008-09)
▪ एकमुश्त 5000 रुपए की सहायता
◆ विदेश में स्नातक स्तर की शिक्षा सुविधा योजना (2010-11)
▪कक्षा 10 की मेरिट वाली प्रथम तीन बालिकाओं को (प्रतिवर्ष 25 लाख अधिकतम की सुविधा)
◆ मुख्यमंत्री हमारी बेटी योजना (2015-16)
▪ राजकीय विद्यालयों में प्रत्येक जिले से 2 बालिका को वितीय सहायता दी जाएगी
▪ BPL परिवार की एक प्रति जिला बालिका को
▪ अनाथ बालिका प्रति जिला एक को (2018-19 से लागू)
▪इस तरह कुल पुरुस्कार 132 है (66+33+33=132)
◆ सारेरिक अक्षमता युक्त बालिकाओं हेतु (2005-06)
▪ 11वी व 12वी नियमित अध्ययन के लिए 2000 की सहायता
● अन्य बालिका प्रोत्साहन योजना
◆पूर्व सैनिक प्रतिभावान पुत्री छात्रवृत्ति (2001-02)
▪ कक्षा 11वी,12वी 1000 की सहायता
◆ निःषुल्क स्कूटी वितरण योजना 2012/13
▪ SC ST की बालिका जिनके 10वी ,12वी में 70%अंक
◆ राजीव गांधी किशोरी सशक्तिकरण योजना (सबला) 2010
▪ 10 जिलों में
◆ टांसपोर्ट बाउचर स्किम (2017-18)
RTE एक्ट 2011 (धारा 7(4)
कक्षा 1 से 5 के लिए 10 रूपय प्रतिदिन
कक्षा 6 से 8 के लिए 15 रूपय प्रतिदिन
◆ 20. कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय (Kasturba Gandhi Balika Vidalaya)
▪कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय की स्थापना जुलाई-अगस्त 2004 में की तथा सर्व शिक्षा अभियान के तहत 1 अप्रेल 2007 से संचालित है
▪यह कार्यक्रम 27 राज्यो के 3479 शेक्षणिक रूप से पिछड़े ब्लाकों में संचालित है
▪ KGVB विद्यालयों का उद्देश्य वंचित वर्ग की उन बालिकाओं को मुख्य धारा से जोड़ना जो किसी कारण वश विद्यालय नही जा पाती और आगे पढ़ना चाहती है
▪ शेक्षणिक दृष्टि से पिछड़े ब्लाक (EBB) तथा अल्पसंख्यक बाहुल्य शहरी क्षेत्रों में KGVB संचालित है
▪SC, ST, OBC ,अल्पसंख्यक, तथा गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाली बालिकाए अध्ययन करती है
▪ SSA के तहत राजस्थान में शेक्षणिक दृष्टि से पिछड़े 186 विकास खंडों जिनका
- ग्रामीण महिला साक्षरता दर राष्ट्रीय महिला साक्षरता दर से 46.13 % से कम है
- जेण्डर गैप राष्ट्रीय औसत से 21.59% से अधिक है
- 14 सहरी क्षेत्र जिनमे 20 % से अधिक निवास करते है
▪ राजस्थान में कुल 200 KGVB है (186+14)
▪ 1 अप्रेल 2008 में संसोधन किया गया जिसमें
- ग्रामीण महिला साक्षरता 30% से कम
- सहरी महिला साक्षरता 53.67 से कम वाले क्षेत्रों में खोलने का प्रावधान किया गया है
● KGVB की सरचना
▪प्रथम मॉडल [बालिका संख्या -100/150] - आवास में - 176+2 = 178 स्कूल
