मैनेजमेट 2
◆ 28. E-Governance (ई-प्रसासन)
▪ ई सरकार द्वारा प्रसासन चलाने की प्रक्रिया का नाम ई प्रसासन है (अर्थात ई प्रसाशन भागीदारी/परिणाम/निर्णय है) यह ई मित्र का भाग है
▪ ई प्रसाशन सरकारी व प्रसाशनिक विभागों के मध्य तकनीकी एवम सूचना सम्प्रेषण की एक योजना है
▪ ई प्रसाशन का संचालन NeGP(राष्ट्रीय ई प्रसाशन योजना) द्वारा किया जा रहा है
▪सूचना तकनीकी से संचालित प्रशासन को ई प्रसाशन कहते है इसका उद्देश्य नागरिकों को इलेक्ट्रॉनिक प्रणाली के माध्यम से प्रसाशनिक सेवाएं उपलब्ध कराना है
▪ 15 अगस्त 2000 को सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा ई गवर्नेंस के केंद्र खोले
▪देवांग मेहता इसे समार्ट (SMART) गवर्नेंस कहते है
- S simple (सामान्य)
- M model (प्रतिरूप)
- A Acountable (जवाबदेहीता)
- R Responcible (जिमेदार)
- T Transprent ( पारदर्शिता)
▪सूचना तकनीकी कानून 18 अक्टूबर 2000 को लागू हुवा
▪2001 ई गवर्नेंस वर्ष मनाया गया
▪ई प्रसासन दिवस 25 दिसम्बर को तथा जनक अटल बिहारी वाजपेयी थे
▪18 मई 2006 को केंद्र द्वारा NeGP कार्यक्रम चलाया गया जिसमें 27 मिशन मोड़ परियोजना(MMP) और 10 घटक थे वतर्मान में 31 MMP मोड़ है
29.Rajshiksha (राजशिक्षा)
▪ राजस्थान के शिक्षा विभाग की अधिकृत वेबसाइट " www.rajshiksha.gov.in है
▪ नोडल एजेंसी :- निदेशालय प्राथमिक व माध्यमिक शिक्षा विभाग बीकानेर + संयुक्त सचिव प्रारम्भिक शिक्षा
▪ बेबसाइट पर समस्त योजनाएं, कार्यक्रम, सूचनाएं एकत्रित रुप से विधमान है
▪स्तान्तरण सूची,बजट सूची,टेंडर सूची,प्रमोशन सूचना,तथा शिक्षा सम्बंधित समस्त सूचना वेबसाइट पर उपलब्ध है
▪शिविरा तथा नया सिक्षाकमे अतिरिक्त शिक्षा की नवीनतम जानकारी है
▪ इसे सूचना का सागर कहते है
◆ 30.एड्यूसेट (Edusat)
▪एड्यूसेट (G-SAT-3) एक कृत्रिम उपग्रह है जो शिक्षा सम्बंधित है
▪यह दो मार्गी संचार श्रव्य दृश्य आधारित संजीव टेली कॉन्फ्रेंसिंग का प्रसारण करता है
▪ एड्यूसेट 20 सितंबर 2004 को आंध्रप्रदेश के श्रीहरिकोटा से " इसरो" (सतीश धवन केन्द्र्र) द्वारा छोड़ा गया
▪GSLV-MK 1F01 द्वारा 36000 KM दूरी में छोड़ा गया इसे G-SAT-3 कहते है
▪ इसका प्रारम्भ 3 राज्यो में हुवा था (महाराष्ट्र,कर्नाटक,मध्यप्रदेश)
▪इसको राजस्थान से 22 अप्रेल 2006 को शिक्षा संकुल से जोड़ा गया जिसकी 49 साइट है
▪ वर्तमान में उच्य अध्ययन संस्थान में इसको I.A.S.E, D.I.E.T, CTE, SIERT उदयपुर में कार्य कर रहा है