▪द्वितीय मॉडल [बालिका संख्या -50] - आवास में - राजस्थान में लागू नही
▪तृतीय मॉडल [बालिका संख्या -50/100] -निकट उच्च प्रा. वी में - 11+11 = 22 स्कूल
● प्रवेश हेतु पात्रता
ब्रिज कोर्स के माध्यम से,10-14 ड्रॉपआउट बालिकाएं, घुमन्तु,एड्स पीड़ित की बालिका,
▪आरक्षण व्यवस्था
- 75% SC, ST ,OBC बालिका को प्राथमिकता से प्रवेश
- 25% BPL परिवार के पिछड़े बालक
▪ मॉडल 1sत में कुल सदस्य प्रबंधन में 16 है
▪मॉडल 3rd में सदस्य संख्या 10 है जिसमे 50% महिला आवश्यक है
▪ अध्यक्ष (ब्लाक प्रारम्भिक शिक्षा अधिकारी BEEO)
▪ सचिव सदस्य - सम्बंधित ब्लाक संदर्भ व्यक्ति
◆ 21.राजस्थान पाठ्यपुस्तक मंडल (Rajasthan text book board)
▪राजस्थान सरकार ने सन 1973 में एक प्रसाशनिक आदेश से राज्य पाठ्यपुस्तक मंडल के गठन हुवा
▪ राजस्थान संस्था पंजीकरण अधिनियम 1958 की धारा 21 के अंतर्गत इसे स्वायत्त प्रदान की गई है (श्यामलाल की अनुसन्सा पर)
▪RSTB का पंजीकरण 29 दिसम्बर 1973 को हुवा तथा विधिवत कार्य 1 जनवरी 1974 को प्रारम्भ किया
▪ RSTB का मुख्यालय झालाना डूंगरी जयपुर में की गई इसका अध्यक्ष शिक्षा मंत्री राजस्थान होता है ( गवर्नर सरदार -जोगेंद्र सिंह मुख्यमंत्री -हरदेव जोशी)
▪ इसका उद्देश्य कक्षा 1-8 के विद्यार्थियों के लिए निःषुल्क पाठ्यक्रम पुस्तको का मुद्रण व वितरण करना था
▪राजस्थान सरकार के आदेश Ele. Edu/2010 (29सितंबर 2010) 9 से 12 का मुद्रण व वितरण किया जाएगा
वर्तमान में कक्षा 1-8 (SIERT) +(कक्षा 9-12 BSER) = 1 से 12 तक RSCERT करेगा (14 अगस्त 2018 से करेगा)
▪ पाठ्यक्रम का निर्धारण माध्यमिक शिक्षा बार्ड द्वारा किया जाएगा
● RSTB का संगठन
▪शासी परिषद -
- अध्यक्ष शिक्षा मंत्री
- उपाध्यक्ष -शासन सचिव प्राथमिक शिक्षा
- सचिव - RAS
-सदस्य संख्या -12 (9 पदेन +3 मनोनीत)
▪ निष्पादन परिषद
- सभापती - शासन सचिव स्कूल शिक्षा
- सचिव - RAS
- सदस्य संख्या - 9
▪ पाठ्यपुस्तक मंडल की नियमावली 1 अगस्त 1997 से प्रभावी है
▪ राज्य के 34 केंद्रों पर वितरण होता है
◆ 22.भारत स्काउट एंड गाइड (Bharat Scouts and Guides)
▪स्काउट का उद्देश्य एक बालक को खेल खेल में माध्यम से चरित्रवान व्यक्तित्व बनानां जिससे समाज मे दुसरो की सेवा कर सके
▪ब्रेडन पावेल ने "बोर युद्ध" द.अफ्रीका से प्रेणना ली और स्काउट का प्रारम्भ किया
▪ "द बायस स्काउट" आंदोलन की सुरुवात 22 फरवरी 1907 ' ब्राउन सी दीप ' में 20 बालको के साथ कि इस पर " Scouting Baden Boys " बुक लिखी
▪22 फरवरी 1909 को पत्नी सौम्य फ्लेयर की सहायता से 13 लड़कियों के साथ गाइड संघ की स्थापना की
▪1910 बेडन पावेल की सहायता से लड़कियों के लिए
▪ स्काउट एण्ड गाइड का मुख्यालय - जिनेवा स्विट्जरलैंड में है
▪वर्तमान में 216 सदस्य देश है यह विश्व का सबसे बड़ा गणवेशधारी आंदोलन है
● कर्तव्य (भगवान के प्रति, दूसरो के प्रति, स्वम के प्रति स्वम के विकास के लिए जिम्मेदार होना)
● नियम - विश्वनीयता,वफादार,सबका मित्र,विनम्र,प्रकति प्रेमी, साहसी,मितव्ययी,कर्म से सुद्ध
● सपथ - में अपने सम्मान के साथ वादा करता हूं कि ईश्वर और अपने देश के प्रति अपने कर्त्तव्य, लोगो की मदद करने तथा स्काउट नियमों का पालन करने के लिए सर्वश्रेष्ठ प्रयास करुगा
● प्रार्थना - दया कर दान भक्ति का हमे परमात्मा देना
● स्काउट गाइड दिवस - 22 फरवरी को मनाया जाता है
- स्काउट दिवस (Service day सेवा दिवस)
- गाइड दिवस (Think day विचार दिवस)
● भारत मे स्काउट /गाइड की स्थिति
▪ 1909 में भारत मे सुरुवात T.H बेकर ने की थी
▪प्रथम स्काउट ट्रूप विशप कॉटन स्कूल बेंगलुरु में स्थापित हुई
[किरकि (पुणे) ,शिमला (H.P), जबलपुर (M.P), मद्रास(तमिलनाडु), लोनावाला (महाराष्ट्र)]
▪ 1911 में भारत मे प्रथम गाइड ट्रूप जबलपुर (MP)
▪ 7 नवम्बर 1950 को डॉ. ताराचंद शिक्षा सचिव द्वारा कनॉट प्लेस नई दिल्ली में इसका नाम " भारत स्काउट एंड गाइड रख दिया
▪ लड़कियों का आल इंडिया गर्ल्स गाइड संघ का 15 अगस्त 1951 में विलय कर दिया गया
● पुरुस्कार
# UNO का "Peace Messenger alward 1986-87 (शांतिदूत)
# इंद्रा गांधी अवार्ड 1987
# Bronze Wolf award (कांस्य भेड़िया पुरुस्कार) 1969,1994,2008
# एशिया प्रसांत क्षेत्रीय अवार्ड -2006,2009
# पदम् भूषण 1988
# पदम् श्री 1965
▪ भारत का सर्वोच्च स्काउट एवं गाइड पुरुस्कार " सिल्वर एलिफेंट पुरुस्कार" राजस्थान स्काउट एवम गाइड को 16 फरवरी 2015 को दिया गया
▪विजन 2024
- जो विश्व स्तर पर युवा शक्ति को प्रोत्साहन के लिए किया गया था
- कथन - WOSM (वर्ड ऑर्गनाइजेशन ऑफ दा स्काउट मैनेजमेंट)
- विजन - वर्ड असोसिएशन ऑफ गर्ल्स गाइड एंड गर्ल्स स्काउट
● भारत मे उम्र के आधार पर रेंक व्यवस्था
▪ [आयु 3-5 वर्ष] - [बुनीज]
▪ [आयु 5-10 वर्ष] - [बुलबुल] - आदर्श वाक्य -कोशिश करो (सर्वोच्च पुरुस्कार -हिरपँख)
▪ [आयु 10-17 वर्ष] - [गाइड] - आदर्श वाक्य -तैयार रहो (सर्वोच्च पुरुस्कार -राष्ट्रपति)
▪ [आयु 15-25 वर्ष] - [रेंजर्स] - आदर्श वाक्य -सेवा करो (सर्वोच्च पुरुस्कार -राष्ट्रपति)
▪ मासिक पत्रिका - स्काउट गाइड ज्योति ( गतिविधियों को प्रकाशित)