▪ इसका उद्देश्य शिक्षा का विकास करना तथा दूरस्थ शिक्षा को बढ़ावा देना है
▪ वर्तमान में इसका विषवत रेखा से 19.2 का कोण तथा 74°पूर्वी देशांतर पर स्थित है यह 36000 KM चक्कर लगाता है
◆ 31.ज्ञान दर्शन Gyandarshan, (शेक्षणिक TV चैनल)
▪ मानव संसाधन विकास मंत्रालय (MHRD) +सूचना प्रसारण मंत्रालय +प्रसार भारती + इग्नू द्वारा सयुक्त रूप से 26 जनवरी 2000 को सामान्य शिक्षा हेतु चालू किया गया TV कार्यक्रम है
▪तत्कालीन मुरलीमनोहर जोशी ने इसका उद्घाटन किया था तब इसका प्रसारण 2 घण्टे था
▪ 26 जनवरी 2001 को अवधि बढ़ाकर 24 घण्टे कर दिया गया (जिसमें 23 घण्टे देशी प्रोग्राम व 1 घण्टे विदेशी प्रोग्राम कार्यक्रम होंगे
● ज्ञानदर्शन •1 (सामान्य शिक्षा)
▪ शेक्षणिक कार्यक्रमों का प्रसारण दुरस्थ शिक्षा को बढ़ावा देने हेतु 26 जनवरी 2000 को प्रारम्भ हुवा था
▪ ज्ञानदर्शन 1 की नोडल एजेंसी NCERT है
● ज्ञानदर्शन •2 (तकनीकी शिक्षा हेतु)
▪ 26 जनवरी 2003 को मानव संसाधन विकास मंत्रालय व तकनीकी शिक्षा द्वारा सुरु किया गया
▪ ज्ञानदर्शन 2 की नोडल एजेंसी भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान(IITs) है इसमे केवल तकनीकी शिक्षा आती है
▪ज्ञानदर्शन 2 का अन्य नाम "एकलव्य चैनल" है जिसका लिंक उपग्रह G-set10 से है
◆ 32.ज्ञानवाणी (Gyanvani)
▪ ज्ञानवाणी एक शेक्षणिक एफ. एम.रेड़ियो चैनल है जिसका उद्देश्य दूरस्थ शिक्षा को बढ़ावा देना है
▪यह प्राथमिक, माध्यमिक, वयस्क,तकनीकी, और व्यवसायिक शिक्षा उच्चतर शिक्षा सहित विभिन्न पहलुओं पर कार्यक्रम प्रस्तुत करता है
▪ इसकी स्थापना 7 जुलाई 1993 को की गई ( 4 बजे मुरली मनोहर जोशी द्वारा )
▪ राजस्थान में स्थापना 2000 में की गई
▪ तरंग सिमा 87.58mhz से 108mhz के मध्य है तथा रेडियो स्टेशन की रेंज 50-60 कि.मी मानी जाती है
▪इसको 105.6 मेगाहर्ट्ज़ पर जयपुर में सुना जा सकता है
▪वर्तमान में 40 केंद्र है जिनका प्रसारण मानव संसाधन विकास मंत्रालय (MHRD) द्वारा किया जाता है
▪ भाषा का माध्यम हिन्दी, अंग्रेजी,तथा क्षेत्रीय भाषा है
▪ इसका प्रसारण सुबह 6 बजे से 12 बजे तक तथा 1 बजे से 11 बजे तक होता है
(6AM-12AM and 1PM -11PM) कुल 16 घण्टे होता है
▪ भारत मे सर्वप्रथम कोटब्युर, लखनऊ ,विशाखापत्तनम में हुवा था
▪ इसका विकास केंद्र इग्नू है (इंद्रा गांधी खुलाविश्विद्यालय)
▪ NCERT ,राष्ट्रीय खुला विश्विद्यालय व राज्य खुला विश्विद्यालय इसमे अपना योगदान देते है
▪ वर्तमान में प्राथमिक स्कूलों में दोपहर को इसका प्रसारण अनिवार्य कर दिया है