▪ नेशनल ग्रीन कौर - पर्यावरण के प्रति जाग्रति कार्यक्रम है राज्य में 2003 में प्रारम्भ हुवा
▪ राजस्थान बालचर आवासीय विद्यालय जयपुर - 1 जुलाई 2003 से जयपुर में स्काउट प्रक्षिक्षण के लिए जगतपुरा में खोला गया
▪ विश्व स्काउट जम्बूरी - प्रति चार वर्ष बाद आयोजन
- प्रथम आयोजन - 1920 में लंदन में
- 23वी जम्बूरी - 2015 में जापान
- 24वी जम्बूरी 2019 - वेस्ट वर्जिनिया (USA) 22 जुलाई से 2 अगस्त तक
थीम - Unlock a New World
- 25वी जम्बूरी 2023 दक्षिण कोरिया
▪ भारत की प्रथम जम्बूरी हैदराबाद -1953 में
▪ दूसरी जम्बूरी जयपुर राजस्थान -1956 में
▪ 17 वी जम्बूरी मैसूर कर्नाटक -2016 में थीम-टुगेदर फ़ॉर बेटर टुमारो
▪ 18 वी जम्बूरी - बांग्लादेश (2019-20)
● राजस्थान में स्काउट एवम गाइड
▪ सोसायटी पंजीकरण अधिनियम 1960 के तहत
▪ एक राज्य मुख्यालय सात मंडलीय मुख्यालय व 273 स्थानीय संघ स्थापित है
शिर्ष निकाय राज्य परिषद कार्यकाल 3 वर्ष
▪ राज्य प्रक्षिक्षण केंद्र "लकड़ी भूमि" जगतपुरा जयपुर
राजस्थान प्रक्षिक्षण व साहस केंद्र - माउंट आबू
संभाग स्तर पर ट्रेनिग केंद्र -
पुष्कर (अजमेर) - देवकुंड (बीकानेर) - चोपसनकी (जोधपुर) - अलनिया (कोटा) - बनीपार्क (जयपुर) -उदयनिवास (उदयपुर)
▪ भारत का प्रथम आयुक्त ह्र्दयनाथ कुरंजु वर्तमान में कृष्ण कुमार खण्डेला
◆ 23.राष्ट्रीय मिल्ट्री स्कूल (Rasthriya Military school)
▪भारत मे रक्षा सेवाओं के कार्मिक के बच्चों की शिक्षा के लिए " किंग जार्ज रॉयल इंडियन मिल्ट्री स्कूल" KGRIMS की स्थापना हुई
▪ प्रथम विचार प्रथम विश्वयुद्ध के बाद फरवरी 1922 में आया जार्ज पंचम ने इनकी स्थापना के लिए 2.5 लाख रुपये "देशभक्ति कोष" द्वारा आर्थिक सहायता प्रदान की थी
▪ जार्ज पंचम ने सैन्य,सैनिक अधिकारियों के बच्चों के लिए इंग्लैंड PP की तर्ज पर उच्य गुणवत्ता युक्त शिक्षा उपलब्ध करवाने हेतु मिल्ट्री स्कूल खोलने की घोषणा की
▪ फरवरी 1922 को जार्ज पंचम ने मिल्ट्री स्कूल की नींव " जालन्धर केंट चेल में रखी थी लेकिन कक्षा का प्रारम्भ 15 सितंबर 1925 को हुवा था
●
1.भारत का प्रथम मिल्ट्री स्कूल - चैल जालन्धर केंट पंजाब (वर्तमान में सोलन HP में है) 22 फरवरी 1922
2. झेलम मिल्ट्री स्कूल - 3 मार्च 1922 (वर्तमान में पाकिस्तान में)
▪पुनर्गठन 1952 में इसमे किंग जार्ज स्कूल कहा जाने लगा धेय्य वाक्य - Play tha game
▪1954 में IPSC (इंडियन पब्लिक स्कूल कांफ्रेंस) की सदयता ली इसके बाद पब्लिक स्कूल कहलाने लगे
▪जनवरी 1966 को इसमे दो परिवर्तन हुए
- नाम का रूपांतरण "मिल्ट्री स्कूल"
- धय्ये वाक्य - शीलम परम् भूषण अर्थ चरित्र सर्वोच्चय गुण हैं
▪ पुनः नाम परिवर्तन 25 जून 2007 को " राष्ट्रीय मिल्ट्री स्कूल (RMS) रखा गया
● भारत के प्रमुख RMS (वर्तमान में 5 स्कूल है)
1.RMS - चेल (सोलन HP) फरवरी 1922 (कार्य प्रारंभ 15 सितंबर 1925)
2.RMS - अजमेर राजस्थान (15 नवम्बर 1930) प्रथम W L क्लार्क थे वर्तमान में (अनंत तपन)
3.RMS - बेलगांव कर्नाटक (30 दिसम्बर 1945)
4.RMS - बेंगलुरू कर्नाटक (1 अगस्त 1946)
5 RMS - धौलपुर राजस्थान (16 जुलाई 1962)
(स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद भारत का एकमात्र RMS धौलपुर है)
● प्रवेश प्रक्रिया
▪प्रवेश प्रक्रिया द इन्टरग्रेट हेडक्वार्टर रक्षा मंत्रालय द्वारा तीन स्तरों पर किया जाता है
1.कक्षा 6 में प्रवेश CET (कामन एंट्रेंस टेस्ट द्वारा) 10-11 आयु
2.कक्षा 9 में प्रवेश CET सामान्य परीक्षा द्वारा 13-14 आयु
3.कक्षा 11(विज्ञान वर्ग) 10 वी प्राप्तांक द्वारा 15-16 आयु
● RMS की विशेषताए
-कक्षा 6 से 12 तक प्रतिस्पर्धा तथा गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना
-यह CBSC के अधीन प्रणाली है तथा 6 से 8 तक आवासीय विद्यालय है
- केवल लड़को को प्रवेश तथा माध्यम अंग्रेजी है
● प्रवेश में आरक्षण
▪ 70 % जूनियर अधिकारी(JCO)अन्य रेंक (RO) के बच्चे
▪ 30 % अधिकारियों के बच्चे तथा सामान्य नागरिकों के बच्चे
▪ 50 सीट शहिद के बच्चों के लिए (एक संस्था में 15 से अधिक नही)
- 15% SC व 7.5 ST के बच्चों के लिए
● RMS का प्रसाशक (मुखिया) - इसका प्रसाशक " महानिदेशक मिल्ट्री ट्रेनिंग करता है
● RMS का ध्यये वाक्य
1930 -1952 (सर्विसेस बिफोर सेल्फ) पहले स्वम की सेवा
1952 -1965 (Play tha Game) खेल खेला
1966 - सिलम परम् भूषणम (चरित्र परम् आभूषण है)
▪ झेलम व चेल जुड़वा बहिन है
▪ सिविलियन को प्रवेश 1952 में किया गया
◆ 24. सैनिक स्कूल (Sainik school)
▪ सैनिक स्कूल छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के साथ साथ उन्हें जीवन की सभी प्रणालियों से जोड़ने का प्रयास है यह आवासीय विद्यालय है
▪तत्कालीन रक्षामंत्री वी. के कृष्णामेनन ने सैनिक स्कूल का विचार 23 जून 1961 में दिया
▪सैनिक स्कूलों की स्थापना में राष्ट्रीय इंडियन मिल्ट्री स्कूल (RIMC) का विशेष योगदान है
● उद्देश्य
(गरीब व निम्न वर्ग के विद्यार्थियों को उच्य गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना है)
- अधिकारी वर्ग के बीच क्षेत्रीय व वर्ग असंतुलन को सुधारना
- NDA हेतु होनहार कैडेट तैयार करना जो अधिकारी बन सके
- सुयोग्य युवा चरित्रवान नागरिक बनानां