▪ ई सरकार द्वारा प्रसासन चलाने की प्रक्रिया का नाम ई प्रसासन है (अर्थात ई प्रसाशन भागीदारी/परिणाम/निर्णय है) यह ई मित्र का भाग है
▪ ई प्रसाशन सरकारी व प्रसाशनिक विभागों के मध्य तकनीकी एवम सूचना सम्प्रेषण की एक योजना है
▪ ई प्रसाशन का संचालन NeGP(राष्ट्रीय ई प्रसाशन योजना) द्वारा किया जा रहा है
▪सूचना तकनीकी से संचालित प्रशासन को ई प्रसाशन कहते है इसका उद्देश्य नागरिकों को इलेक्ट्रॉनिक प्रणाली के माध्यम से प्रसाशनिक सेवाएं उपलब्ध कराना है
▪ 15 अगस्त 2000 को सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा ई गवर्नेंस के केंद्र खोले
▪देवांग मेहता इसे समार्ट (SMART) गवर्नेंस कहते है
- S simple (सामान्य)
- M model (प्रतिरूप)
- A Acountable (जवाबदेहीता)
- R Responcible (जिमेदार)
- T Transprent ( पारदर्शिता)
▪सूचना तकनीकी कानून 18 अक्टूबर 2000 को लागू हुवा
▪2001 ई गवर्नेंस वर्ष मनाया गया
▪ई प्रसासन दिवस 25 दिसम्बर को तथा जनक अटल बिहारी वाजपेयी थे
▪18 मई 2006 को केंद्र द्वारा NeGP कार्यक्रम चलाया गया जिसमें 27 मिशन मोड़ परियोजना(MMP) और 10 घटक थे वतर्मान में 31 MMP मोड़ है
29.Rajshiksha (राजशिक्षा)
▪ राजस्थान के शिक्षा विभाग की अधिकृत वेबसाइट " www.rajshiksha.gov.in है
▪ नोडल एजेंसी :- निदेशालय प्राथमिक व माध्यमिक शिक्षा विभाग बीकानेर + संयुक्त सचिव प्रारम्भिक शिक्षा
▪ बेबसाइट पर समस्त योजनाएं, कार्यक्रम, सूचनाएं एकत्रित रुप से विधमान है
▪स्तान्तरण सूची,बजट सूची,टेंडर सूची,प्रमोशन सूचना,तथा शिक्षा सम्बंधित समस्त सूचना वेबसाइट पर उपलब्ध है
▪शिविरा तथा नया सिक्षाकमे अतिरिक्त शिक्षा की नवीनतम जानकारी है
▪ इसे सूचना का सागर कहते है
◆ 30.एड्यूसेट (Edusat)
▪एड्यूसेट (G-SAT-3) एक कृत्रिम उपग्रह है जो शिक्षा सम्बंधित है
▪यह दो मार्गी संचार श्रव्य दृश्य आधारित संजीव टेली कॉन्फ्रेंसिंग का प्रसारण करता है
▪ एड्यूसेट 20 सितंबर 2004 को आंध्रप्रदेश के श्रीहरिकोटा से " इसरो" (सतीश धवन केन्द्र्र) द्वारा छोड़ा गया
▪GSLV-MK 1F01 द्वारा 36000 KM दूरी में छोड़ा गया इसे G-SAT-3 कहते है
▪ इसका प्रारम्भ 3 राज्यो में हुवा था (महाराष्ट्र,कर्नाटक,मध्यप्रदेश)
▪इसको राजस्थान से 22 अप्रेल 2006 को शिक्षा संकुल से जोड़ा गया जिसकी 49 साइट है
▪ वर्तमान में उच्य अध्ययन संस्थान में इसको I.A.S.E, D.I.E.T, CTE, SIERT उदयपुर में कार्य कर रहा है
▪ इसका उद्देश्य शिक्षा का विकास करना तथा दूरस्थ शिक्षा को बढ़ावा देना है