-विद्यार्थियों को ज्ञान,चरित्र तथा अनुसासन का वह गुण विकसित करना जो आदर्श नागरिक बना सके
● संगठनात्मक स्वरूप
▪ सैनिक स्कूलों का संचालन " सैनिक स्कूल सोसायटी"द्वारा किया जाता है जिसमे एक नियामक बार्ड (Board of Governors BOG) का गठन किया जाता है
▪BOG का अध्यक्ष रक्षामंत्री होता है जो प्रसासन,निरीक्षण, नियंत्रण का कार्य करता है
▪ रक्षा सचिव के अधीन एक कार्यकारी कमेटी बनाई जाती है जो नियंत्रण व निरीक्षण के कार्य करती है
▪" स्थानीय प्रसासन बार्ड"(LBA) प्रत्येक स्कूल में बनाया जाता है जिसका सचिव प्राचार्य होता है LBA तीन स्तरीय अधिकारियों को नियुक्त करता है
1.प्राचार्य -(कर्नल/ले.कर्नल समकक्ष)
2.हेडमास्टर (मेजर के समकक्ष)
3.पंजीयक (कैप्टन/मेजर के समकक्ष) [इनकी नियुक्ति रक्षा मंत्रालय द्वारा होती हैं]
● प्रवेश प्रक्रिया (कक्षा 6 में प्रारम्भ होती हैं)
▪ जनवरी माह में प्रवेश परीक्षा होती है जिसमे छात्र की आयु 10 वर्ष से कम नही और 11 वर्ष से अधिक नही हो (वस्तुनिष्ठ, मौखिक, फिजिकल परीक्षा)
▪ कक्षा 9 में प्रवेश से समय आयु 13-14 वर्ष हो
● आरक्षण व्यवस्था
▪67 % राज्य के मूल निवासियों के बच्चे
▪33 % सभी राज्यो के बच्चे
नोट :- 25 % रक्षाकर्मियों के बच्चों के लिए आरक्षित (भू.पु)
15 % SC व 7.5% ST हेतु आरक्षण है
● भारत मे सैनिक स्कूल
▪वर्तमान में 28 सैनिक स्कूल है (संचालन रक्षा मंत्रालय व राज्य सरकार करती है)
# पहला सैनिक स्कूल - 23 जून 1961 सतारा (महाराष्ट्र)
# दूसरा सैनिक स्कूल - 7 अगस्त 1961 चितौड़गढ़ (राजस्थान)
# 26वा सैनिक स्कूल - 21 अप्रेल 2017 छिंग छिप (मिजोरम)
# 27वा सैनिक स्कूल - 1 अप्रेल 2018 झुंझुनूं (राजस्थान का दूसरा)
# 28वा सैनिक स्कूल - अगस्त 2018 सियांग अरुणाचल प्रदेश
▪ वर्तमान में गोवा,तेलंगाना, सिककम, मेघालय, त्रिपुरा आदि में सैनिक स्कूल स्थापित नही है
▪लखनऊ सैनिक स्कूल 1960 में खोला जिसे 2018 में प्रथम बार लड़कियों को प्रवेश दिया गया यह सैनिक स्कूल सोसायटी के भाग नही है
● राजस्थान में सैनिक स्कूल (वर्तमान में दो है)
- चितौड़गढ़ 7 अगस्त 1961 (प्राचार्य संकटा मेनन) संख्या 535 है
- दोरासर झुंझुनूं - 1 अप्रेल 2018 को प्रारम्भ
▪ धेय्य वाक्य - बुद्धिमत्ता, पराक्रम,देशभक्ति अर्थात गरिमा व पराक्रम के साथ संतुलित व्यक्तित्व का विकास है
▪ कक्षा 6 से 12 तक आवासीय विद्यालय है तथा CBSE परीक्षा पर आधारित है माध्यम अंग्रेजी है तथा हिंदी अनिवार्य विषय है
▪सैनिक स्कूल चितौड़गढ़ के प्राचार्य कर्नल राजेश राघव
◆ 25. पब्लिक स्कूल (Public school)
▪ पब्लिक स्कूल से तातपर्य है एक ऐसा स्कूल जो जनता के सामान्य पैसों से संचालित हो
▪16 वी सताब्दी के 1580 ई में पब्लिक स्कूल उभर कर आया यह पद्धति इंग्लैड (Grammer school) की देन है
▪ऐसे स्कूल जो जनता के पैसों से चलता हो तथा जनसाधारण द्वारा संचालित हो,लाभ कमाने हेतु सुल्क आधारित स्कूल है
▪पब्लिक स्कूलों सम्बंधित अधिनियम 1868 में इंग्लैंड में बना था
▪ भारत मे सर्वप्रथम पब्लिक स्कूल " 15 अप्रेल 1847 में शिमला (H.P) के निकट सनावर (जिला सोलन) में हुवा
▪सनावर का नामकरण सर हेनरी लोरेनस व बड़े भाई सर जान लॉरेनस के नाम पर " लॉरेन्स पब्लिक स्कूल-सनावर "कर दिया
▪ यह एशिया का पहला सह शिक्षा पब्लिक स्कूल है
▪ 28 जुलाई 1859 में " विशप कॉटन स्कूल-शिमला व कोलकाता" में लार्ड कॉटन द्वारा खोला गया जो 15 मार्च 1863 को चालू हुवा (एशिया का प्रथम प्राचीन बोर्डिंग स्कूल)
▪भारत मे (राष्ट्रीय मिल्ट्री स्कूल, सैनिक स्कूल,दून पब्लिक स्कूल, लॉरेन्स पब्लिक स्कूल, इंडियन आर्मी पब्लिक स्कूल, विशप कॉटन स्कूल, मेयो स्कूल) पब्लिक स्कूल है
▪ 1928 में IPSS (Indian Public School Society) की स्थापना हुई
▪1939 में बदलकर IPSC (Indian Public School Conference) कर दिया जिसकी स्थापना शिमला में 16-17 जून 1939 को प्रथम मीटिंग हुई आज जिसमे 79 सदस्य है
▪ राजस्थान में पब्लिक स्कूल
# बिरला पब्लिक स्कूल - पिलानी
# L.K सिंहानिया पब्लिक स्कूल - नागौर
# महारानी पब्लिक स्कूल -जयपुर
# मोदी पब्लिक स्कूल - सीकर
# राजमाता पब्लिक स्कूल - जोधपुर
# मेयो कॉलेज - अजमेर
◆ 26.मॉडल स्कूल (Model school)
▪स्वामी विवेकानंद राजकीय मॉडल स्कूल मॉडल केंद्र सरकार द्वारा संचालित योजना है
▪2007 के स्वतंत्रता दिवस पर मनमोहन सिंह ने घोषणा की जिसकी अनुपालना में नवंबर 2008 में 6000 मॉडल स्कूल खुले
▪इसका उद्देश्य शेक्षणिक दृष्टि से पिछड़े ब्लाक में केंद्रीय विधालय (KVS) के पैटर्न में माध्यमिक स्तर पर सार्वजनीकरण एवम गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध करवाना था
▪ इसके लिए 186 ब्लाक में प्रारम्भ किया गया
▪उद्देश्य :- (माध्यमिक शिक्षा का सार्वजनिककरण,गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, वंचित वर्ग को उच्च स्तर, सुविधा युक्त विद्यालय बनानां,बालक का सर्वांगीण विकास हेतु वातावरण उपलब्ध करवाना)
▪राज्य व संघ सरकारो के माध्यम से EBBs क्षेत्रो में 3500 मॉडल स्कूल स्थापित करना (सत्र 2009-10)