▪ वर्तमान में इसका विषवत रेखा से 19.2 का कोण तथा 74°पूर्वी देशांतर पर स्थित है यह 36000 KM चक्कर लगाता है
◆ 31.ज्ञान दर्शन Gyandarshan, (शेक्षणिक TV चैनल)
▪ मानव संसाधन विकास मंत्रालय (MHRD) +सूचना प्रसारण मंत्रालय +प्रसार भारती + इग्नू द्वारा सयुक्त रूप से 26 जनवरी 2000 को सामान्य शिक्षा हेतु चालू किया गया TV कार्यक्रम है
▪तत्कालीन मुरलीमनोहर जोशी ने इसका उद्घाटन किया था तब इसका प्रसारण 2 घण्टे था
▪ 26 जनवरी 2001 को अवधि बढ़ाकर 24 घण्टे कर दिया गया (जिसमें 23 घण्टे देशी प्रोग्राम व 1 घण्टे विदेशी प्रोग्राम कार्यक्रम होंगे
● ज्ञानदर्शन •1 (सामान्य शिक्षा)
▪ शेक्षणिक कार्यक्रमों का प्रसारण दुरस्थ शिक्षा को बढ़ावा देने हेतु 26 जनवरी 2000 को प्रारम्भ हुवा था
▪ ज्ञानदर्शन 1 की नोडल एजेंसी NCERT है
● ज्ञानदर्शन •2 (तकनीकी शिक्षा हेतु)
▪ 26 जनवरी 2003 को मानव संसाधन विकास मंत्रालय व तकनीकी शिक्षा द्वारा सुरु किया गया
▪ ज्ञानदर्शन 2 की नोडल एजेंसी भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान(IITs) है इसमे केवल तकनीकी शिक्षा आती है
▪ज्ञानदर्शन 2 का अन्य नाम "एकलव्य चैनल" है जिसका लिंक उपग्रह G-set10 से है
◆ 32.ज्ञानवाणी (Gyanvani)
▪ ज्ञानवाणी एक शेक्षणिक एफ. एम.रेड़ियो चैनल है जिसका उद्देश्य दूरस्थ शिक्षा को बढ़ावा देना है
▪यह प्राथमिक, माध्यमिक, वयस्क,तकनीकी, और व्यवसायिक शिक्षा उच्चतर शिक्षा सहित विभिन्न पहलुओं पर कार्यक्रम प्रस्तुत करता है
▪ इसकी स्थापना 7 जुलाई 1993 को की गई ( 4 बजे मुरली मनोहर जोशी द्वारा )
▪ राजस्थान में स्थापना 2000 में की गई
▪ तरंग सिमा 87.58mhz से 108mhz के मध्य है तथा रेडियो स्टेशन की रेंज 50-60 कि.मी मानी जाती है
▪इसको 105.6 मेगाहर्ट्ज़ पर जयपुर में सुना जा सकता है
▪वर्तमान में 40 केंद्र है जिनका प्रसारण मानव संसाधन विकास मंत्रालय (MHRD) द्वारा किया जाता है
▪ भाषा का माध्यम हिन्दी, अंग्रेजी,तथा क्षेत्रीय भाषा है
▪ इसका प्रसारण सुबह 6 बजे से 12 बजे तक तथा 1 बजे से 11 बजे तक होता है
(6AM-12AM and 1PM -11PM) कुल 16 घण्टे होता है
▪ भारत मे सर्वप्रथम कोटब्युर, लखनऊ ,विशाखापत्तनम में हुवा था
▪ इसका विकास केंद्र इग्नू है (इंद्रा गांधी खुलाविश्विद्यालय)
▪ NCERT ,राष्ट्रीय खुला विश्विद्यालय व राज्य खुला विश्विद्यालय इसमे अपना योगदान देते है
▪ वर्तमान में प्राथमिक स्कूलों में दोपहर को इसका प्रसारण अनिवार्य कर दिया है
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