▪ मॉडल स्कूल 6 से 8 तक संचालित होंगे इनमें विज्ञान, गणित,अंग्रेजी पर अधिक जोर दिया जाएगा कक्षा 9 से अंग्रेजी माध्यम होगा
▪ RMSA संचालन करेगा तथा छात्र शिक्षक अनुपात 1:40 होगा
▪ वितीय अनुपात 75:25 होगा प्रतिकक्षा 80 सीट होगी
▪ प्रबंधन
- राज्य स्तर पर -राजस्थान माध्यमिक शिक्षा परिषद (RCSE) जयपुर (नीति निर्धारण साषी परिषद,व निष्पादन समिति)
- जिला स्तर पर कलेक्टर की अध्यक्षता में निष्पादन समिति
- विद्यालय स्तर पर - विद्यालय विकास समिति (23 सदस्य)
▪ प्रवेश कक्षा 6 ,कक्षा 9 व कक्षा 11 में तीनो स्तरों पर होती है
▪ Note RTE 2009 के तहत प्राथमिक स्तर पर प्रवेश परीक्षा नही ली जाएगी इसलिए ब्लॉक स्तर पर एक प्रवेश समिति होगी
▪ आरक्षण SC -16%,ST 12%,OBC 21%,MBC-5%,50%अनारक्षित
▪3%राज्यसरकार की अनुसन्सा पर 50% बालिकाओं के प्रावधान है
▪ चेयरमैन -मुख्यमंत्री,
डिप्टी चेयरमैन -शिक्षा सचिव,
कमिश्नर -मुख्य सचिव,
पदेन सचिव- शिक्षा सचिव,
सदस्य -BSER सदस्य
▪ राजस्थान में PPP मॉडल पर 2010 में ज्ञानोदय मॉडल स्कूल 186 ब्लाकों में खोले गए
▪ सर्वप्रथम उदयपुर व अजमेर के 10 ब्लाकों में 50 ज्ञानोदय स्कूल स्थापित हुए
◆ 27. E-Mitra (ई-मित्र)
▪E-मित्र परियोजना का उद्देश्य समस्त सरकारी,गैर सरकारी,निजी,सामाजिक सेवाओं को प्रभावशाली एवं पारदर्शी प्रणाली के न्यूनतम दरों एवम कम खर्चो पर सुविधाएं उपलब्ध करवाना है
▪सूचना प्रौद्योगिकी व संचार विभाग द्वारा वर्ष 2002 में दो नागरिकोमुखी परियोजना सुरु की :-
- जनमित्र (JANMITRA) ग्रामीण क्षेत्र में
- लोकमित्र (LOKMITRA) शहर क्षेत्र में (E मित्र भी कहते है)
▪ लोकमित्र प्रोजेक्ट + जनमित्र प्रोजेक्ट =ई-मित्र
▪यह तकनीकी PPP मॉडल पर आधारित है
▪ किस्योको का संचालन (LSP) सूचना प्रौद्योगिकी एवम जनसंचार विभाग द्वारा 2002 दो नागरिकोमुखी परियोजना "लोकमित्र व जनमित्र" के रूप में हुई
▪लोकमित्र (सहर) की सुरुवात 30 मार्च 2002 में जयपुर शहर में हुई
▪ जनमित्र (ग्रामीण) की सुरुवात झालावाड़ में हुई
◆ E मित्र का अर्थ नागरिक मित्र सेवा है अर्थात एकल खिड़की बहुआयामी सेवा
▪ E मित्र का प्रारम्भ 2005 में हुवा (जनमित्र व लोकमित्र को एक कर के)
▪17 जून 2006 को सम्पूर्ण राजस्थान में लागू कर दिया गया इसका सॉफ्टवेयर IT&C विभाग द्वारा तैयार किया गया
▪ पुरुस्कार (Award)
1. Elets Digital India Knowledge Exchange Summit Award 2016
2.Skoch order of merit Award 2015 (Smart Governance)
3.Award of excellence-e-mitra 2013
▪2016 में SSO id की सुरुवात हुई
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